शेखपुरा: जिले में एक लंबे अरसे के बाद शेखपुरा विधानसभा की राजनीती ने एक नया करवट लिया है. शेखपुरा से राजद प्रत्याशी विजय सम्राट की शानदार जीत ने कई राजनीतिक पंडितों के आकलन को फेल करते हुए एक नई दिशा में आगे बढ़ी है. विजय सम्राट को कुल 54,999 मत मिले जबकि रणधीर कुमार सोनी को 49,013 मत मिले.
27वें राउंड में विजय घोषित
जिले में इस वर्ष राजद प्रत्याशी विजय सम्राट 5,986 मतों से 27वें राउंड में विजय घोषित किए गए हैं. वहीं हार अनुमान लगाते हुए शेखपुरा के निवर्तमान विधायक रणधीर कुमार सोनी साढ़े पांच बजे शाम में ही अपने समर्थकों के साथ मतगणना केंद्र छोड़कर चले गए. विजय सम्राट की जीत ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती.
युवाओं की एक बड़ी तादाद में समर्थन
शेखपुरा के राजद प्रत्याशी विजय सम्राट ने लॉकडाउन के दौरान मानवता दिखाते हुए बड़े पैमाने जरूरतमंदों को आर्थिक और राशन सामग्री पहुंचाकर मदद की थी. कोरोना संकट में बेरोजगार हुए शेखपुरा के कई प्रवासी मजदूरों को मोबाइल रिचार्ज से लेकर बस से वापिस आने के लिए किराया तक उपलब्ध कराया था. इसकी वजह से चुनाव के दौरान युवाओं की एक बड़ी तादाद विजय सम्राट के समर्थन में देखे गए थे.
गरीबों का किया सहयोग
विजय सम्राट पिछले चार माह से बिना टिकट का परवाह किए गांव-गांव घर-घर जाकर बिना जाति धर्म का भेद किए अपने मिशन में लगा हुए थे. इससे उन्हें मतदान के दौरान अच्छा फायदा मिला. सम्राट की रणनीति अगड़े वोटरों को भी तोड़ने की थी. इसके साथ ही बाजार के जो वैश्य समुदाय का वोट जदयू के पक्ष में था उसे भी अपने व्यक्तिगत प्रभाव से काफी हद तक अपने पक्ष में करने में सफल रहे.
भ्रष्टाचार और बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारना पहली प्राथमिकता
चुनावी घोषणा पत्र में विजय सम्राट ने शेखपुरा की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने का संकल्प लिया था. मतगणना केंद्र में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा की उनकी पहली प्राथमिकता स्वास्थ्य, शिक्षा और सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार को सुधारना है. उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें जिस उम्मीद से वोट दिया है, वह जनता की उम्मीद को पूरा करने के लिए रात-दिन लगे रहेंगे. उन्होंने कहा कि शेखपुरा को अपराध मुक्त बनाना उनकी दूसरी प्रथमिकता होगी. पुलिस पेट्रोलिंग को दुरुस्त कराना, आवारा, लफंगे, मनचले किस्म के लड़कों को सही मार्ग पर लाने के लिए सुझाव के साथ दंडात्मक कार्रवाई भी करानी होगी.
जाति भेद और धर्म भेद को जड़ से खत्म करने के लिए होगा प्रयास
विजय सम्राट ने कहा कि चुनाव के दौरान विपक्षी पार्टियों के माध्यम से यह अफवाह फैलाया गया था कि चुनाव जितने के बाद राजद के लोग शहर में गुंडागर्दी करेंगे. लिहाजा उन्हें वोट न दें, लेकिन शेखपुरा की जनता को शुक्रिया कहते हुए विजय सम्राट ने कहा कि विरोधियों के नापाक इरादे ध्वस्त हुए है. किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की छूट नहीं दी जाएगी, चाहे वह अपना भाई ही क्यों न हो.
समाज के प्रबुद्ध नागरिकों से राय मशवरा के बाद ही लिए जायेंगे निर्णय
विजय सम्राट ने कहा कि समाज का हर तबका खुले दिल से उन्हें समर्थन दिया है. लिहाजा शेखपुरा के उत्थान के लिए समाज के प्रबुद्धजनों का जो सलाह और निर्णय होगा वही कार्य सरकार से तालमेल बैठाकर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जो लोग उन्हें वोट दिए है, उन्हें भी शुक्रिया और जो लोग किसी कारणवश उन्हें वोट नहीं दे पाए उन्हें भी शुक्रिया. इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि उनका भी दिल जीतने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि शेखपुरा राजो बाबू की धरती रही है लिहाजा उनके विकास की लकीर को और भी आगे बढ़ाया जाएगा.
जीत के बाद बधाइयों का लगा तांता
शेखपुरा में राजद की जीत के बाद शिक्षाविदों, व्यवसायियों, बुद्धिजीवियों और मेहनतकश मजदूरों के माध्यम से लगातार नवनिर्वाचित विधायक को बधाइयां मिल रही है. इसमें से लोजपा प्रत्याशी इमाम गजाली, गौतम कुमार निर्दलीय प्रत्याशी, राजपा से दिलीप कुमार आदि ने बधाईयां दी है. इस बीच कांग्रेस के अध्यक्ष सुन्दर सहनी, राजद के अध्यक्ष संजय सिंह, सीपीआई के जिला सचिव प्रभात पांडेय, भावेश भारती, रिटायर्ड डीएसपी राधेश्याम सिंह, पंकज सिंह आदि ने बधाईयां दी.
बाजारों में पसरा रहा सन्नाटा
मतगणना को लेकर शहर के विभिन्न बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. शेखपुरा शहर के आसपास दर्जनों गांव के लोगों की चहल-पहल मंगलवार को बाजारों में कम देखी गई. इसके कारण शहर के चांदनी चौक, कटरा बाजार, दल्लू चौक, गिरिहिंडा चौक, बुधौली बाजार सहित विभिन्न स्थानों पर दुकानें भी बंद देखी गई. मतगणना का रुझान जानने के लिए घरों में अपने की टीवी और अन्य माध्यमों से लगातार उसकी जानकारी लेते रहे.
विभिन्न स्थानों पर मजिस्ट्रेट और सैकड़ों जवानों की रही तैनाती
मतगणना के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त करने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल और मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे. इसकी वजह से मतगणना बिल्कुल शांतिपूर्ण रहा. जवाहर नवोदय विद्यालय में बने मतगणना केंद्र में सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से बेरिकेटिंग किया गया था. इस वजह भीड़ को नियंत्रित रखा गया.