सारणः बिहार के सुदर्शन पटनायक के रूप में मशहूर अशोक हर बार कोई न कोई कलाकृति बनाते रहते हैं. अशोक एक फेमस सैंड आर्टिस्ट हैं. इस बार अशोक ने सरयू नदी के किनारे बालू से स्वामी विवेकानंद की कलाकृति बनाई है. उनके साथ उनके बहुत सारे सहकर्मी और शिष्य भी इस काम में हाथ बटा रहे थे. अशोक के द्वारा बनाई कई स्वामी विवेकानंद की कलाकृति को आम जनता के लिए खोल दिया गया. गौरतलब है कि गुरुवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई है. इसी के अवसर पर उन्होंने यह कलाकृति बनाई है.
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50 मीटर भी फहरायाः गौरतलब है कि बिहार के अशोक सैंड आर्टिस्ट हैं. साथ ही एक उम्दा कलाकार भी हैं. वह बच्चों को पेंटिंग और मूर्तिकला भी सिखाते हैं. इसके साथ ही वे कला पंक्ति नाम का एक स्कूल भी चलाते हैं, जिसमें बच्चों को बालू से प्रतिमा बनाना सिखाया जाता है. अशोक की एक खासियत और भी है वह एक अच्छे तैराक और गोताखोर माने जाते हैं. कई बार जिला प्रशासन उनकी मदद ले चुका है. 15 अगस्त व 26 जनवरी को 50 मीटर लंबा तिरंगा नदी के तेज धार में फहराने का भी यह कार्य करते हैं.
सैंड आर्टिस्ट ने बनाई कई कलाकृति: छपरा के अशोक कुमार बालू पर अपने हाथ के हुनर से आकृति बनाते हैं. यह आकृति अपने आप में कलाकारी का बेहतरीन प्रदर्शनी होती है. अशोक सभी ज्वलंत मुद्दों और कई प्रमुख व्यक्तियों के चित्रों को अपने हाथ से बालू पर आकृति बना चुके हैं. इसके साथ ही अशोक कुमार एक पेंटिंग स्कूल भी चलाते हैं. इनसब के अलावा अशोक एक अच्छे तैराक और गोताखोर भी है. बता दें कि इसी कला के कारण अशोक सुदर्शन पटनायक के रूप में जाने जाते हैं.
बिहार के बढ़ते कदम पर बनाई कलाकृति : छपरा के सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार सरयू नदी में सबसे बड़ा तिरंगा लहरा चुके हैं. बिहार दिवस के अवसर पर इन्होंने अपने सैंड आर्ट के जरिए बिहार के बढ़ते कदम की कलाकृति बनाई है. जो खाफी आकर्षित रहा था. इस कलाकृति को सारण डीएम-एसपी समेत कई अन्य लोगों ने देखा और इनकी काफी तारीफ की. इनकी बालू से उकेरी गई कलाकृतियों को राष्ट्रीय अवार्ड भी मिल चुका है.