सारणः बिहार में लगातार हो रही बारिश ( Rain In Baihar ) के कारण नगर निगम ( Municipal Corporation ) और नगर पालिका की तैयारियों की पोल खुलनी शुरू हो गई है. बीती रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण छपरा पानी-पानी हो गया. डीएम-एसपी कार्यालय ( DM-SP Office ) सहित शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए. प्रशासन की तैयारियों को लेकर लोगों में गुस्सा है.
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रिहायशी इलाके हुए जलमग्न
रातभर की बारिश के बाद शहर के रेलवे कॉलोनी के निचले तल्ले में कमर भर पानी है. मोना चौक, नगरपालिका चौक, डीएम कार्यालय, एसपी कार्यालय समेत अन्य रिहायशी इलाके डूब चुके हैं. छपरा जिला परिषद के कार्यालय भी पूरी तरह से जलमग्न है. शायद ही कोई मोहल्ला होगा, जहां पानी न जमा हो.
नगर निगम के दावों की खुली पोल
बारिश के बाद शहर में जलजमाव होने के बाद नगर निगम के दावों की पोल खुल गई है. बता दें कि बारिश के सीजन से पहले नगर निगम ने दावा किया था इस बार शहरवासियों को जलजमाव की समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी. इधर पिछले 10 सालों से खनुआ नाला का जीर्णोद्धार कार्य पूरा नहीं होने के कारण लोगों के बीच नाराजगी है.
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पटना के भी कई इलाके डूबे
जलजमाव की समस्या केवल छपरा में ही नहीं, बल्कि बीती रात हुई बारिश के बाद राजधानी पटना के भी कई इलाके जलमग्न हो गए. पटना के गर्दनीबाग, कौशल नगर, चितकोहरा, पुलिस कॉलोनी, बेऊर सहित कई रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए.
बरसात के दिनों में हर साल होती है ऐसी समस्या
लोगों ने जलजमाव की समस्या पर कहा कि बिहार सरकार जल निकासी और ड्रेनेज सिस्टम और नाला सफाई से लकेर कचड़ा उठाने पर हल साल करोड़ों रुपए खर्च करती है. पूरा सरकारी महकमा बरसात आने के पहले ड्रैनेज, नाला उड़ाही से लकेर जल निकासी की समस्याओं के समाधान करने में लग जाता है. लेकिन नतीजा नहीं बदलता है.