सारण: नगर निगम में मंगलवार को मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सुबह से ही काफी गहमा गहमी रही. मंगलवार को छपरा की मेयर का भाग्य का फ़ैसला होना था. इसको देखते हुए नगर निगम कार्यालय पर मंगलवार को सुबह से ही आम लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई थी. वहीं मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गई थी.
मंगलवार को दिन में 11 बजकर 30 मिनट पर सुनीता देवी के नेतृत्व में 29 से 30 वार्ड पार्षदों का जत्था नगर निगम कार्यालय पहुंचा. जहा पर सुरक्षा जांच के बाद सभी को अंदर जाने दिया गया. उसके कुछ ही देर के बाद मेयर प्रिया देवी भी नगर निगम कार्यालय पहुंची और उसके बाद डिप्टी मेयर भी पहुंचे. मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुरू हुई. इस बहस के बाद अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 23 वोट पड़े. वहीं मेयर प्रिया देवी के पक्ष में मात्र 2 वोट पड़े. साथ ही 4 पार्षदों का मत कैंसिल हो गया.
सच और विकास की हुई जीत
इस प्रकार कुल 29 पार्षदों ने अपने मत का प्रयोग किया. वही 45 वार्ड पार्षद वाले छपरा नगर निगम में 16 वार्ड पार्षद अनुपस्थित रहे. सुनीता देवी के नेतृत्व में वार्ड पार्षदों ने कहा की आज सच और विकास की जीत हुई है. साथ ही धन और बल की हार हुई है.