सारणः छपरा जंक्शन (Chhapra Junction) पर बुधवार को पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन की ओर से विरोध-प्रदर्शन किया गया. इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के कर्मचारियों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया. इस दौरान कर्मचारियों ने रेलवे के निजीकरण, आउटसोर्सिंग, विभागीय पदों को खत्म करने, नई नियुक्तियों पर रोक लगाने सहित अन्य कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ रोष पूर्ण प्रदर्शन किया.
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विरोध-प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता ने किया. महांमत्री केएल गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि रेलवे का निजीकरण किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जरूरत पड़ी तो इसके लिए एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा और रेल का चक्का जाम भी किया जायेगा. उन्होंने रेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां के डॉक्टरों द्वारा कर्मचारियों के प्रति तानाशाही रवैया अपनाया जाता है, यह बंद हो.
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केएल गुप्ता ने कहा कि रेलवे के किसी भी कर्मचारी की तबीयत खराब होने पर सिक लिव नहीं दिया जाता है. यदि कोई कर्मचारी ड्यूटी के दौरान जख्मी हो जाता है तो रेलवे के नियम के अनुसार उसे एचओडी (ऑन ड्यूटी इंजर्ड) देना है, वह भी नहीं दिया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि डीजल लाबी छपरा में स्थित ऑफिस को खत्म करना गलत है. छपरा में टीटीई रनिंग रूम की हालत जर्जर है. नया रनिंग रूम बनाया जाएगा.
छपरा जंक्शन पर जीआरपी के थाना प्रभारी के द्वारा कर्मचारियों की बाइक चोरी होने पर एफआईआर दर्ज नहीं करने का मामला भी विरोध-प्रदर्शन के दौरान उठा. केएल गुप्ता ने बताया कि इन समस्याओं को लेकर डीआरएम वाराणसी से बात करेंगे और रेलवे कर्मचारियों को होने वाली समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग की जायेगी.
पूर्वोत्तर रेलवे महामंत्री केएल गुप्ता, संगठन महामंत्री ओंकार नाथ सिंह, मीडिया प्रभारी वीके मालवीय, संगठन मंत्री दीपक कुमार, शाखा मंत्री शशि भूषण प्रसाद, ज्वाइंट सेक्रेट्री राकेश कुमार, समरेंद्र कुमार सिंह, मुकेश कुमार, मिथिलेश कुमार प्रसाद, शेषनाथ सिंह इत्यादि कर्मचारियों ने विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया.