वैशाली/सारण: जिले के डीएम सुब्रत कुमार सेन की ओर से दिये गए निर्देश के बाद भी सोनपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक नाव परिचालन शुरू नहीं हो सका है. वहीं प्रशासन की ओर से गंगा में प्राइवेट नाव पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी दर्जनों नाव का परिचालन जारी है. नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार होकर जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं. ऐसे में उफनती गंगा में कभी भी बड़ी घटना होने की आशंका है.
बता दें कि सोमवार को सारण के डीएम अचानक दोपहर में जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर दूरी पर स्थित सोनपुर प्रखंड पहुंचे. वहां उन्होंने दियरा के बाढ़ प्रभावित गांव का निरीक्षण किया. ईटीवी भारत से रूबरू होते हुए उन्हेंने आश्वस्त किया था कि प्रखंड में 36 नाव चलाए जाएंगे. जब मंगलवार को ईटीवी भारत ने दियरा के कई गांव में पड़ताल किया तो देखा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए कोई नाव की व्यवस्था नहीं की गई है.
धड़ल्ले से हो रहा प्राइवेट नाव का परिचालन
मालूम हो कि सोमवार को सब्बलपुर के चारों पंचायत और नजर मीरा पंचायत में भी पड़ताल की गई थी. यहां के लोगों ने प्रशासन की ओर से किसी भी नाव का परिचालन शुरू नहीं कराने की बात कही. लेकिन प्रतिबंधित प्राइवेट नाव का परिचालन जरूर देखने को मिला.
सरकार की ओर से नाव की व्यवस्था नहीं
लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से नाव की व्यवस्था नहीं की गई है इसलिये ये प्राइवेट नाव के सहारे आवागमन करने को मजबूर हैं. बाढ़ पीड़ितों के कहना है कि बाढ़ से इन्हें काफी क्षति हुई है. खेतों में लगी सारी फसलें बर्बाद हो गई. घर में रखा सामान भी पानी में बह गया. अब लोग दाने-दाने के मोहताज हैं. सरकार की ओर से अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.
राजद के युवा नेता ने बांटी राहत सामग्री
राजद के युवा नेता रमेश यादव भी प्रदेश सरकार और उनके सरकारी तंत्र पर जम कर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बाढ़ पीड़ितों की कोई मदद नहीं की जा रही है. मंगलवार को राजद के युवा नेता अपने दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ राहत सामग्री बांटने दियरा क्षेत्र में निकले. उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में प्रखण्ड के सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत सामग्री बांटी गई.
एसडीओ ने बाढ़ प्रभावित पीड़ितों को किया आश्वस्त
इस पूरे मामले पर सोनपुर अनुमंडल के एसडीओ शंभू शरण पांडेय का कहना है कि सरकार की ओर से दिए गए दिशा-निर्देश के तहत बाढ़ पीड़ितों को हर सम्भव मदद की जाएगी. क्षेत्र में 36 नाव का परिचालन किया गया है. वहीं प्राइवेट नाव पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसे लेकर प्रखण्ड के सीओ और स्थानीय थाना पुलिस को आदेश दिया जा चुका है. उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से लोगों से अपील की कि वो अपने बच्चों को तालाब या गहराई वाले पानी में स्नान या खेलने के लिये न भेजें.