छपरा: बीते 72 घंटो से हो रही लागातार बारिश ने शहर की सूरत बिगाड़ कर रख दी है. वहीं इस बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित रेल सेवा हुई है. इसके साथ ही रेलकर्मी के आवासों में भी बारिश का पानी भर गया है. छपरा कचहरी जंक्शन पर पर रेलकर्मी के आवास टापू में तब्दील हो गए हैं. कई रेलकर्मियों ने बताया कि उनके रेल आवासों में घुटने तक पानी भरा हुआ है. तपिश भरी गर्मी के बाद मॉनसून के आगमन के साथ ही छपरा शहर पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. ऐसे में जिला प्रशासन का दावा पूरी तरह से खोखला साबित हो रहा है.
मंगलवार को ट्रैक की खराबी और रेल लाइन पर जल जमाव के कारण छपरा कचहरी और थावे जंक्शन के बीच चलने वाली एकमात्र पैसेंजर ट्रेन का परिचालन छपरा कचहरी और खैरा स्टेशनों के बीच पूरी तरह से बंद रहा. इस कारण यात्रियों को भारी फजीहत झेलनी पड़ी. रेलवे ने इस ट्रेन को खैरा स्टेशन से ही वापस थावे रवाना कर दिया गया. इससे यात्रियों को काफी कठिनाइयां उठानी पड़ी.
रेलकर्मियों को सड़क मार्ग से भेजा गया खैरा
बारिश के कारण छपरा कचहरी जंकशन पर ट्रेन नहीं आने से ट्रेन के गार्ड और ड्राईवर के साथ अन्य कर्मियों को सड़कमार्ग से छपरा कचहरी से खैरा भेजा गया. इसके बाद जाकर ट्रेन खैरा से खुली. इस दौरान छपरा कचहरी से आने-जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हुई.
लोगों का सड़क पर चलना मुहाल
शहर के एसडीएस कॉलेज रोड, छत्रधारी बाजार, शिव बाजार तेलपा, सलेमपुर, श्रीनंदन पथ, बस स्टैंड रोड सहित दर्जनों सड़कों पर जलजमाव के कारण लोगों का चलना, फिरना और रहना मुहाल हो गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इसके पहले इतना पानी सड़कों पर नहीं लगता था. लेकिन इस बार नाले की उड़ाही नहीं की गई. जिसके कारण सड़क पर पानी लग रहा है. इसमें प्रशासन की चूक है.
सड़कों पर आवागमन पूरी तरह से ठप
शहर के सबसे व्यस्त सड़कों में शुमार डाकबंगला रोड को माना जाता है. जिसमें जिले के तमाम वरीय अधिकारियों का सरकारी आवास है. जिसमें मुख्य रूप से सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय, सारण के प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति का आवास, पुलिस उप महानिरीक्षक विजय कुमार वर्मा का आवास है. लेकिन थोड़ी सी बरसात का पानी हो जाने पर सड़कों पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो जाता है.