शिवहर: बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत पंचायत स्तरीय रबी फसल गेहूं की कटनी प्रयोग का निरीक्षण जिला पदाधिकारी ने आज गुरुवार को किया. डीएम के द्वारा क्रॉप कटिंग (Sheohar DM cut wheat crop) भी की गई. इस मौके पर डीडीसी अतुल कुमार वर्मा, जिला संख्याकी पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी कमलेश कुमार, जिला योजना पदाधिकारी राकेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी आशीष कुमार, अंचलाधिकारी आदि उपस्थित थे.
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"क्रॉप कटिंग के आधार पर ही क्षेत्र के कृषि उत्पादन के आंकड़े तैयार करके सरकार को भेजे जाते हैं. सराकार और विभाग के द्वारा प्राप्त आंकड़ों के आधार पर फसल बीमा धारक को नुकसान का मुआवजा दिया जाता है"- मुकुल कुमार गुप्ता, जिला पदाधिकारी, शिवहर
रिपोर्ट होगी तैयारः डीएम ने बताया कि क्रॉप कटिंग के प्रयोग द्वारा फसल की औसत पैदावार निकाली जाती है. क्रॉप कटिंग के आधार पर ही क्षेत्र के कृषि उत्पादन के आंकड़े तैयार करके सरकार को भेजे जाते हैं. सराकार और विभाग के द्वारा प्राप्त आंकड़ों के आधार पर फसल बीमा धारक को नुकसान का मुआवजा दिया जाता है. डीएम ने कहा कि कट एरिया से फसल काटने के बाद प्राप्त अनाज के वजन का प्रतिवेदन अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय पटना को भेजा जायेगा.
कैसे करते हैंः क्रॉप कटिंग के लिए 1 वर्ग मीटर की सरिया की बनाए गए यंत्र से रेंडमली डालकर कटाई कर ली जाती है. कम से कम दस किसानों के खेतों की फसलों की कटाई की जाती है. उसका औसत उत्पादन निकाल लिया जाता है, इस प्रकार पूरे प्रक्षेत्र पर औसत उत्पादन का आकलन का उत्पादन प्राप्त कर लिया जाता है. मौके पर दर्जनों किसान भी उपस्थित थे.