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सिकंदराबाद भीषण अग्निकांडः बोले मृत सत्येंद्र के भाई- होली में घर आते तो बच जाती जान

सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड (Major Fire In Secunderabad) में छपरा के सत्येंद्र राम की भी मौत हो गई है. सत्येंद्र राम की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया है. पत्नी और मां के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे. मृतक के दो मासूम बच्चे इतने छोटे हैं कि उन्हें इस अनहोनी का अहसास तक नहीं है.

सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड
सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड
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Published : Mar 24, 2022, 8:23 AM IST

Updated : Mar 24, 2022, 10:28 AM IST

छपराः तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड में बिहार के 11 मजदूरों की जलने से मौत (11 Labor Died In Secunderabad) हो गई. भोईगुड़ा इलाके के कबाड़ गोदाम में लगी इस आग में छपरा के 8 मजदूरों की जान चली गई. जिसमें एक मजदूर युवक की पहचान मढ़ौरा के बहुआरापट्टी गांव के रहने वाले स्वर्गीय सुकाई राम के 32 वर्षीय पुत्र सत्येंद्र राम (Satyendra Ram From Chapra Died In Hyderabad) के रूप में हुई है. सत्येंद्र राम की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. आस पड़ोस के लोग मृतक के परिवार को सांत्वना देने पहुंचने लगे.

ये भी पढ़ेंः हैदराबाद में बिहार के 11 मजदूरों की मौत, गांव में पसरा मातम

मासूम बच्चों को नहीं पिता के जाने का अहसासः छपरा के बहुआरापट्टी गांव में सुबह 8 बजे सत्येंद्र के घर इस घटना की सूचना मिली. जिसके बाद उसके घर से रोने और चीखने की आवाज आने लगी. ये देखकर दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. सभी लोग परिजनों को सांत्वना देने में जुट गए. लेकिन परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. सत्येंद्र के मासूम दो बच्चों को तो पिता के जाने का अहसास तक नहीं है. सिर्फ घर वालों का चेहरा देख रहे हैं. हो भी कैसे, दोनों पुत्र इतने छोटे हैं कि इस दुख की घड़ी का अहसास नहीं कर सकते. मृतक के दो बेटे में एक शिवम दो वर्ष का है तो दूसरा राज 3 महीने का.

10 वर्षों से सत्येंद्र हैदराबाद में कर रहे थे कामः परिजन बताते हैं कि सत्येंद्र पिछले 10 वर्षों से हैदराबाद के श्रवण ट्रेडर्स कम्पनी (कबाड़) में काम करते थे. चार माह पूर्व 10 दिनों के लिये गांव आये थे. सत्येंद्र की शादी 4 वर्ष पूर्व मीरा कुमारी से हुई थी. जिसे 2 पुत्र हैं. सत्येंद्र का छोटा भाई राजेन्द्र भी वहीं रहकर काम करता है. उसी के द्वारा सुबह 8 बजे सूचना मिली. जिसके बाद माता फुलादेवी, भाई उमेश राम और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है.

होली में आये होते तो बच सकती थी जानः घटना में जलने से मौत की सूचना पर सत्येंद्र के भाई उमेश राम ने बताया की होली पर विशेष काम होने के कारण नहीं आ सके. 5 दिनों बाद घर आने वाले थे. लेकिन अचानक बुधवार की सुबह मौत की खबर आई. जिसने पूरे परिवार को झंकझोर कर रख दिया है. आगर होली में आये होते तो शायद आज उनकी जलने से मौत नहीं होती. लेकिन होनी को कौन टाल सकता. वहीं, छपरा के डीएम राजेश मीणा ने बताया कि हैदराबाद में छपरा के 8 मजदूरों की मौत हुई है. सभी के परिजनों से संपर्क साधा जा रहा है. ताकि उनकों उचित मुआवजा दिया जा सके. प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए है.

ये भी पढ़ेंः सिकंदराबाद में बिहार के 11 मजदूर जिंदा जले, लकड़ी डिपो में हुआ हादसा

सुबह चार बजे लगी गोदाम में आगः बता दें कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से सटे सिकंदराबाद में बुधवार को भीषण अग्निकांड हुआ. इसमें झुलसकर 11 लोगों की मौत हो गई. मरने वाले सभी लोग बिहार के रहने वाले थे. दो लोगों को जिंदा बचा लिया गया है. यह हादसा सिकंदराबाद के भोईगुड़ा स्थित टिम्बर डिपो में हुआ. तकरीबन सुबह चार बजे आग लग गई और देखते ही देखते 11 लोग झुलसकर मर गए. मृतकों की शिनाख्त सिकंदर (40), बिट्टू (23), सत्येंद्र (35), गोलू (28), दामोदर (27), राजेश (25), दिनेश (35), चिंटू (27), दीपक (27), पंकज(26) के रूप में हुई है.

