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बिहार में अपराधियों की बहार, जनता बोली- 'यहां शासन ही नहीं तो सुशासन भला कैसे'

क्या नीतीश कुमार की सरकार व प्रशासन से पकड़ ढ़िली हो गई है?, क्या नीतीश कुमार अब 'सुशासन बाबू' की छवि खोते जा रहे हैं? आप सोच रहे होंगे कि ये सवाल क्यों? क्योंकी, 'सुशासन बाबू' के नाम से मशहूर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में अपराध का ग्राफ नीचे उतर ही नहीं रहा है. आज हम बात कर रहे हैं सारण की. यहां पिछले कुछ दिनों से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. लोगों में खौफ है.

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Published : Oct 18, 2019, 8:07 AM IST

छपरा: बिहार में नीतीश कुमार सुशासन बाबू कहे जाते हैं. सुशासन का मतलब अच्छा शासन. लेकिन, बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध के बीच नीतीश सरकार के सुशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. प्रदेश में बढ़ते अपहरण, लूटपाट, हत्या, छेड़खानी, महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

सरकार को आइना दिखाने के लिए ईटीवी की टीम आम लोगों से बात कर रही है. आइए जानते हैं प्रदेश की जनता लॉ एंड ऑर्डर पर क्या बोलती है.

बिहार में लगता है डर, स्पेशल रिपोर्ट
बिहार में डर लगता है साहेब, आलम यह है कि हर रोज हत्या, लूट, रंगदारी, किडनैपिंग और दुष्कर्म की खबरें सामने आ रही है. अपराध बढ़ रहा है. बावजूद इसके लॉ एंड ऑर्डर पस्त है. अभी अगस्त में हुए दुष्कर्म, और एसआईटी टीम पर हमले में दो पुलिसकर्मियों की हत्या की गुत्थी ठीक से सुलझी भी नहीं थी कि एक और दुष्कर्म का मामला सामने आ गया. पूरा मामला महिला थाना इलाके का है. जहां एक नाबालिग से पांच युवकों ने दुष्कर्म किया.
9
शिक्षक

एक नजर छपरा की बड़ी वारदातों पर

  • मढ़ौरा में सब इंस्पेक्टर सहित दो पुलिस कर्मियों की गोली मार कर हत्या, बीच बाजार में एसआईटी टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दो पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी गई.
  • 10 अगस्त को नगर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात सामने आई थी.
  • भलुई बाजार में अपराधियों ने एक टेंट हाउस संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी.
  • गड़खा थाना के अख्तियारपुर गांव में अपराधियों ने एक युवक को उसके घर से बुलाकर गोली मार दी.
  • रिविलगंज थाना के देवरिया गांव के पास छपरा-सीवान नेशनल हाईवे पर आपसी रंजिश में मंगलवार को गोली मारकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी.
  • बीते दिनों अमनौर थाना क्षेत्र के बिशुनपुरा गांव के पास एक कारोबारी को तीन अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी थी.
    3
    शिक्षाविद

'शासन ही नहीं तो सुशासन कैसे'
शिक्षाविद कहते हैं कि बिहार में शासन है ही नहीं तो सुशासन कैसे कह सकते हैं . नीतीश कुमार फेल हैं पूरी तरह से इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.

7
लोजपा नेता

'राज्य के हालात सही नहीं'
वहीं एनडीए के घटक दल लोजपा के युवा नेता का कहना है कि राज्य के हालात आज सुचारू रूप से ठीक नहीं हैं.

5
स्थानीय महिला

'अपराध बहुत बढ़ गया है'
एक स्थानीय महिला की मानें तो बिहार में अपराध इतना बढ़ गया है कि जेलों में कैदियों को रखने के लिए जगह नहीं है.

2
शिक्षक

'बढ़ते अपराध को लेकर चिंतित'
शिक्षक भी बढ़ते अपराध को लेकर चिंतित हैं. इनका कहना है कि लड़कियां कोचिंग आने से डरती हैं, हमें भी चिंता सताती रहती है कि बच्चियां सुरक्षित घर से आएं जाएं.

1
कोचिंग संचालिका

'बच्चों की पहुंच से दूर रखे मोबाइल'
दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर रोक के लिए कोई बच्चों को मोबाइल देने से रोकने की सलाह दे रहा है तो कोई छोटे कपड़ों को वजह बनाने का विरोध कर रहा है.

4
छात्रा

कब थमेगा बिहार में अपराध
मतलब जितनी मुंह उतनी बात, लेकिन सवाल वही है कि आखिर कब थमेगा बिहार में अपराध. क्योंकि अब लोग यह कहने लगे हैं कि बिहार में डर लगता है. अब खत्म हो गया है सुशासन बाबू का इकबाल.

8
डॉक्टर

बिहार पुलिस का क्राइम रिकॉर्ड
अब अगर बिहार पुलिस के जुलाई तक के क्राइम रिकॉर्ड पर गौर करें तो जुलाई 2019 तक 893 दुष्कर्म की घटना दर्ज की गई है. वहीं 1,853 हत्या के मुकदमे लिखे जा चुके हैं. ऐसे में सवाल जस के तस हैं कि आखिर कब सुरक्षित होंगी बिहार में बेटियां. आखिर कब अपराध मुक्त बनेगा बिहार क्योंकि इतनी घटनाओं के बाद भी अब तक पुलिस प्रशासन की अंतरात्मा नहीं जागी है. तो दूसरी तरफ लोग पूछ रहे हैं कि कहां हैं सुशासन बाबू?

