छपरा: शहर के जयप्रकाश विश्वविद्यालय में गुरुवार को सीनेट की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में कुलपति डॉक्टर फारुख अली, विधान पार्षद डॉक्टर केदारनाथ पांडेय, विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण सिंह सहित जयप्रकाश विश्वविद्यालय से अंगीभूत सभी कॉलेज के प्राचार्य और परीक्षा नियंत्रक शामिल हुए.
सुबह 11:30 बजे शुरू हुई सीनेट की बैठक लगातार 5 घंटे तक चली. शाम 4:30 बजे बैठक का समापन हुआ. बैठक में विश्वविद्यालय के क्रियाकलापों और नए कोर्सों को शुरू करने पर चर्चा हुई. इसके साथ ही शैक्षिक अराजकता दूर करने, सत्र के नियमितीकरण और पारदर्शिता के साथ काम करने पर भी बात हुई. बैठक में शामिल लोगों ने विश्वविद्यालय में सुचारू रूप से पठन-पाठन और सत्र के नियमितीकरण को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए. अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए कुलपति को अपनी बातों से अवगत कराया.
कुलपति ने कहा- काम न कर सका तो छोड़ दूंगा पद
अपने संबोधन में कुलपति ने कहा "मैं किसी भी चीज पर पारदर्शिता से काम करने का पक्षधर हूं. मैं चाहता हूं कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय में जो भी काम हो वह पारदर्शिता के साथ हो. मैं सत्र के नियमितीकरण के साथ विश्वविद्यालय को अपने पथ पर अग्रसर करने का प्रयास करूंगा. अगर मैं इसमें असफल हो जाता हूं तो अपना पद त्याग दूंगा." इस पर सीनेट के सदस्यों ने कहा कि आप पद त्याग की बात मत करें. आप विश्वविद्यालय के चौमुखी विकास के लिए काम करें. हम सब आपके साथ हैं.