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Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: शिवहर में बीजेपी पार्टी कार्यालय में अटल जी को दी गई श्रद्धांजलि - Tribute to Atal Bihari Vajpayee

शिवहर में बीजेपी की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अटल जी द्वारा किए गए कामों को याद किया.

Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary
Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary
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Published : Aug 16, 2023, 7:22 PM IST

शिवहर: बिहार के शिवहर में भाजपा कार्यालय मे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गय. श्रद्धांजलि सभा मे पूर्व विधायक और लोक सभा संयोजक ठाकुर रत्नाकर राणा शामिल हुए.

पढ़ें- Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: लिट्टी चोखा, अरहर की दाल, सोना चूर चावल के शौकीन थे अटल बिहारी, लाल मुनि चौबे से था गहरा नाता

शिवहर में बीजेपी ने दी श्रद्धांजलि: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इस सदी के सबसे बड़े नेता थे. पार्टी के विचारधारा को निरंतर आगे बढ़ाते हुए फर्श से अर्श तक पहुंचाएं. 1977 में भारतीय जनसंघ का जनता पार्टी में विलय करने का निर्णय जब उन्होंने किया तो लगा कि जनसंघ की विचारधारा को, जनता पार्टी ने स्वीकार कर लिया. मात्र ढाई वर्ष के बाद मोरारजी भाई देसाई की सरकार गिर गई.

"पुनः एक बार अटल बिहारी वाजपेयी जी के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी आई. राष्ट्रवादी विचारधारा को उन्होंने नहीं छोड़ा और भारतीय जनता पार्टी के नाम से नए दल की स्थापना की, जिसके प्रथम अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी बने. इंदिरा गांधी के तानाशाह रवैये का विरोध करते हुए महत्वपूर्ण विपक्ष की भूमिका निभाई."- ठाकुर रत्नाकर राणा,लोक सभा संयोजक

'अटल जी ने बीजेपी को दी थी मजबूती': 1984 में मात्र दो सांसद जीत कर के आए. प्रचंड बहुमत से राजीव गांधी की सरकार बनी. उनकी सरकार 5 साल पूरा करते करते ही भ्रष्टाचार में डूब गई. बोफोर्स तोप घोटाले का विरोध करते हुए तत्कालीन रक्षा मंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कांग्रेस छोड़कर जनता दल बनाया. अटल, आडवाणी के साथ मिलकर चुनाव लड़े. भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के सबसे बड़े दल के रूप में उभरी जो गलती 1977 में हुई थी, जनता पार्टी में विलय करने की उसको अटल और आडवाणी जी ने नहीं दोहराया.

1998 में एनडीए की सरकार: विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार को बाहर से समर्थन देकर गैर कांग्रेसी सरकार बनवाई. 1996 में प्रथम बार भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में गठबंधन सरकार की मुखिया एक सेवक प्रधानमंत्री बने. फिर 1998 में एनडीए की सरकार बनी, जिसका नेतृत्व अटल बिहारी वाजपेयी ने 2004 तक किया और चारों महानगर को जोड़ने के लिए स्वर्ण चतुर्भुज योजना का शुभारंभ हुआ.

परमाणु विस्फोट कर परमाणु संपन्न देश का दर्जा: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत पूरे देश में गांव गांव सड़कों को शहरों से जोड़ा गया. उनके नेतृत्व में परमाणु विस्फोट कर परमाणु संपन्न देश का दर्जा प्राप्त किया. उनके द्वारा किए गए कार्यों को देश कभी भुला नहीं सकता. मौके पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संजीव कुमार पांडे, उपाध्यक्ष रामकृपाल शर्मा, डॉक्टर नूतन सिंह सहित कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.

शिवहर: बिहार के शिवहर में भाजपा कार्यालय मे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गय. श्रद्धांजलि सभा मे पूर्व विधायक और लोक सभा संयोजक ठाकुर रत्नाकर राणा शामिल हुए.

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शिवहर में बीजेपी ने दी श्रद्धांजलि: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इस सदी के सबसे बड़े नेता थे. पार्टी के विचारधारा को निरंतर आगे बढ़ाते हुए फर्श से अर्श तक पहुंचाएं. 1977 में भारतीय जनसंघ का जनता पार्टी में विलय करने का निर्णय जब उन्होंने किया तो लगा कि जनसंघ की विचारधारा को, जनता पार्टी ने स्वीकार कर लिया. मात्र ढाई वर्ष के बाद मोरारजी भाई देसाई की सरकार गिर गई.

"पुनः एक बार अटल बिहारी वाजपेयी जी के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी आई. राष्ट्रवादी विचारधारा को उन्होंने नहीं छोड़ा और भारतीय जनता पार्टी के नाम से नए दल की स्थापना की, जिसके प्रथम अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी बने. इंदिरा गांधी के तानाशाह रवैये का विरोध करते हुए महत्वपूर्ण विपक्ष की भूमिका निभाई."- ठाकुर रत्नाकर राणा,लोक सभा संयोजक

'अटल जी ने बीजेपी को दी थी मजबूती': 1984 में मात्र दो सांसद जीत कर के आए. प्रचंड बहुमत से राजीव गांधी की सरकार बनी. उनकी सरकार 5 साल पूरा करते करते ही भ्रष्टाचार में डूब गई. बोफोर्स तोप घोटाले का विरोध करते हुए तत्कालीन रक्षा मंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कांग्रेस छोड़कर जनता दल बनाया. अटल, आडवाणी के साथ मिलकर चुनाव लड़े. भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के सबसे बड़े दल के रूप में उभरी जो गलती 1977 में हुई थी, जनता पार्टी में विलय करने की उसको अटल और आडवाणी जी ने नहीं दोहराया.

1998 में एनडीए की सरकार: विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार को बाहर से समर्थन देकर गैर कांग्रेसी सरकार बनवाई. 1996 में प्रथम बार भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में गठबंधन सरकार की मुखिया एक सेवक प्रधानमंत्री बने. फिर 1998 में एनडीए की सरकार बनी, जिसका नेतृत्व अटल बिहारी वाजपेयी ने 2004 तक किया और चारों महानगर को जोड़ने के लिए स्वर्ण चतुर्भुज योजना का शुभारंभ हुआ.

परमाणु विस्फोट कर परमाणु संपन्न देश का दर्जा: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत पूरे देश में गांव गांव सड़कों को शहरों से जोड़ा गया. उनके नेतृत्व में परमाणु विस्फोट कर परमाणु संपन्न देश का दर्जा प्राप्त किया. उनके द्वारा किए गए कार्यों को देश कभी भुला नहीं सकता. मौके पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संजीव कुमार पांडे, उपाध्यक्ष रामकृपाल शर्मा, डॉक्टर नूतन सिंह सहित कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.

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