सारण(अमनौर): बिहार में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद अमनौर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में बाढ़ ने फिर से दस्तक दे दी है. प्रखंड के अमनौर सुल्तान और सारण तटबंध के तटीय इलाके के गांव परशुरामपुर, कुआरी, मकसूदपुर और मधुबनी सहित अन्य गांवों में बढ़ रहे पानी से बाढ़ जैसा माहौल हो गया है.
बारिश का कहर
वहीं, महानदी में फिर से पानी बढ़ने से एसएच 104 अमनौर-तरैया और अमनौर -भेल्दी मुख्य सड़क पर एक फीट उपर पानी चढ़ गया है. जिससे यातायात में परेशानी खड़ी हो गई है. महानदी मेंं पानी बढ़ने से नदी के किनारे बसे गांव खासपट्टटी, बान्दे, धरहारा आदि आधा दर्जन गांवों में लोगों के घरों में पानी चढ़ गया है. जिस कारण बाढ पीडितों के सामने आवागमन, खानपान और पशुओं के चारा की समस्या उत्पन्न हो रही है. बाढ पीडितों का कहना है कि अभी पिछले बाढ़ की समस्याओं से हम उबरे नहीं थे, कि फिर बाढ़ की आफत ने घेर लिया है. उन्होंने कहा कि अब तक जीआर की राशि भी खाते में नहीं आई है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. कोई देखने वाला नहीं है.
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बाढ़ ने फिर से दी दस्तक
नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही भारी बारिश की वजह से गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदियां लाल निशान के आस-पास बह रही हैं. कई जिलों में बांध टूट गये हैं तो कई जिलों की सड़कें टूट गयी हैं. कई जिलों के सड़क सम्पर्क और रेल मार्ग भंग हो गये हैं और कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. नेपाल के तराई में हुए भीषण बारिश के बाद सीमांचल की नदियां उफान पर हैं. गंगा, कोसी और महानंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जिससे क्षेत्र के ताल-तलैया पूरी तरह पानी से लबालब हैं.