छपरा: गड़खा प्रखंड के रामपुर गंडकी नदी पर बना पुल करीब बीस साल से अपने जीणोद्धार और मरम्मत का इंतजार कर रहा है. यह पुल गड़खा एनएच के बगल में है. यह पुल करीब दर्जनों मुख्य सड़क ओर सैकड़ों गांव को एक साथ जोड़ता है. वहीं पुल बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया.
"बिहार में चुनाव जब होता है, तो नेताजी आश्वासन देते हैं कि अबकी बार हमें वोट दीजिए, इसको हम अपने निजी फंड से बनवा देंगे. जनता भी हमेशा नेताजी की बहकावे में आकर अपना मतदान कर देती है. लेकिन चुनाव जीतने के बाद नेताजी कभी इस सड़क, गांव और पुल से नहीं गुजरते हैं"
कुछ हिस्से में दरार
ग्रामीणों की माने तो, जब से गंडक नदी पर पुल बना है, तब से उस पुल की मरम्मत बिहार सरकार नहीं करा पायी है. पुल के निचले सतह के कुछ भाग में दरार भी पर चुकी है. ऊपर का पूरा रेलिंग ध्वस्त हो चुका है. इस पुल से बड़े वाहन कभी नहीं गुजरते हैं.
वोट बहिष्कार का निर्णय
पुल से लगभग सैकड़ों गांव प्रभावित हैं. इसके बन जाने से रामपुर, ताहिपुर, गलिमापुर, कौशल पुर, झारूटोला, पीठाघाट, कौशलपुर, शलेमपुर, इंटवा, श्रीरामपुर, डेरनी, महेशिया, परसा, मिठेपुर, रघुपुर, दक्षिण उतर कदना, खाकी बाबा के टोला, मोहम्मदपुर जाने में बहुत कम समय लगेगा. इसलिए इस बार लोगों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है.