मृतकों में 8 छपरा के रहने वाले: बताया जा रहा है कि जब हादसा हुआ, उस वक्त डिपो में 15 लोग मौजूद थे. आग में झुलसकर 11 लोगों की मौत हुई है. दो लोगों को जिंदा बचा लिया गया है. सभी 11 मजदूरों के शव पहले फ्लोर पर मिले हैं. मृतकों की पहचान छपरा के दीपक राम (36), बिट्टू कुमार (21), सिकंदर कुमार राम (40), छत्रीला राम उर्फ गोलू (22), सतेंद्र कुमार (38) दिनेश कुमार उर्फ दरोगा कुमार राम, पंकज कुमार और राजेश कुमार (22) शामिल है. वहीं कटिहार के चिंटू कुमार, दामोदर महलदार और राजेश कुमार की भी इस हादसे में जान गई है.

कटिहार के 3 लोगों की मौत: सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड में जिन 11 लोगों की मौत हुई है, उनमें कटिहार जिले के 3 लोगों की भी जान गई है. जिले के फलका प्रखंड क्षेत्र के गोविंदपुर पंचायत स्थित टपुआ ग्राम के 2 व्यक्ति राजेश कुमार दामोदर कुमार ने इस हादसे में अपनी जान गंवाई है. वहीं कुर्सेला के बल्थी महेशपुर के चिंटू कुमार की भी इस हादसे में मौत हुई है.

सीएम नीतीश ने किया मुआवजे का ऐलान: इस हृदय विदारक घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, 'यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख देने का ऐलान किया गया है. वहां की सरकार ने पांच लाख देने का ऐलान किया है. जो भी बिहार सरकार को करना होगा, वह किया जाएगा. हमारे अधिकारी हैदराबाद के अधिकारियों के संपर्क में हैं और जो भी जरूरत होगी परिजनों को सहायता पहुंचाई जाएगी.'

पीएम मोदी ने जताया दुख : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है. पीएमओ द्वारा ट्वीट कर लिखा गया कि, 'हैदराबाद के भोईगुड़ा में भीषण आग में लोगों की मौत दुखद है. मैं इस शोक की अवधि में मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. PMNRF की ओर से मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख दिए जाएंगे.'

मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख का मुआवजा : तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने आग की घटना में बिहार के मजदूरों की मौत पर दुख जताया. इतना ही नहीं उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. उन्होंने मजदूरों के शव को बिहार भेजने की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए हैं. शव बुरी तरह से जल गए हैं. ऐसे में उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा.

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छपराः तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड में बिहार के 11 मजदूरों की जलने से मौत (11 Labor Died In Secunderabad) हो गई. भोईगुड़ा इलाके के कबाड़ गोदाम में लगी इस आग में छपरा के 8 मजदूरों की जान चली गई. जिसमें एक मजदूर युवक की पहचान मढ़ौरा के बहुआरापट्टी गांव के रहने वाले स्वर्गीय सुकाई राम के 32 वर्षीय पुत्र सत्येंद्र राम (Satyendra Ram From Chapra Died In Hyderabad) के रूप में हुई है. सत्येंद्र राम की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. आस पड़ोस के लोग मृतक के परिवार को सांत्वना देने पहुंचने लगे.

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मासूम बच्चों को नहीं पिता के जाने का अहसासः छपरा के बहुआरापट्टी गांव में सुबह 8 बजे सत्येंद्र के घर इस घटना की सूचना मिली. जिसके बाद उसके घर से रोने और चीखने की आवाज आने लगी. ये देखकर दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. सभी लोग परिजनों को सांत्वना देने में जुट गए. लेकिन परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. सत्येंद्र के मासूम दो बच्चों को तो पिता के जाने का अहसास तक नहीं है. सिर्फ घर वालों का चेहरा देख रहे हैं. हो भी कैसे, दोनों पुत्र इतने छोटे हैं कि इस दुख की घड़ी का अहसास नहीं कर सकते. मृतक के दो बेटे में एक शिवम दो वर्ष का है तो दूसरा राज 3 महीने का.

10 वर्षों से सत्येंद्र हैदराबाद में कर रहे थे कामः परिजन बताते हैं कि सत्येंद्र पिछले 10 वर्षों से हैदराबाद के श्रवण ट्रेडर्स कम्पनी (कबाड़) में काम करते थे. चार माह पूर्व 10 दिनों के लिये गांव आये थे. सत्येंद्र की शादी 4 वर्ष पूर्व मीरा कुमारी से हुई थी. जिसे 2 पुत्र हैं. सत्येंद्र का छोटा भाई राजेन्द्र भी वहीं रहकर काम करता है. उसी के द्वारा सुबह 8 बजे सूचना मिली. जिसके बाद माता फुलादेवी, भाई उमेश राम और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है.

