पटना: बिहार सरकार के भवन एवं निर्माण मंत्री अशोक चौधरी आज शुक्रवार 29 सितंबर को बरबीघा पहुंचे. वहां उन्होंने कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान जब उनसे ललन सिंह से विवाद को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने वहां मौजूद पत्रकारों की. 11 पत्रकार के उपस्थित होने पर कहा कि आप 11 मोबाइल वाले हैं तो आप लोगों का भी दाना-पानी चलना चाहिए ना. जब आप लोग कुछ सेंसेशनल दिखाइगा नहीं, बताइएगा नहीं तो कैसे होगा.
इसे भी पढ़ेंः Bihar Politics : ललन सिंह को अशोक चौधरी की खुली चुनौती, 29 सितंबर को बरबीघा में करेंगे कार्यक्रम
"ललन सिंह हमारे बड़े भाई हैं. हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. ललन सिंह का आदेश मेरे लिए सर्वोपरि है. ललन सिंह मुझे कहेंगे कि लेफ्ट जाओ तो लेफ्ट जाएंगे. राइट जाओ तो राइट जाएंगे. कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि ललन सिंह और मेरे में प्रेम रहे. मीडिया वाले विवाद बढ़ाना चाहते हैं. ललन सिंह से मेरा पारिवारिक संबंध है उनसे क्यों विवाद होगा."- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री
नीतीश कुमार की कृपा बनी रहेः अशोक चौधरी के कार्यक्रम में स्थानीय बड़े नेता मौजूद नहीं थे. इस पर मीडिया ने सवाल उठाये कि कार्यक्रम में जदयू के कोई नेता मौजूद नहीं हैं तो अशोक चौधरी ने पहले तो कहा कि जिला अध्यक्ष बीमार हैं, फिर बाद में कहा कि जरूरी नहीं है कि कोई कार्यक्रम में आए. यह मेरा कार्यक्रम है और मेरा घर है. अशोक चौधरी बार-बार यह भी कहते रहे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा बनी रहे, यही उनके लिए बड़ी बात है.
इसे भी पढ़ेंः Bihar Politics: JDU में ललन सिंह क्यों पड़े कमजोर.. क्या फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष को किनारे करने में लगे हैं नीतीश?
क्या है मामलाः बरबीघा के विधायक सुदर्शन ने अशोक चौधरी के कार्यक्रम को लेकर ललन सिंह से शिकायत की थी. आरोप लगाया था कि बिना उनकी जानकारी के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, उसमें आमंत्रित भी नहीं किया जा रहा है. इसके बाद ललन सिंह ने अशोक चौधरी को बरबीघा और जमुई से दूरी बनाने के लिए कहा था. अशोक चौधरी ने साफ मना कर दिया था.
अशोक चौधरी के बयान के क्या है मायनेः अशोक चौधरी फिर बरबीघा पहुंचे. इस दौरान अशोक चौधरी ने ललन सिंह को बड़ा भाई ही नहीं बताया बल्कि यह भी कहा कि ललन सिंह का आदेश उनके लिए सर्वोपरि है. साथ ही यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा बनी रहे, यही उनके लिए बड़ी बात है. राजनीतिक गलियारे में अशोक चौधरी के इन बयानों के कई मायने निकाले जा रहा हैं.