छपरा: जिले में खनुआ नाला के साफ-सफाई के नाम पर लापरवाही की जार रही है. इसके कारण स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश है. वहीं, इस नाला का निर्माण आंग्रेज के समय में हुआ था. इसका निर्माण बरसात के समय में शहर के पानी को खेतों तक पहुंचाने के लिए किया गया था.
सफाई का कार्य पूरी तरह से बंद
वहीं, छ्परा जिला प्रशासन की ओर इस खनुआ नाला के ऊपर लगभग 300 से ऊपर पक्की दुकानों का निर्माण करा कर लोगों को आवंटित कर दिया गया है. करीब तीन किलोमीटर लम्बे नाले के ऊपर दुकानों के बन जाने के बाद इसकी सफाई का कार्य पूरी तरह से बंद हो गया. इसके कारण नाले के जाम होने से शहर की स्थिति पूरी तरह से नारकीय हो गई है.
प्रशासन से कई बार कर चुके है शिकायत
स्थानीय लोगों का कहना है कि वो कई बार इस समस्या को लेकर प्रशासन से शिकायत कर चुकें है. लेकिन समस्या का समाधान अभी तक नहीं निकला. जिसके कारण स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
सरकारी राशि किया जा रहा है बन्दर बाट
लोगों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है की जिस स्थिति मे कार्य किया जा रहा है वह सही नहीं है. लोगों का कहना है कि 15 फिट के नाले को चार फिट कर दिया गया है. तो पानी जायेगा कहां, वहीं सारे कचरे को पूरी तरह से निकाला नही जा रहा है. इस तरह पुरे कार्य की लीपा-पोती की जा रही है और सरकारी राशि का बन्दर बाट किया जा रहा है.