शेखपुरा: जिले में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद चिराग पासवान रविवार को सर्किट हाउस पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से वार्तालाप कर जिले की वास्तु स्थिति की समीक्षा की. जिलाध्यक्ष इमाम गजाली ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के समक्ष अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा कि कोरोना काल में अधिकारीयों ने जमकर लूट-खसोट मचाया है. इसकी सूचना डीएम इनायत खान को दी गई है, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं किया गया है.
सुविधा के नाम पर खानापूर्ती
चिराग पासवान ने कहा कि कोरोना काल के शुरुआती दौर से क्वारंटीन सेंटर में रह रहे प्रवासियों से लेकर अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों को सुविधा देने के नाम पर महज खानापूर्ति किया गया है. इस दौरान केंद्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों को राहत पहुंचाने के लिए खाद्यान्न वितरण करने का निर्देश दिया था. लेकिन खाद्यान्न वितरण के नाम पर डीलरों ने जमकर लूट-खसोट की है.
दो दिनों में संक्रमित मरीजों की छुट्टी
कोरोना जांच को लेकर भी आमजनों के साथ स्वास्थ विभाग खिलवाड़ कर रहा है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों को मात्र दो दिन में ही स्वास्थ्य विभाग आइसोलेशन वार्ड से छुट्टी दे दे रहा है. संक्रमित मरीज बाजारों में घूमते नजर आ रहे हैं, जिसके कारण जिले में सामुदायिक स्तर पर कोरोना का ग्राफ बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि यदि प्रखंड स्तर पर किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जाती है तो, जिला स्तर पर जांच करने पर उस व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव पाई जाती है.
जांच में सुधार लाने की आवश्यकता
राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि जिले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता रहा है, लेकिन डीएम कोई सुध नहीं ले रहा है. इससे यही प्रतीत होता है कि डीएम ही भ्रष्ट्राचारियों को बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने कहा कि सूबे के सभी क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जा रहा है और उक्त सभी मामले को लोक सभा में प्रमुखता से रखा जाएगा. इस दौरान उन्होंने सिविल सर्जन से बातचीत के क्रम में बताया कि एंटीजिन किट से टेस्ट की तुलना में आरटी सीपीआर टेस्ट बेहद कम है. इसमें सुधार लाने की आवश्यकता है.
शेखपुरा: कोरोना काल में भी भ्रष्टाचार, लोजपा जिलाध्यक्ष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को सुनाई पीड़ा - शेखपुरा समाचार
जिले में कोरोना काल के दौरान भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं. जिले में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के समक्ष भ्रष्टाचार के मामले को लेकर अपनी बात रखी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डीएम को प्रमाण सहित शिकायत उपलब्ध कराने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
![शेखपुरा: कोरोना काल में भी भ्रष्टाचार, लोजपा जिलाध्यक्ष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को सुनाई पीड़ा ljp district president upset due to corruption](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-06:47:43:1597713463-sheikhpura-ghotala-17082020200512-1708f-1597674912-842.jpg?imwidth=3840)
शेखपुरा: जिले में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद चिराग पासवान रविवार को सर्किट हाउस पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से वार्तालाप कर जिले की वास्तु स्थिति की समीक्षा की. जिलाध्यक्ष इमाम गजाली ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के समक्ष अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा कि कोरोना काल में अधिकारीयों ने जमकर लूट-खसोट मचाया है. इसकी सूचना डीएम इनायत खान को दी गई है, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं किया गया है.
सुविधा के नाम पर खानापूर्ती
चिराग पासवान ने कहा कि कोरोना काल के शुरुआती दौर से क्वारंटीन सेंटर में रह रहे प्रवासियों से लेकर अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों को सुविधा देने के नाम पर महज खानापूर्ति किया गया है. इस दौरान केंद्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों को राहत पहुंचाने के लिए खाद्यान्न वितरण करने का निर्देश दिया था. लेकिन खाद्यान्न वितरण के नाम पर डीलरों ने जमकर लूट-खसोट की है.
दो दिनों में संक्रमित मरीजों की छुट्टी
कोरोना जांच को लेकर भी आमजनों के साथ स्वास्थ विभाग खिलवाड़ कर रहा है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों को मात्र दो दिन में ही स्वास्थ्य विभाग आइसोलेशन वार्ड से छुट्टी दे दे रहा है. संक्रमित मरीज बाजारों में घूमते नजर आ रहे हैं, जिसके कारण जिले में सामुदायिक स्तर पर कोरोना का ग्राफ बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि यदि प्रखंड स्तर पर किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जाती है तो, जिला स्तर पर जांच करने पर उस व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव पाई जाती है.
जांच में सुधार लाने की आवश्यकता
राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि जिले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता रहा है, लेकिन डीएम कोई सुध नहीं ले रहा है. इससे यही प्रतीत होता है कि डीएम ही भ्रष्ट्राचारियों को बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने कहा कि सूबे के सभी क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जा रहा है और उक्त सभी मामले को लोक सभा में प्रमुखता से रखा जाएगा. इस दौरान उन्होंने सिविल सर्जन से बातचीत के क्रम में बताया कि एंटीजिन किट से टेस्ट की तुलना में आरटी सीपीआर टेस्ट बेहद कम है. इसमें सुधार लाने की आवश्यकता है.