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'मुझे अफसोस है कि मैंने नीतीश कुमार की मदद की, उनका नाश तय है'.. PK का बड़ा बयान

सारण में जहरीली शराब से दर्जनों मौत के बाद सियासत गर्म है. प्रशांत किशोर इस गर्म सियासत पर हथोड़ा मार रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस है कि मैंने नीतीश कुमार की मदद की. आगे पढ़ें पूरी खबर...

Prashant Kishor Etv Bharat
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Published : Dec 16, 2022, 6:48 PM IST

शिवहर : जन सुराज पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस है कि मैंने 2014-15 में नीतीश कुमार की मदद की है. यह बात पीके ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जहरीली शराब कांड पर दिए गए बयान (Prashant Kishor On Nitish Kumar) पर कही.

ये भी पढ़ें - गरज कर बोले प्रशांत किशोर- 48 घंटे के भीतर सरकार वापस ले शराबबंदी कानून

''मुझे अफसोस है कि मैंने 2014-15 में नीतीश कुमार की मदद की है. मैं उस नीतीश कुमार को जानता हूं जिसने वाजपेई सरकार से रेल दुर्घटना पर इस्तीफा दे दिया था. वही नीतीश कुमार कोरोना काल में बिहार के हजारों लोग मर गए, बिहार के लड़के पैदल चलकर घर लौटें और ये अपने बंगले से बाहर नहीं निकले. नीतीश कुमार आज 50 लोगों की मृत्यु पर हंस रहे हैं और कह रहे हैं, जो पिएगा वो मरेगा ही. ऐसे अहंकारी और असंवेदनशील व्यक्ति का नाश निश्चित है. उनका बयान मानवता के नाम पर धब्बा है.''- प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज

'हर जगह होती है शराब की होम डिलीवरी' : बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से हुई दर्जनों मृत्यु पर प्रशांत किशोर ने दुख व्यक्त किया और शराबबंदी को एक विफल योजना बनाते हुए इसे 48 घंटे के भीतर रद्द करने की मांग की. इस दौरान उन्होंने भाजपा, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव तीनों पर निशाना साधा और सबको शराबबंदी की विफलता के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी सरकार जिसके क्षेत्र में 50 लोगों की मृत्यु होगी, वो संवेदनशील होगी, शोकाकुल होगी. महात्मा गांधी को जितना मैंने पढ़ा है, उन्होंने कहीं नहीं कहा है कि शराबबंदी सरकार द्वारा कानून पास कर किया जाए. बिहार में कहीं शराबबंदी तो जमीन पर दिख नहीं रही, हर जगह होम डिलीवरी हो रही है.

जन सुराज पदयात्रा के 76वें दिन की शुरुआत ढाका के भंडार पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई. इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ भंडार हाई स्कूल से निकल कर जिहुली उत्तर के रास्ते शिवहर के अंबा कला उत्तर, दोस्तिया, बसहिया शेख, मेसौढा से होते हुए पुरनहिया प्रखंड के कोल्हुआ ठिहका पंचायत में सोनौल सुल्तान हाई स्कूल में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचे. प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 850 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 300 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. शिवहर में वे लगभग 8 से 10 दिन रुकेंगे और अलग अलग गांवों-प्रखंडों में जाएंगे.

शिवहर में प्रशांत किशोर का जोरदार स्वागत : पूर्वी चंपारण और शिवहर के सीमा पर सैकड़ों की संख्या में शिवहर निवासी प्रशांत किशोर का स्वागत करने पहुंचे. गाजे-बाजे और घोड़ों के साथ लोगों ने प्रशांत किशोर सहित सैकड़ों पदयात्रियों का स्वागत किया और साथ में चले. शिवहर आगमन पर प्रशांत किशोर ने अंबा उत्तरी पंचायत में स्थानीय मीडिया से बात की और जन सुराज पदयात्रा के बारे में बताया और वर्तमान राजनीतिक हालातों पर भी बात की.

शिवहर : जन सुराज पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस है कि मैंने 2014-15 में नीतीश कुमार की मदद की है. यह बात पीके ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जहरीली शराब कांड पर दिए गए बयान (Prashant Kishor On Nitish Kumar) पर कही.

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''मुझे अफसोस है कि मैंने 2014-15 में नीतीश कुमार की मदद की है. मैं उस नीतीश कुमार को जानता हूं जिसने वाजपेई सरकार से रेल दुर्घटना पर इस्तीफा दे दिया था. वही नीतीश कुमार कोरोना काल में बिहार के हजारों लोग मर गए, बिहार के लड़के पैदल चलकर घर लौटें और ये अपने बंगले से बाहर नहीं निकले. नीतीश कुमार आज 50 लोगों की मृत्यु पर हंस रहे हैं और कह रहे हैं, जो पिएगा वो मरेगा ही. ऐसे अहंकारी और असंवेदनशील व्यक्ति का नाश निश्चित है. उनका बयान मानवता के नाम पर धब्बा है.''- प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज

'हर जगह होती है शराब की होम डिलीवरी' : बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से हुई दर्जनों मृत्यु पर प्रशांत किशोर ने दुख व्यक्त किया और शराबबंदी को एक विफल योजना बनाते हुए इसे 48 घंटे के भीतर रद्द करने की मांग की. इस दौरान उन्होंने भाजपा, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव तीनों पर निशाना साधा और सबको शराबबंदी की विफलता के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी सरकार जिसके क्षेत्र में 50 लोगों की मृत्यु होगी, वो संवेदनशील होगी, शोकाकुल होगी. महात्मा गांधी को जितना मैंने पढ़ा है, उन्होंने कहीं नहीं कहा है कि शराबबंदी सरकार द्वारा कानून पास कर किया जाए. बिहार में कहीं शराबबंदी तो जमीन पर दिख नहीं रही, हर जगह होम डिलीवरी हो रही है.

जन सुराज पदयात्रा के 76वें दिन की शुरुआत ढाका के भंडार पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई. इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ भंडार हाई स्कूल से निकल कर जिहुली उत्तर के रास्ते शिवहर के अंबा कला उत्तर, दोस्तिया, बसहिया शेख, मेसौढा से होते हुए पुरनहिया प्रखंड के कोल्हुआ ठिहका पंचायत में सोनौल सुल्तान हाई स्कूल में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचे. प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 850 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 300 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. शिवहर में वे लगभग 8 से 10 दिन रुकेंगे और अलग अलग गांवों-प्रखंडों में जाएंगे.

शिवहर में प्रशांत किशोर का जोरदार स्वागत : पूर्वी चंपारण और शिवहर के सीमा पर सैकड़ों की संख्या में शिवहर निवासी प्रशांत किशोर का स्वागत करने पहुंचे. गाजे-बाजे और घोड़ों के साथ लोगों ने प्रशांत किशोर सहित सैकड़ों पदयात्रियों का स्वागत किया और साथ में चले. शिवहर आगमन पर प्रशांत किशोर ने अंबा उत्तरी पंचायत में स्थानीय मीडिया से बात की और जन सुराज पदयात्रा के बारे में बताया और वर्तमान राजनीतिक हालातों पर भी बात की.

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