शिवहर: बिहार के शिवहर में शुक्रवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ने न्यायिक पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई. बैठक में न्यायाधीश ने राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन पर विशेष जानकारी देते हुए कहा है कि एक फरवरी को होने वाली लोक अदालत के लिए लगभग 8000 से अधिक पक्षकारों को नोटिस भेजा जा चुका है और भेजने की भी तैयारी की जा रही है.
ये भी पढ़ें : बिहार में राष्ट्रीय लोक अदालत में 82884 मामलों का हुआ निष्पादन, 550 बेंच का किया गया था गठित
मामले का निष्पादन करने के लिए प्रेरित करें: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव निशित दयाल ने पंचायती राज पदाधिकारियों को अधिक से अधिक मामले का निष्पादन करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि हुई 'लड़ाई हुई अदालत चलो, चले भाई लोक अदालत' के इस संदेश को आमजनों तक पहुंचाये. जिससे सभी पक्षकार लोक अदालत का लाभ ले सके. बैठक में न्यायाधीश ने राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन पर विशेष जानकारी देते हुए कहा है कि लगभग 8000 से अधिक पक्षकारों को नोटिस भेजा जा चुका है और भेजने की भी तैयारी की जा रही है.
बेंच से वादों का निपटारा : राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है तथा मुकदमें में उलझे लोगों को वादों में त्वरित निपटारे को अवसर मिलेगा. आपसी सहमति से सहज और सुलभ न्याय बिना किसी खर्च का कानून सहयता प्रदान करने के लिए लोक अदालत का आयोजन होता है. विभिन्न बेंच पर अलग-अलग तरह के वादों का निपटारा होता है. बैठक में जिला पंचायती राज के पदाधिकारी सुजाता राज एवं तरियानी, डुमरी कटसरी, पिपराही, पूरनहिया के पंचायती राज पदाधिकारी मौजूद थे.
न्यायिक प्रक्रिया की बेहतरीन पहल :भारतवर्ष में देखें तो छोटे-मोटे विवादों को लेकर पेंडिंग केस की लंबी लिस्ट सभी न्यायालयों में है. ऐसे केसों के लिए राष्ट्रीय लोक अदालत एक बेहतरीन पहल है. जिसमें पूरे देश में एक ही तारीख में लाखों वादों की सुनवाई होती है और दोबारा उस मामले में अपील भी नहीं की जा सकती है. दोनों पक्षों को सामने में बिठाकर विवाद को सुलझाने की यह एक बेहतरीन न्यायिक प्रक्रिया है.