शेखपुरा: जिले में ठगों ने ठगी का नया तरीका ईजाद कर लिया है. अब मैट्रिक परीक्षा की अंक बढ़ाने के नाम लोगों से ठगी कर रहे हैं. इसके जाल में फंसे लोगों की शिकायत पर एसपी कार्तिकेय के.शर्मा के नेतृत्व में बुधवार की संध्या के शेखोपुरसराय अंतर्गत थाना पांची गांव में छापेमारी अभियान चलाया गया. जहां से पुलिस ने साइबर क्राइम से जुड़े दो युवक को गिरफ्तार किया है.
300 से 400 लोगों को बनाया शिकार
प्रेसवार्ता आयोजित कर एसपी कार्तिकेय के.शर्मा ने बताया कि जिले में बढ़ते साइबर क्राइम पर नियंत्रण को लेकर पुलिस विभाग के द्वारा टीम बनाकर लगातार छापेमारी अभियान चला रही है. जिसके तहत बुधवार मैट्रिक की परीक्षा में नंबर बढ़ाने के नाम पर ठगी करने वाले दो युवक सतीश कुमार और राहुल कुमार को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ करने पर सतीश कुमार ने बताया कि पिछले 1 महीने में 300 से 400 लोगों को अपना शिकार बनाकर 10 लाख रुपए की ठगी कर चुके हैं.
मोबाइल लैपटॉप और प्रिंटर बरामद
एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पांची गांव में छापेमारी कर अस्थना गांव निवासी साइबर क्राइम से जुड़े दो युवक को गिरफ्तार किया गया है. उनकी निशानदेही के आधार पर 13 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, विभिन्न बैंक के पासबुक एटीएम के साथ-साथ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना से संबंधित अभ्यर्थियों की सूची और कई कागजात बरामद किए गए हैं.
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डेटाबेस हासिल कर छात्रों से कर रहे थे ठगी
एसपी ने बताया कि हाल ही में संपन्न हुई मैट्रिक की परीक्षा का डेटाबेस पांची गांव निवासी तीरजु महतो के द्वारा उपलब्ध कराया गया था. जिसके आधार पर दोनों साइबर ठग डेटाबेस में अंकित नाम और नंबर पर संपर्क कर उनसे मैट्रिक परीक्षा में नंबर बढ़ाने की बात करते थे. उन्हें बताया जाता था कि आपके इस बार कि मैट्रिक की परीक्षा की मार्कशीट में नंबर कम है. जिसे बढ़ाने के लिए कुछ राशि देनी पड़ेगी. जिसको लेकर फर्जी तरीके से मार्कशीट को प्रिंटर के माध्यम से निकालकर उसे भेजा जाता था और पैसा लेने के बाद उसके मार्कशीट में फर्जी तरीके से अंक को बढ़ाकर पुनः भेज दिया जाता था. इस संबंध में अब तक 300 से 400 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. दोनों युवक के ने लगभग 10 लाख की ठगी की है.