ETV Bharat / state

यहां गरीब बच्चों को मुफ्त में दी जाती है शिक्षा, स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलता है संस्थान - Poor students are given free education in chapra

शिक्षा केंद्र की एक छात्रा ने बताया कि वर्ष 2006 से 10 तक मैंने यहां से पढ़ाई की है. इस दौरान शिक्षकों से भरपूर सहयोग मिला. फिर साल 2011 में संस्थान ने मुझे यहां शिक्षा देने का मौका दिया. उसने कहा कि जिस केंद्र में रह कर पढ़ाई की हूं, वहीं मुझे पढ़ाने का सौभाग्य मिला है.

रामकृष्ण मिशन आश्रम स्थित शिक्षा केंद्र
author img

By

Published : Sep 6, 2019, 12:39 PM IST

छपरा: हमारे समाज में गुरु का विशेष स्थान है. गुरु बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर निखारने का काम करते हैं. इसी को लेकर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया जाता है. छपरा में भी शिक्षक दिवस के अवसर पर बच्चों ने अपने शिक्षकों से आशीर्वाद लिए.

शिक्षक दिवस पर ईटीवी भारत की टीम छपरा के रामकृष्ण मिशन आश्रम स्थित शिक्षा केंद्र पहुंची. जहां साल 2003 से ही वर्ग एक से लेकर दसवीं तक के गरीब बच्चों को दो घंटे की मुफ्त शिक्षा दी जाती है. यह संस्थान स्वामी विवेकानंद के सिंद्धातों के अनुसार शिक्षा देता है. संस्थान के संचालक कहते हैं कि विवेकानंद ने कहा था कि शिक्षा से इंसान बनाया जाता है, पैसा नहीं. हमारी संस्था भी इस तरह से शिक्षा देती है.

छपरा
संगीत सीखती छात्रा

रामकृष्ण मिशन में दी जाती है नि:शुल्क शिक्षा
रामकृष्ण मिशन आश्रम स्थित शिक्षा केंद्र में बच्चे अपने-अपने स्कूलों में पढ़ाई करने के बाद दो घंटे की कोचिंग करते हैं. शिक्षा केन्द्र में पढ़ने वाले बच्चों को मुफ्त में कंप्यूटर की भी शिक्षा दी जाती है. इस तरह से कम संसाधन वाले बच्चे भी कंप्यूटर की पढ़ाई कर रहे हैं. कंप्यूटर क्लास में हर दिन एक घंटे प्रैक्टिकल और एक घंटे थ्योरी की पढ़ाई होती है. वहीं, यहां के बच्चों ने बताया कि शिक्षक हमें बहुत अच्छी तरह से पढ़ाते हैं. अगर कोई विषय समझ में नहीं आता तो उसे दोबारा बताते हैं. वहीं, इस संस्था में संगीत की भी शिक्षा दी जाती है और बच्चों को शाम का नास्ता दिया जाता है.

गरीब विद्यार्थियों को मुफ्त में दी जाती है शिक्षा

शिक्षा केंद्र गरीब छात्रों के लिए बना वरदान
शिक्षा केंद्र की एक छात्रा ने बताया कि वर्ष 2006 से 10 तक मैंने यहां से पढ़ाई की है. इस दौरान शिक्षकों से भरपूर सहयोग मिला. फिर साल 2011 में संस्थान ने मुझे यहां शिक्षा देने का मौका दिया. उसने कहा कि जिस केंद्र में रह कर पढ़ाई की हूं, वहीं मुझे पढ़ाने का सौभाग्य मिला है. वहीं, एक अन्य छात्रा ने बताया कि सातवीं क्लास से लेकर दसवीं तक की शिक्षा लेने के बाद मुझे भी इस संस्थान में पढ़ाने का मौका मिला है. वहीं, यहां पढ़ने वाले बच्चों ने कहा कि हमारे लिए शिक्षा केंद्र वरदान जैसा है. क्योंकि आजकल कोंचिग की पढ़ाई काफी महंगी हो गई है.

छपरा: हमारे समाज में गुरु का विशेष स्थान है. गुरु बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर निखारने का काम करते हैं. इसी को लेकर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया जाता है. छपरा में भी शिक्षक दिवस के अवसर पर बच्चों ने अपने शिक्षकों से आशीर्वाद लिए.

शिक्षक दिवस पर ईटीवी भारत की टीम छपरा के रामकृष्ण मिशन आश्रम स्थित शिक्षा केंद्र पहुंची. जहां साल 2003 से ही वर्ग एक से लेकर दसवीं तक के गरीब बच्चों को दो घंटे की मुफ्त शिक्षा दी जाती है. यह संस्थान स्वामी विवेकानंद के सिंद्धातों के अनुसार शिक्षा देता है. संस्थान के संचालक कहते हैं कि विवेकानंद ने कहा था कि शिक्षा से इंसान बनाया जाता है, पैसा नहीं. हमारी संस्था भी इस तरह से शिक्षा देती है.