होली में आये होते तो बच सकती थी जानः घटना में जलने से मौत की सूचना पर सत्येंद्र के भाई उमेश राम ने बताया की होली पर विशेष काम होने के कारण नहीं आ सके. 5 दिनों बाद घर आने वाले थे. लेकिन अचानक बुधवार की सुबह मौत की खबर आई. जिसने पूरे परिवार को झंकझोर कर रख दिया है. आगर होली में आये होते तो शायद आज उनकी जलने से मौत नहीं होती. लेकिन होनी को कौन टाल सकता. वहीं, छपरा के डीएम राजेश मीणा ने बताया कि हैदराबाद में छपरा के 8 मजदूरों की मौत हुई है. सभी के परिजनों से संपर्क साधा जा रहा है. ताकि उनकों उचित मुआवजा दिया जा सके. प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए है.

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सुबह चार बजे लगी गोदाम में आगः बता दें कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से सटे सिकंदराबाद में बुधवार को भीषण अग्निकांड हुआ. इसमें झुलसकर 11 लोगों की मौत हो गई. मरने वाले सभी लोग बिहार के रहने वाले थे. दो लोगों को जिंदा बचा लिया गया है. यह हादसा सिकंदराबाद के भोईगुड़ा स्थित टिम्बर डिपो में हुआ. तकरीबन सुबह चार बजे आग लग गई और देखते ही देखते 11 लोग झुलसकर मर गए. मृतकों की शिनाख्त सिकंदर (40), बिट्टू (23), सत्येंद्र (35), गोलू (28), दामोदर (27), राजेश (25), दिनेश (35), चिंटू (27), दीपक (27), पंकज(26) के रूप में हुई है.

मृतकों में 8 छपरा के रहने वाले: बताया जा रहा है कि जब हादसा हुआ, उस वक्त डिपो में 15 लोग मौजूद थे. आग में झुलसकर 11 लोगों की मौत हुई है. दो लोगों को जिंदा बचा लिया गया है. सभी 11 मजदूरों के शव पहले फ्लोर पर मिले हैं. मृतकों की पहचान छपरा के दीपक राम (36), बिट्टू कुमार (21), सिकंदर कुमार राम (40), छत्रीला राम उर्फ गोलू (22), सतेंद्र कुमार (38) दिनेश कुमार उर्फ दरोगा कुमार राम, पंकज कुमार और राजेश कुमार (22) शामिल है. वहीं कटिहार के चिंटू कुमार, दामोदर महलदार और राजेश कुमार की भी इस हादसे में जान गई है.

कटिहार के 3 लोगों की मौत: सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड में जिन 11 लोगों की मौत हुई है, उनमें कटिहार जिले के 3 लोगों की भी जान गई है. जिले के फलका प्रखंड क्षेत्र के गोविंदपुर पंचायत स्थित टपुआ ग्राम के 2 व्यक्ति राजेश कुमार दामोदर कुमार ने इस हादसे में अपनी जान गंवाई है. वहीं कुर्सेला के बल्थी महेशपुर के चिंटू कुमार की भी इस हादसे में मौत हुई है.

सीएम नीतीश ने किया मुआवजे का ऐलान: इस हृदय विदारक घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, 'यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख देने का ऐलान किया गया है. वहां की सरकार ने पांच लाख देने का ऐलान किया है. जो भी बिहार सरकार को करना होगा, वह किया जाएगा. हमारे अधिकारी हैदराबाद के अधिकारियों के संपर्क में हैं और जो भी जरूरत होगी परिजनों को सहायता पहुंचाई जाएगी.'

पीएम मोदी ने जताया दुख : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है. पीएमओ द्वारा ट्वीट कर लिखा गया कि, 'हैदराबाद के भोईगुड़ा में भीषण आग में लोगों की मौत दुखद है. मैं इस शोक की अवधि में मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. PMNRF की ओर से मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख दिए जाएंगे.'

मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख का मुआवजा : तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने आग की घटना में बिहार के मजदूरों की मौत पर दुख जताया. इतना ही नहीं उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. उन्होंने मजदूरों के शव को बिहार भेजने की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए हैं. शव बुरी तरह से जल गए हैं. ऐसे में उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा.

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Last Updated : Mar 24, 2022, 10:28 AM IST
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