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छपरा में पीड़ित परिवारों से मिले सुशील मोदी, कहा- 'जो पिएगा वह मरेगा तो जो पलटी मारेगा वह राज नहीं करेगा'

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी मशरख पहुंचे और जहरीली शराब की त्रासदी झेल रहे पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश का ये कहना कि जो पिएगा वो मरेगा दुखद और शर्मनाक है. पीने वाले ज्यादातर लोग गरीब थे. उनका इसमें क्या दोष था. जो पिएगा वो मरेगा तो हम पलटी मारने वाले को राज नहीं करने देंगे. (Bihar Hooth Tragedy)

Bihar Hooth Tragedy
Bihar Hooth Tragedy
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Published : Dec 17, 2022, 5:39 PM IST

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी

छपरा: राज्यसभा सांसद सह बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा है कि जो पलटी मारेगा वह भी नहीं बचेगा. सारण जिले के सारण जिले के मशरख मरहौरा इसुआपुर सहित कई अन्य गांव में देसी जहरीली शराब पीने से कोई मौतों के बाद राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी इन गांव में पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे थे. इस दौरान सुशील मोदी ने कहा कि जो पलटी मारेगा क्या वो राज करेगा..हम राज करने नहीं देंगे.. (Sushil Modi On CM Nitish) (Chapra Hooch Tragedy) (Former Bihar Deputy CM Sushil Kumar Modi) (Sushil Modi Met Victims Of Chapra Liquor Case)

ये भी पढ़ें - Chapra Hooch Tragedy: नहीं थम रहा मौत का सिलसिला, अब तक 73 मौतें.. SC में याचिका दायर

'जो पलटी मारेगा वो राज नहीं करेगा': सुशील मोदी ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने की बात कही. सारण जिले के सबसे ज्यादा शराब प्रभावित गांव बहरौली मशरख है. जहां पर लगभग 20 से 25 लोगों की मौत की खबर है. साथ ही अभी भी लगभग 10 लोगों से ज्यादा विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं. उनमें से भी दो-तीन की स्थिति काफी गंभीर है. अगर इन स्थितियों का आंकलन किया जाए तो यहां की स्थिति काफी ह्रदय विदारक है. सुशील मोदी ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और सीएम नीतीश को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि सीएम मुआवजा देने से इंकार कर रहे हैं. 2016 में गोपालगंज में पीड़ितों को चार-चार लाख क्यों दिया गया था?

"सीएम कहते हैं कि जो पिएगा वो मरेगा तो जो पलटी मारेगा वो क्या राज करेगा? क्या पलटी मारने वाले को हम राज करने देंगे. नीतीश जी पलटी मारने वाला अब राज नहीं कर सकता है."- सुशील कुमार मोदी, पूर्व डिप्टी सीएम, बिहार

गांव में चीत्कार: जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. किसी के डेढ़ साल के बच्चे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी है तो कोई बच्चा अपने पिता की ठीक से शक्ल भी नहीं देख पाया है क्योंकि उसकी उम्र मात्र 20 से 25 दिन है. प्रभावित घरों में होने वाले चित्कार से मानव कलेजा फट जाएगा. इस तरह की स्थिति बनी हुई है किसी का इकलौता बेटा इस जहरीली शराब की भेंट चढ़ गया है तो कोई का पति अब इस दुनिया में नहीं रहा और आश्रितों को दर दर की ठोकर खाने के लिए छोड़ दिया.



वहीं सरकारी सहायता के नाम पर अभी तक किसी को कुछ भी नहीं मिला है. जबकि कई लोगों का आरोप है छपरा में पोस्टमार्टम के दौरान लोगों से काफी रकम ले ली गई है. जिला प्रशासन पीड़ित गांव में बाइकिंग तो करवा रहा है लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी कहीं भी नजर नहीं आए हैं. जिला प्रशासन के खिलाफ लोगों का आक्रोश खुलकर सामने आने लगा है. सुशील मोदी ने सभी से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ महाराजगंज लोकसभा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, सचेतक जनक सिंह, सारण जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ रामदयाल शर्मा, तरैया भाजपा नेता हरिनारायण सिंह समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे.

जहरीली शराब पीने से मचा मौत का तांडवः गौरतलब है कि सारण में जहरीली शराब पीने से मौत का तांडव मचा हुआ है. यहां हर रोज जहरीली शराब से सेवन करने वाले लोगों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. अबतक 73 लोगों की मौत पिछले तीन दिनों में हो चुकी है. वहीं शराब से मौत मामले को लेकर सूबे की सियासत भी गरमायी हुई है. विधानसभा में इस मामले को लेकर जमकर हंगामा मचा हुआ है. बता दें कि, इतनी जल्दी इस तरह के आदेश जारी करने किए पीछे का मुख्य कारण सारण जिले के मशरक थाने में जब्त करके रखे गये स्पिरिट के गायब होने और इसी स्पिरिट से शराब बनने का आरोप है. हालांकि, इस गंभीर आरोप की जांच अभी जारी है, लेकिन इसे एक बड़ा पॉइंट मानते हुए मद्य निषेध विभाग ने भविष्य के लिए ये बड़ा कदम उठाया है कि थानों में रखे स्पिरिट नष्ट किये जाएंगे.

67 लोगों के मौत की पुष्टि: इस मामले में एसपी ने 72 घंटे के अंदर 213 लोगों के पकड़े जाने की बात कही है. इनमें से कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस आरोपी गुड्डू पांडे और अनिल सिंह को भी गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. बीमार लोगों का इलाज छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में चल रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक 25 लोगों की आखों की रोशनी भी चली गई है. अधिकारिक तौर पर अब तक 67 मौतों की पुष्टि की गई है. वहीं, इस मामले में थानेदार और चौकीदार पर गाज गिरी है. एसपी संतोष कुमार (SP Santosh Kumar) ने दोनों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. SDPO का ट्रांसफर किया गया है. मढ़ौरा डीएसपी पर भी तबादले की तलवार लटकी है.


बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी

छपरा: राज्यसभा सांसद सह बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा है कि जो पलटी मारेगा वह भी नहीं बचेगा. सारण जिले के सारण जिले के मशरख मरहौरा इसुआपुर सहित कई अन्य गांव में देसी जहरीली शराब पीने से कोई मौतों के बाद राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी इन गांव में पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे थे. इस दौरान सुशील मोदी ने कहा कि जो पलटी मारेगा क्या वो राज करेगा..हम राज करने नहीं देंगे.. (Sushil Modi On CM Nitish) (Chapra Hooch Tragedy) (Former Bihar Deputy CM Sushil Kumar Modi) (Sushil Modi Met Victims Of Chapra Liquor Case)

ये भी पढ़ें - Chapra Hooch Tragedy: नहीं थम रहा मौत का सिलसिला, अब तक 73 मौतें.. SC में याचिका दायर

'जो पलटी मारेगा वो राज नहीं करेगा': सुशील मोदी ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने की बात कही. सारण जिले के सबसे ज्यादा शराब प्रभावित गांव बहरौली मशरख है. जहां पर लगभग 20 से 25 लोगों की मौत की खबर है. साथ ही अभी भी लगभग 10 लोगों से ज्यादा विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं. उनमें से भी दो-तीन की स्थिति काफी गंभीर है. अगर इन स्थितियों का आंकलन किया जाए तो यहां की स्थिति काफी ह्रदय विदारक है. सुशील मोदी ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और सीएम नीतीश को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि सीएम मुआवजा देने से इंकार कर रहे हैं. 2016 में गोपालगंज में पीड़ितों को चार-चार लाख क्यों दिया गया था?

"सीएम कहते हैं कि जो पिएगा वो मरेगा तो जो पलटी मारेगा वो क्या राज करेगा? क्या पलटी मारने वाले को हम राज करने देंगे. नीतीश जी पलटी मारने वाला अब राज नहीं कर सकता है."- सुशील कुमार मोदी, पूर्व डिप्टी सीएम, बिहार

गांव में चीत्कार: जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. किसी के डेढ़ साल के बच्चे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी है तो कोई बच्चा अपने पिता की ठीक से शक्ल भी नहीं देख पाया है क्योंकि उसकी उम्र मात्र 20 से 25 दिन है. प्रभावित घरों में होने वाले चित्कार से मानव कलेजा फट जाएगा. इस तरह की स्थिति बनी हुई है किसी का इकलौता बेटा इस जहरीली शराब की भेंट चढ़ गया है तो कोई का पति अब इस दुनिया में नहीं रहा और आश्रितों को दर दर की ठोकर खाने के लिए छोड़ दिया.



वहीं सरकारी सहायता के नाम पर अभी तक किसी को कुछ भी नहीं मिला है. जबकि कई लोगों का आरोप है छपरा में पोस्टमार्टम के दौरान लोगों से काफी रकम ले ली गई है. जिला प्रशासन पीड़ित गांव में बाइकिंग तो करवा रहा है लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी कहीं भी नजर नहीं आए हैं. जिला प्रशासन के खिलाफ लोगों का आक्रोश खुलकर सामने आने लगा है. सुशील मोदी ने सभी से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ महाराजगंज लोकसभा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, सचेतक जनक सिंह, सारण जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ रामदयाल शर्मा, तरैया भाजपा नेता हरिनारायण सिंह समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे.

जहरीली शराब पीने से मचा मौत का तांडवः गौरतलब है कि सारण में जहरीली शराब पीने से मौत का तांडव मचा हुआ है. यहां हर रोज जहरीली शराब से सेवन करने वाले लोगों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. अबतक 73 लोगों की मौत पिछले तीन दिनों में हो चुकी है. वहीं शराब से मौत मामले को लेकर सूबे की सियासत भी गरमायी हुई है. विधानसभा में इस मामले को लेकर जमकर हंगामा मचा हुआ है. बता दें कि, इतनी जल्दी इस तरह के आदेश जारी करने किए पीछे का मुख्य कारण सारण जिले के मशरक थाने में जब्त करके रखे गये स्पिरिट के गायब होने और इसी स्पिरिट से शराब बनने का आरोप है. हालांकि, इस गंभीर आरोप की जांच अभी जारी है, लेकिन इसे एक बड़ा पॉइंट मानते हुए मद्य निषेध विभाग ने भविष्य के लिए ये बड़ा कदम उठाया है कि थानों में रखे स्पिरिट नष्ट किये जाएंगे.

67 लोगों के मौत की पुष्टि: इस मामले में एसपी ने 72 घंटे के अंदर 213 लोगों के पकड़े जाने की बात कही है. इनमें से कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस आरोपी गुड्डू पांडे और अनिल सिंह को भी गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. बीमार लोगों का इलाज छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में चल रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक 25 लोगों की आखों की रोशनी भी चली गई है. अधिकारिक तौर पर अब तक 67 मौतों की पुष्टि की गई है. वहीं, इस मामले में थानेदार और चौकीदार पर गाज गिरी है. एसपी संतोष कुमार (SP Santosh Kumar) ने दोनों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. SDPO का ट्रांसफर किया गया है. मढ़ौरा डीएसपी पर भी तबादले की तलवार लटकी है.


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