छपरा: बिहार के छपरा में पारा मेडिकल छात्रों का दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन (Protest For Para Medical Students) जारी रहा. यहां के सभी छात्र और छात्राओं ने सदर अस्पताल परिसर में दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा. सभी छात्रों ने एक साथ मिलकर स्वास्थ्य मंत्री हाय-हाय के नारे लगाए. पारा मेडिकल के 2021-23 बैच के छात्रों ने बिहार सरकार और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया है. इधर, छपरा सदर अस्पताल के ओपीडी सेवा को आज दूसरे दिन भी बाधित कर दिया है. इसी के साथ मुख्य गेट को बंद कर काफी देर तक विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की गई. छात्रों ने बताया कि हम लोगों का बैच 2021 में शुरू हुआ है.
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ढंग से ट्रेनिंग भी नहीं मिल पाती: सदर अस्पताल में ट्रेनिंग करने वाले छात्रों का कहना है कि ट्रेनिंग के लिए हमलोगों को 2022 में बुलाया गया. आज तक कोई भी परीक्षा नहीं ली गई. किसी चीज की कोई व्यवस्था यहां नहींं है. जिससे कि हम लोग प्रैक्टिकल रूप से कुछ जानकारी प्राप्त कर सके. उन्होंने बताया कि जिस तरह से हमारी ट्रेनिग हो रही है उससे हम लोग संतुष्ट नहीं हैं. आज लगभग 2 साल पूरे होने जा रहे हैं. आज तक एक भी बैठक बिहार सरकार की तरफ से नहीं की गई.
"ट्रेनिंग के लिए हमलोगों को 2022 में बुलाया गया. आज तक कोई भी परीक्षा नहीं ली गई. किसी चीज की कोई व्यवस्था यहां नहींं है. जिससे कि हम लोग प्रैक्टिकल रूप से कुछ जानकारी प्राप्त कर सके".- छात्रा
छात्रों का भविष्य अंधकारमय: उन आंदोलनकारी छात्र और छात्राओं का कहना है कि हम लोगों के मानदेय पर आज तक कोई विचार नहीं किया गया है. इससे हम लोगों का भविष्य अंधेरे में दिख रहा है. जिसके कारण आज हम लोग सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की मांग है कि हमारी परीक्षा जल्द से जल्द ली जाए. हमारी ट्रेनिंग की व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जाए.