सारण: परसा विधानसभा सीट यादवों का गढ़ माना जाता है. यहां लालू प्रसाद के समधी चंद्रिका राय राजद का खिलाफत करेंगे. कभी परसा विधानसभा क्षेत्र से सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय चुनावी अखाड़े में दांव आजमाते थे. उन दिनों भी यह वीआईपी सीट थी. अब उनके बेटे चंद्रिका राय लालू के समधी बनने से पहले उनकी पार्टी में कद्दावर माने जाते थे. लालू यादव के बेटे से अपनी बेटी की शादी करने के बाद हालात ऐसे बदले की चंद्रिका राय का आरजेपी परिवार के खिलाफ हो गए.
नारायणी नदी के कछार पर बसा परसा विधानसभा क्षेत्र यदुवंशियों का सियासी किला है. 1951 में विधानसभा क्षेत्र का गठन हुआ और पहले विधायक दारोगा प्रसाद राय चुने गए. दारोगा बाबू यहां से 7 बार चुनाव जीते थे. 1985 से दारोगा प्रसाद यादव के पुत्र चंद्रिका राय ने सियासी किला संभालना शुरू कर दिया और 1985 में कांग्रेस के टिकट से विधायक बने. इस बार के चुनाव में चंद्रिका राय जदयू के टिकट पर परसा से ही चुनाव लड़ रहे हैं.
2005 और 2010 में चुनाव हार गए थे चंद्रिका राय
2005 और 2010 के चुनाव में चंद्रिका राय को जदयू के छोटे लाल ने हरा दिया था. लेकिन 2015 में चंद्रिका राय फिर महागठबंधन की सरकार में अपना परचम लहराया. परसा विधानसभा सीट से जदयू के चंद्रिका राय राजद प्रत्याशी छोटेलाल राय का सामना करेंगे. परसा विधानसभा सीट में एमवाई समीकरण देखने को मिलता है.यहां कुल मतदाता 264036 हैं, जिसमें महिला मतदाता 1245 72 हैं और पुरुष मतदाता 1394 63 हैं.