छपरा
संगीत सीखती छात्रा

रामकृष्ण मिशन में दी जाती है नि:शुल्क शिक्षा
रामकृष्ण मिशन आश्रम स्थित शिक्षा केंद्र में बच्चे अपने-अपने स्कूलों में पढ़ाई करने के बाद दो घंटे की कोचिंग करते हैं. शिक्षा केन्द्र में पढ़ने वाले बच्चों को मुफ्त में कंप्यूटर की भी शिक्षा दी जाती है. इस तरह से कम संसाधन वाले बच्चे भी कंप्यूटर की पढ़ाई कर रहे हैं. कंप्यूटर क्लास में हर दिन एक घंटे प्रैक्टिकल और एक घंटे थ्योरी की पढ़ाई होती है. वहीं, यहां के बच्चों ने बताया कि शिक्षक हमें बहुत अच्छी तरह से पढ़ाते हैं. अगर कोई विषय समझ में नहीं आता तो उसे दोबारा बताते हैं. वहीं, इस संस्था में संगीत की भी शिक्षा दी जाती है और बच्चों को शाम का नास्ता दिया जाता है.

गरीब विद्यार्थियों को मुफ्त में दी जाती है शिक्षा

शिक्षा केंद्र गरीब छात्रों के लिए बना वरदान
शिक्षा केंद्र की एक छात्रा ने बताया कि वर्ष 2006 से 10 तक मैंने यहां से पढ़ाई की है. इस दौरान शिक्षकों से भरपूर सहयोग मिला. फिर साल 2011 में संस्थान ने मुझे यहां शिक्षा देने का मौका दिया. उसने कहा कि जिस केंद्र में रह कर पढ़ाई की हूं, वहीं मुझे पढ़ाने का सौभाग्य मिला है. वहीं, एक अन्य छात्रा ने बताया कि सातवीं क्लास से लेकर दसवीं तक की शिक्षा लेने के बाद मुझे भी इस संस्थान में पढ़ाने का मौका मिला है. वहीं, यहां पढ़ने वाले बच्चों ने कहा कि हमारे लिए शिक्षा केंद्र वरदान जैसा है. क्योंकि आजकल कोंचिग की पढ़ाई काफी महंगी हो गई है.

Intro:डे प्लान वाली ख़बर हैं
SLUG:-FREE OF COST EDUCATION
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/ SARAN/BIHAR

Anchor:-गुरु को ब्रह्म, विष्णु और महेश का दर्जा दिया गया है, गुरु बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर निखारने का काम करते है और इनके द्वारा दिए गए शिक्षा के आधार पर ही छात्रों को किसी शिखर तक पहुंच लक्ष्य को प्राप्त करते है. जिन गुरूवर के चरणो में बैठ शिक्षा रूपी रत्न प्राप्त किया आज उसी गुरूजनों के आशीर्वाद से उसी शिक्षा केन्द्र में उस रत्न से अन्य मित्रों को भी सुशोभित कर रही है.

वैसे बच्चें जो स्कूलों में पढ़ने के बाद अपने घर तो आ जाते हैं लेकिन स्कूल में पढ़ाये गए अध्याय को भूल जाते हैं जिसका कारण उनके पास कोंचिग के लिए पैसे नही होते है और न ही उनके परिजन शिक्षित होते है जो घर में अपने बच्चों को मार्गदर्शन कर सके, वैसे बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा हैं रामकृष्ण मिशन आश्रम स्थित कृपालय शिक्षा केन्द्र.Body:रामकृष्ण मिशन आश्रम स्थित शिक्षा केंद्र की प्रधान संचालिका निधि सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि वर्ष 2003 से ही वर्ग एक से लेकर दसवीं तक के ग़रीब बच्चों को दो घण्टे की निःशुल्क शिक्षा दी जाती हैं जो अपने-अपने स्कूलों में पढ़ाई करने के बाद यहां आकर दो घण्टे का कोचिंग करते हैं.

निःशुल्क शिक्षा केन्द्र में पढ़ने वाले बच्चों को मुफ्त में कम्प्यूटर की शिक्षा भी दी जाती हैं ताकि वे लोग भी डिजिटल इंडिया का हिस्सा बन सके, कम्प्यूटर क्लास की वर्ग संचालिका वीणा ने बताया कि वर्ग छः से ऊपर वाले बच्चों को ही कम्प्यूटर की शिक्षा दी जाती हैं जिनमें अंग्रेजी का ज्ञान होता हैं, प्रतिदिन एक घण्टे का प्रायोगिक व एक घण्टे का सैद्धांतिक पढ़ाई होती हैं.

Byte:-वॉक थ्रू
निधि सिंह, प्रधानाध्यापिका, कृपालय, निःशुल्क शिक्षा केन्द्र, रामकृष्ण मिशन आश्रम, छपरा
पुष्पा कुमारी, शिक्षिका,
Conclusion:
अल्का कुमारी ने बताया कि वर्ष 2006 से 10 तक मुफ्त में शिक्षा ग्रहण करने के बाद आश्रम में आना जाना रहता था लेकिन बाद के दिनों में 2011 से निःशुल्क शिक्षा भी देनी शुरू कर दी है. जिस केंद्र में रह कर पढ़ाई की हूं वही पर पढ़ाने का सौभाग्य मिला है जो बहुत ज्यादा शुकुन देने वाला होता हैं. मोनिका सिंह ने बताया कि सातवीं क्लास से लेकर दसवीं तक कि शिक्षा निःशुल्क ग्रहण करने के बाद मुझे इसी जगह निःशुल्क पढ़ाने का मौका मिला है जिसे मैं अपने अनुभव से बच्चों को पढ़ाती हूं.

Byte:-स्वामी अतिदेवानन्द जी महाराज, सचिव, रामकृष्ण मिशन आश्रम, छपरा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.