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सारण: जेपी विश्वविद्यालय में छात्रों का अनशन 5 वें दिन भी जारी, 3 छात्र गंभीर रूप से बीमार

अनशन करने वाले छात्र नेता शशि कुमार उर्फ चुन्नू सिंह और मनीष पांडेय मिंटू के अमरण अनशन का आज 5 वां दिन है. ऐसे में दोनो छात्र नेता समेत कई छात्रों का स्वास्थ्य धीरे-धीरे गिरने लगा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग इस मामले पर अपनी नजर बनाए हुए है और विभाग ने कर्मियों की तैनाती कर दी है.

जेपी विश्वविद्यालय में छात्रों का अनशन
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Published : Oct 22, 2019, 3:28 PM IST

सारण: जिले में स्थित जयप्रकाश विश्वविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन के गेट पर विभिन्न छात्र संगठन अपने मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठे हुए है. छात्रों के अनशन का यह 5वां दिन है. इस दौरान 3 छात्रों की तबियत बिगड़ गई. जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहीं , विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक किसी पहल की शुरूआत नहीं की है.

स्थानीय छात्र संगठन कर रहा है अनशन
अपनी मांगो के लेकर स्थानीय छात्र संगठन एनएसयूआई और आरएसए के कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन पर है. जिसका नेतृत्व एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार उर्फ चुन्नू सिंह और शोध विद्यार्थी संगठन के मनीष पांडेय मिंटू कर रहे है. अनशनकारियों का समर्थन करने वालों की सूची में अब विपक्षी दलों के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हो चुके है. हालांकि, सत्ता पक्ष की ओर से कोई भी जनप्रतिनिधि अनशनकारियों का समर्थन करने सामने नहीं आए.

जेपी विश्वविद्यालय में छात्रों का अनशन 5 वें दिन भी जारी

स्वास्थ्य विभाग ने किया कर्मियों की तैनाती
अनशन करने वाले छात्र नेता शशि कुमार उर्फ चुन्नू सिंह और मनीष पांडेय मिंटू के अमरण अनशन का आज 5 वां दिन है. ऐसे में दोनो छात्र नेता समेत कई छात्रों का स्वास्थ्य धीरे-धीरे गिरने लगा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग इस मामले पर अपनी नजर बनाए हुए है और विभाग ने कर्मियों की तैनाती कर दी है. वहीं, अनशनकारियों छात्र नेताओं का कहना हैं कि जब तक हमलोगों की मांगे पूरी नहीं होती हैं, तब तक हमलोग अनशन पर ऐसे ही बैठे रहेंगें. अनशन पर बैठे छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कि दो दिनों के अंदर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हमलोग आत्मदाह भी कर सकतें है. जिसकी जिम्मेवारी जेपीयू के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह की होगी.

सूची को कुलपती को सौंपते छात्र
सूची को कुलपती को सौंपते छात्र

राज्य सरकार और विश्वविद्यालय को मिलकर करनी होगी पहल- कुलपति
इस मामले में जेपी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह का कहना हैं कि मेधा सूची के आलोक में जो सीटें बची हुई हैं. उन पर फोर्थ लिस्ट जारी कर नामांकन लिया जा रहा है. जिस 9 हजार सीट की बात छात्र संगठनों की ओर से किया जा रहा हैं, उसमें लगभग 7000 ऐसे विषयों की सीट रिक्त हैं. जिनके आलोक में आवेदन आया ही नही है. इन विषयों में छात्रों की अभिरुचि कम हुई है. उन्होंने कहा कि विगत तीन-चार वर्षों में हुए नामांकन पर गम्भीरता पूर्वक विचार करते हुए सीटों का पुनर्निर्धारण किया जाना चाहिए. इसके लिए विश्वविद्यालय, राज्य सरकार और राजभवन को मिलकर पहल करनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि जिन विषयों में आवेदन ज्यादा आते हैं. उनमें सीटों की संख्या बढ़नी चाहिए. वहीं विगत तीन-चार वर्षों से जिस विषयों में सीटें रिक्त रह जा रही हैं. उन्हें छात्रों की अभिरुचि कम ध्यान में रखकर पुनर्निर्धारण का विचार आवश्यक है.

छात्रों का अनशन 5 वें दिन भी जारी
छात्रों का अनशन 5 वें दिन भी जारी


अनशनकारी छात्रों के मांगों की सूची

  • चतुर्थ मेघा सूची के प्रकाशन में राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत सीटों में 20% सीटों की बढ़ोतरी किया जाए.
  • नामांकन के साथ छात्रों को विषय बदलने का भी मौका मिले
  • स्नातक प्रथम खंड सत्र 2018- 21 मैं जितने नामांकन हुए हैं उसी के आधार पर सत्र 2019- 22 मैं भी नामांकन लिया जाए.
  • जेपीयू के अंतर्गत सभी महाविद्यालयों में विषयवार कितने आवेदन हुआ उसकी सूची जारी किया जाए.
  • आवेदित छात्र-छात्राओं का कट-ऑफ -मार्क सहित सूची उपलब्ध कराया जाए.

