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शिवहर में कालाबाजारी से खाद की किल्लत, 1000 रुपये में बिक रही 300 की फर्टीलाइजर

शिवहर में खाद की किल्लत (Fertilizer crisis in Sheohar) से किसान परेशान हैं. 3 सौ की खाद 1000 रुपये में किसना खरीदने को मजबूर हैं. आक्रोशित किसानों ने खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. पढ़ें पूरी खबर..

शिवहर में खाद की किल्लत
शिवहर में खाद की किल्लत
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Published : Dec 25, 2022, 10:36 PM IST

शिवहरः बिहार में खाद की कमी (Shortage Of Fertilizers In Bihar) के कारण किसान लगातार परेशान हैं. मजबूरी में किसान सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में शिवहर जिले के पिपराही थाना क्षेत्र के मेसौढा चौक पर किसानों ने खाद की मांग करते हुए प्रदर्शन (Protest In Sheohar ) किया. इस दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि खाद संकट के बीच कई व्यापारी कालाबजारी कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-बांका में खाद की किल्लत से किसान परेशान, सड़क जामकर किया प्रदर्शन

"धरना- प्रदर्शन करने के बाद एक से दो रोज जिला प्रशासन से लेकर प्रखंड के पदाधिकारी सक्रीय रहते हैं. उसी अवधि में किसान को उचित मूल्य पर खाद मिलता है. दो दिन बाद फिर वही स्थिति हो जाती है. किसान खेतों में खाद डाले या प्रदर्शन करें. यह समझ नहीं पा रहे हैं."-रामबाबू गुप्ता, प्रखंड सांसद प्रतिनिधि

"खाद्य की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी. खाद्य का रैक मंगल या बुधवार तक आने की संभावना है. सभी खाद्य विक्रेताओं को उपलब्ध करा दी जाएगी ताकि किसानों को समय पर यूरिया खाद्य उपलब्ध हो जाए."-कमलेश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी

फसल बचाने के लिए ब्लैक में खाद खरीदना मजबूरीः खाद्य की किल्लत के कारण गेहूं की फसल को नुकसान होने की संभावना है. किसानों ने जिलाधिकारी से कालाबाजारी पर अंकुश लगाने की मांग की है. किसानों ने कहा कि डीलर के यहां खाद नहीं मिलता है वहीं कालाबाजारी करने वाले दुकानदार 300 रुपया का बोरा 1000 रुपया में मिलता है. मजबूरी में किसान अपने फसलों के बचाने के लिए ऊंचे दाम पर खाद की खरीददारी करने को मजबूर हैं.

फसल बर्बाद होने के डर से किसान परेशानः किसानों ने बताया है कि समय पर खाद्य नहीं मिलने के कारण गेहूं की फसल बर्बाद हो सकती है. इसलिए समय पर खाद्य की उपलब्धता कराया जाए तथा कालाबाजारी पर रोक लगाया जाए. कई किसानों ने बताया है कि 5- 6 घंटे खड़े रहने के बावजूद भी खाद्य नहीं मिल पाता है. खाद की निर्धारित कीमत 270 है, बावजूद 500 या इससे अधिक कीमत वसूला जा रहा है.


प्रदर्शन में कई किसान थे मौजूदः प्रदर्शन में वार्ड सदस्य हारुन अंसारी, मोहम्मद हासिम, मोहम्मद सदरे आलम, मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद अमानुल्लाह, संजय कुमार साह, राजेंद्र शाह, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद मुख्तार, मोहम्मद फिरोज, मोहम्मद मुस्ताक, गोपाल साह सहित दर्जनों किसानों मौके पर मौजूद थे.

शिवहरः बिहार में खाद की कमी (Shortage Of Fertilizers In Bihar) के कारण किसान लगातार परेशान हैं. मजबूरी में किसान सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में शिवहर जिले के पिपराही थाना क्षेत्र के मेसौढा चौक पर किसानों ने खाद की मांग करते हुए प्रदर्शन (Protest In Sheohar ) किया. इस दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि खाद संकट के बीच कई व्यापारी कालाबजारी कर रहे हैं.

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"धरना- प्रदर्शन करने के बाद एक से दो रोज जिला प्रशासन से लेकर प्रखंड के पदाधिकारी सक्रीय रहते हैं. उसी अवधि में किसान को उचित मूल्य पर खाद मिलता है. दो दिन बाद फिर वही स्थिति हो जाती है. किसान खेतों में खाद डाले या प्रदर्शन करें. यह समझ नहीं पा रहे हैं."-रामबाबू गुप्ता, प्रखंड सांसद प्रतिनिधि

"खाद्य की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी. खाद्य का रैक मंगल या बुधवार तक आने की संभावना है. सभी खाद्य विक्रेताओं को उपलब्ध करा दी जाएगी ताकि किसानों को समय पर यूरिया खाद्य उपलब्ध हो जाए."-कमलेश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी

फसल बचाने के लिए ब्लैक में खाद खरीदना मजबूरीः खाद्य की किल्लत के कारण गेहूं की फसल को नुकसान होने की संभावना है. किसानों ने जिलाधिकारी से कालाबाजारी पर अंकुश लगाने की मांग की है. किसानों ने कहा कि डीलर के यहां खाद नहीं मिलता है वहीं कालाबाजारी करने वाले दुकानदार 300 रुपया का बोरा 1000 रुपया में मिलता है. मजबूरी में किसान अपने फसलों के बचाने के लिए ऊंचे दाम पर खाद की खरीददारी करने को मजबूर हैं.

फसल बर्बाद होने के डर से किसान परेशानः किसानों ने बताया है कि समय पर खाद्य नहीं मिलने के कारण गेहूं की फसल बर्बाद हो सकती है. इसलिए समय पर खाद्य की उपलब्धता कराया जाए तथा कालाबाजारी पर रोक लगाया जाए. कई किसानों ने बताया है कि 5- 6 घंटे खड़े रहने के बावजूद भी खाद्य नहीं मिल पाता है. खाद की निर्धारित कीमत 270 है, बावजूद 500 या इससे अधिक कीमत वसूला जा रहा है.


प्रदर्शन में कई किसान थे मौजूदः प्रदर्शन में वार्ड सदस्य हारुन अंसारी, मोहम्मद हासिम, मोहम्मद सदरे आलम, मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद अमानुल्लाह, संजय कुमार साह, राजेंद्र शाह, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद मुख्तार, मोहम्मद फिरोज, मोहम्मद मुस्ताक, गोपाल साह सहित दर्जनों किसानों मौके पर मौजूद थे.

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