शिवहर: सीएम नीतीश कुमार ने शिवहर जिले के सर्वांगीण विकास के लिए 76.36 करोड़ रुपए की लागत से पांच योजनाओं का शुभारंभ एवं लोकार्पण किया है. इस दौरान सीएम ने कहा कि उन्होंने सभी वर्गों के हित के लिए काम किया है और आगे भी करेंगे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बिहार के विकास के लिए रुपए नहीं देने का आरोप लगाया.
शिवहर पहुंचे सीएम नीतीश: मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से सरकारी कार्यक्रम के तहत शिवहर पहुंचे. जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. यहां पहुंचने के बाद सबसे पहले उन्होंने समाहरणालय स्थित जिला के जनक पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रघुनाथ झा की 15 लाख से बनी प्रतिमा का लोकार्पण किया.
करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास: उसके बाद अतिथि भवन में 3 करोड़ 37 लाख की लागत से 6 कमरों के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया. फिर बस स्टैंड स्थल पहुंचकर उन्होंने 3 करोड़ 68 लाख रुपए की लागत से न्यू बस स्टैंड और शहर के जलजमाव निकासी के लिए 60 करोड़ 16 लाख रुपए के लागत से (स्ट्रार्म वॉटर ड्रेनेज सिस्टम) योजना का शिलान्यास किया. वहीं देकुली धाम के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण के लिए 11.98 करोड़ रुपए की लागत से बनाने के लिए योजना का शिलान्यास किया.
केंद्र सरकार पर साधा निशाना: इस दौरान मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे देगी तो 2 साल में गरीबी खत्म हो जाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिहार के विकास के लिए रुपए खर्च नहीं करती है. उन्होंने कहा कि सरकार बिहार की मदद कर रही है, लेकिन स्थिति यह है कि योजनाओं का 40% खर्च भी बिहार सरकार को करना पड़ता है.
'बिहार सरकार गरीब परिवार को देगी दो लाख': मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति के लोगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की चर्चा की. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लिए पहले 16% आरक्षण था, जो अब बढ़कर 20% हो गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नया काम शुरू करने के लिए प्रत्येक गरीब परिवार को दो-दो लाख रुपए देगी. कहा कि राज्य में बेहतर माहौल है, उद्यमियों को सभी तरह की सुविधा मिल रही है. यहां सभी वर्ग के लोग उद्यम की ओर आकर्षित हो रहे हैं और अपना रोजगार शुरू कर रहे हैं.
"हमने सभी वर्गों के हित के लिए काम किया है. पहले वंचित समाज के लोग पढ़ते नहीं थे, इसके लिए विकास मित्र, टोला सेवक एवं तालीम मरकज की व्यवस्था की गई, इनके मानदेय में बढ़ोतरी की गई है और अगले साल भी मानदेय को बढ़ाएंगे. हम लोगों ने बिहार में जाति आधारित गणना कराई, इसके रिपोर्ट में यह बात आई कि किस तरह से अनुसूचित जाति, जनजाति व अन्य वर्ग के लोग की संख्या बढ़ी है, उनकी बढी आबादी के आधार पर उनके आरक्षण को बढ़ाया गया."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
कई गणमान्य रहे मौजूद: इस मौके पर बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, जिला प्रभारी मंत्री मोहम्मद जमा खां, विधायक चेतन आनंद, बेलसंड विधायक संजय कुमार गुप्ता, पूर्व विधायक अजीत कुमार झा, जिला परिषद अध्यक्ष विजय कुमार सिंह के साथ महागठबंधन के पदाधिकारी और नेता मौजूद थे.
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