सारण: जिले में स्थित जयप्रकाश विश्वविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन के गेट पर विभिन्न छात्र संगठन अपने मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठे हुए है. छात्रों के अनशन का यह 5वां दिन है. इस दौरान 3 छात्रों की तबियत बिगड़ गई. जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहीं , विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक किसी पहल की शुरूआत नहीं की है.

स्थानीय छात्र संगठन कर रहा है अनशन
अपनी मांगो के लेकर स्थानीय छात्र संगठन एनएसयूआई और आरएसए के कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन पर है. जिसका नेतृत्व एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार उर्फ चुन्नू सिंह और शोध विद्यार्थी संगठन के मनीष पांडेय मिंटू कर रहे है. अनशनकारियों का समर्थन करने वालों की सूची में अब विपक्षी दलों के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हो चुके है. हालांकि, सत्ता पक्ष की ओर से कोई भी जनप्रतिनिधि अनशनकारियों का समर्थन करने सामने नहीं आए.

जेपी विश्वविद्यालय में छात्रों का अनशन 5 वें दिन भी जारी

स्वास्थ्य विभाग ने किया कर्मियों की तैनाती
अनशन करने वाले छात्र नेता शशि कुमार उर्फ चुन्नू सिंह और मनीष पांडेय मिंटू के अमरण अनशन का आज 5 वां दिन है. ऐसे में दोनो छात्र नेता समेत कई छात्रों का स्वास्थ्य धीरे-धीरे गिरने लगा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग इस मामले पर अपनी नजर बनाए हुए है और विभाग ने कर्मियों की तैनाती कर दी है. वहीं, अनशनकारियों छात्र नेताओं का कहना हैं कि जब तक हमलोगों की मांगे पूरी नहीं होती हैं, तब तक हमलोग अनशन पर ऐसे ही बैठे रहेंगें. अनशन पर बैठे छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कि दो दिनों के अंदर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हमलोग आत्मदाह भी कर सकतें है. जिसकी जिम्मेवारी जेपीयू के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह की होगी.

सूची को कुलपती को सौंपते छात्र
सूची को कुलपती को सौंपते छात्र

राज्य सरकार और विश्वविद्यालय को मिलकर करनी होगी पहल- कुलपति
इस मामले में जेपी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह का कहना हैं कि मेधा सूची के आलोक में जो सीटें बची हुई हैं. उन पर फोर्थ लिस्ट जारी कर नामांकन लिया जा रहा है. जिस 9 हजार सीट की बात छात्र संगठनों की ओर से किया जा रहा हैं, उसमें लगभग 7000 ऐसे विषयों की सीट रिक्त हैं. जिनके आलोक में आवेदन आया ही नही है. इन विषयों में छात्रों की अभिरुचि कम हुई है. उन्होंने कहा कि विगत तीन-चार वर्षों में हुए नामांकन पर गम्भीरता पूर्वक विचार करते हुए सीटों का पुनर्निर्धारण किया जाना चाहिए. इसके लिए विश्वविद्यालय, राज्य सरकार और राजभवन को मिलकर पहल करनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि जिन विषयों में आवेदन ज्यादा आते हैं. उनमें सीटों की संख्या बढ़नी चाहिए. वहीं विगत तीन-चार वर्षों से जिस विषयों में सीटें रिक्त रह जा रही हैं. उन्हें छात्रों की अभिरुचि कम ध्यान में रखकर पुनर्निर्धारण का विचार आवश्यक है.

छात्रों का अनशन 5 वें दिन भी जारी
छात्रों का अनशन 5 वें दिन भी जारी


अनशनकारी छात्रों के मांगों की सूची

  • चतुर्थ मेघा सूची के प्रकाशन में राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत सीटों में 20% सीटों की बढ़ोतरी किया जाए.
  • नामांकन के साथ छात्रों को विषय बदलने का भी मौका मिले
  • स्नातक प्रथम खंड सत्र 2018- 21 मैं जितने नामांकन हुए हैं उसी के आधार पर सत्र 2019- 22 मैं भी नामांकन लिया जाए.
  • जेपीयू के अंतर्गत सभी महाविद्यालयों में विषयवार कितने आवेदन हुआ उसकी सूची जारी किया जाए.
  • आवेदित छात्र-छात्राओं का कट-ऑफ -मार्क सहित सूची उपलब्ध कराया जाए.
Intro:डे प्लान वाली ख़बर हैं
SLUG:-FAST UNTO DEATH
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/ SARAN/BIHAR

Anchor:-जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सभी अंगभूत महाविद्यालयों में बीए पार्ट वन वर्ष 2019-22 में छात्रों का नामांकन नही होने को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार उर्फ़ छुन्नू सिंह, शोध विद्यार्थी संगठन के मनीष कुमार मिंटू व छात्र राजद के कुणाल सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में छात्र व छात्राओं ने अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठे हुए है. अनशन के पांचवे दिन जयप्रकाश विश्वविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन के गेट पर छात्रों का अनशन आज भी जारी रहा वही तीन छात्रों की तबियत काफी बिगड़ जाने के बाद उन्हें सदर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है.

स्थानीय छात्र संगठन एनएसयूआई व आरएसए के कार्यकर्ताओं के द्वारा अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन पर है जिसका नेतृत्व एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार उर्फ़ चुन्नू सिंह व शोध विद्यार्थी संगठन के मनीष पांडेय मिंटू कर रहे है. वही अनशनकारियों का समर्थन करने वालों की सूची में विपक्षी दलों के नेताओं व सामाजिक कार्यकर्ता तो शामिल हो चुके है लेकिन अभी तक सत्ता पक्ष की ओर से कोई भी विधायक या सांसद अभी तक अनशनकारियों का समर्थन करने या विश्वविद्यालय प्रशासन से वार्ता करने के लिए आगे नहीं बढ़े हैं.





Body:वही दूसरी ओर अनशन करने वाले शशि कुमार उर्फ चुन्नू सिंह व मनीष पांडेय मिंटू का स्वास्थ्य धीरे धीरे गिरने लगा है हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती कर दी गई हैं साथ ही पुलिस बलों की तैनाती भी स्थानीय प्रशासन द्वारा कर दी गई हैं. अनशनकारियों छात्र नेताओं का कहना हैं कि जब तक हमलोगों की मांगे पूरी नहीं होती हैं तब तक हमलोगे अनशन पर बने रहेंगे. अनशन पर बैठे छात्र नेताओं का कहना हैं कि दो दिनों के अंदर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो आत्म दाह भी कर किया जा सकता हैं जिसकी जिम्मेवारी जेपीयू के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह की होगी न कि किसी और कि.

मांगो की सूची.....
(1) चतुर्थ मेघा सूची के प्रकाशन में राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत सीटों के 20% सीटों की बढ़ोतरी किया जाए जो राज्य सरकार के द्वारा पूर्व में किया जा चुका है.

(2) लगभग 9000 हजार से ज्यादें स्वीकृत सीटों पर आए हुए आवेदन के अनुसार स्वीकृत पद पर उस विषय में on the admission करने की घोषणा किया जाए साथ ही उन्हें विषय बदलने का भी मौका देने के साथ ही उक्त विषयों में नामांकन लेने का आदेश भी दिया जाए.

(3) राज्य सरकार को सीट बढ़ोतरी के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन पत्र लिखें या स्नातक प्रथम खंड सत्र 2018- 21 मैं जितने नामांकन हुए हैं उसी के आधार पर सत्र 2019- 22 मैं भी नामांकन लिया जाए.

(4) जेपीयू के अंतर्गत सभी महाविद्यालयों में विषयवार कितने आवेदन आया हुआ हैं उसकी सूची जारी किया जाए.

(5) आवेदित छात्र-छात्राओं का कट ऑफ मार्क सहित सूची उपलब्ध कराया जाए.

Byte:-वॉक थ्रू
शशि कुमार उर्फ़ चुन्नू सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, एनएसयूआई, बिहार
मनीष पाण्डेय मिंटू, शोष विद्यार्थी संगठन, जेपीयू छपरा
कुणाल सिंह, अध्यक्ष, एनएसयूआई, जेपीयू छपरा
धर्मेन्द्र कुमार रस्तोगी, ईटीवी भारत, सारण



Conclusion:वही इस सम्बंध में जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह का कहना हैं कि मेधा सूची के आलोक में जो सीटें बची हुई हैं उन पर फोर्थ लिस्ट जारी कर नामांकन लिया जा रहा है. जिस 9000 सीट की बात छात्र संगठनों द्वारा किया जा रहा हैं उसमें लगभग 7000 ऐसे विषयों की सीट रिक्त हैं जिनके आलोक में आवेदन आया ही नही है. इन विषयों में छात्रों की अभिरुचि कम हुई है.

हालांकि विगत तीन-चार वर्षों में हुए नामांकन पर गम्भीरता पूर्वक विचार करते हुए सीटों का पुनर्निर्धारण किया जाना चाहिए, जिसके लिए विश्वविद्यालय, राज्य सरकार व राजभवन को मिलकर पहल करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि जिन विषयों में आवेदन ज्यादा आते हैं उनमें सीटों की संख्या बढ़नी चाहिए वहीं गत तीन-चार वर्षों से जिस विषयों में सीटें रिक्त रह जा रही हैं उन्हें छात्रों की अभिरुचि कम ध्यान में रखकर पुनर्निर्धारण का विचार आवश्यक है.

Byte:-प्रो हरिकेश सिंह, कुलपति, जेपीयू छपरा
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