छपरा: बिहार में नीतीश कुमार सुशासन बाबू कहे जाते हैं. सुशासन का मतलब अच्छा शासन. लेकिन, बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध के बीच नीतीश सरकार के सुशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. प्रदेश में बढ़ते अपहरण, लूटपाट, हत्या, छेड़खानी, महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

सरकार को आइना दिखाने के लिए ईटीवी की टीम आम लोगों से बात कर रही है. आइए जानते हैं प्रदेश की जनता लॉ एंड ऑर्डर पर क्या बोलती है.

बिहार में लगता है डर, स्पेशल रिपोर्ट
बिहार में डर लगता है साहेब, आलम यह है कि हर रोज हत्या, लूट, रंगदारी, किडनैपिंग और दुष्कर्म की खबरें सामने आ रही है. अपराध बढ़ रहा है. बावजूद इसके लॉ एंड ऑर्डर पस्त है. अभी अगस्त में हुए दुष्कर्म, और एसआईटी टीम पर हमले में दो पुलिसकर्मियों की हत्या की गुत्थी ठीक से सुलझी भी नहीं थी कि एक और दुष्कर्म का मामला सामने आ गया. पूरा मामला महिला थाना इलाके का है. जहां एक नाबालिग से पांच युवकों ने दुष्कर्म किया.
9
शिक्षक

एक नजर छपरा की बड़ी वारदातों पर

  • मढ़ौरा में सब इंस्पेक्टर सहित दो पुलिस कर्मियों की गोली मार कर हत्या, बीच बाजार में एसआईटी टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दो पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी गई.
  • 10 अगस्त को नगर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात सामने आई थी.
  • भलुई बाजार में अपराधियों ने एक टेंट हाउस संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी.
  • गड़खा थाना के अख्तियारपुर गांव में अपराधियों ने एक युवक को उसके घर से बुलाकर गोली मार दी.
  • रिविलगंज थाना के देवरिया गांव के पास छपरा-सीवान नेशनल हाईवे पर आपसी रंजिश में मंगलवार को गोली मारकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी.
  • बीते दिनों अमनौर थाना क्षेत्र के बिशुनपुरा गांव के पास एक कारोबारी को तीन अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी थी.
    3
    शिक्षाविद

'शासन ही नहीं तो सुशासन कैसे'
शिक्षाविद कहते हैं कि बिहार में शासन है ही नहीं तो सुशासन कैसे कह सकते हैं . नीतीश कुमार फेल हैं पूरी तरह से इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.

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लोजपा नेता

'राज्य के हालात सही नहीं'
वहीं एनडीए के घटक दल लोजपा के युवा नेता का कहना है कि राज्य के हालात आज सुचारू रूप से ठीक नहीं हैं.

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स्थानीय महिला

'अपराध बहुत बढ़ गया है'
एक स्थानीय महिला की मानें तो बिहार में अपराध इतना बढ़ गया है कि जेलों में कैदियों को रखने के लिए जगह नहीं है.

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शिक्षक

'बढ़ते अपराध को लेकर चिंतित'
शिक्षक भी बढ़ते अपराध को लेकर चिंतित हैं. इनका कहना है कि लड़कियां कोचिंग आने से डरती हैं, हमें भी चिंता सताती रहती है कि बच्चियां सुरक्षित घर से आएं जाएं.

1
कोचिंग संचालिका

'बच्चों की पहुंच से दूर रखे मोबाइल'
दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर रोक के लिए कोई बच्चों को मोबाइल देने से रोकने की सलाह दे रहा है तो कोई छोटे कपड़ों को वजह बनाने का विरोध कर रहा है.

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छात्रा

कब थमेगा बिहार में अपराध
मतलब जितनी मुंह उतनी बात, लेकिन सवाल वही है कि आखिर कब थमेगा बिहार में अपराध. क्योंकि अब लोग यह कहने लगे हैं कि बिहार में डर लगता है. अब खत्म हो गया है सुशासन बाबू का इकबाल.

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डॉक्टर

बिहार पुलिस का क्राइम रिकॉर्ड
अब अगर बिहार पुलिस के जुलाई तक के क्राइम रिकॉर्ड पर गौर करें तो जुलाई 2019 तक 893 दुष्कर्म की घटना दर्ज की गई है. वहीं 1,853 हत्या के मुकदमे लिखे जा चुके हैं. ऐसे में सवाल जस के तस हैं कि आखिर कब सुरक्षित होंगी बिहार में बेटियां. आखिर कब अपराध मुक्त बनेगा बिहार क्योंकि इतनी घटनाओं के बाद भी अब तक पुलिस प्रशासन की अंतरात्मा नहीं जागी है. तो दूसरी तरफ लोग पूछ रहे हैं कि कहां हैं सुशासन बाबू?

Intro:SLUG:-NOW SCARED IN BIHAR
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/ SARAN/BIHAR

Anchor:-बिहार के सुशासन बाबू की सरकार में जंगलराज से भी ज़्यादा भयानक स्थिति उत्त्पन्न हो गई हैं क्योंकि आये दिन रेप व गैंग रेप जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं साथ ही हत्या, लूट, अपहरण, चोरी व डकैती घटनाओं को बेतहासा वृद्धि हुई हैं जिस कारण घर से निकलना मुश्किल हो रहा हैं.

लड़कियों के घर से निकल कर स्कूल, कॉलेज व कोंचिंग जाने में डर सताने लग रहा हैं परिजन भी सशंकित हो भगवान से विनती कर रहे है कि मेरी बेटी सुरक्षित घर वापस लौट आये, रेप जैसी घटनाओं में इज़ाफ़ा होने से सबसे ज्यादा असर शिक्षा पर पड़ने लगा है क्योंकि बच्चियां घर से निकलने के वजाय अपने घरों में ही पढ़ाई पूरी करने लगी हैं.

बिहार व केंद्र की सत्ता से जुड़े सत्तारूढ़ दल लोकजनशक्ति पार्टी के पूर्व छात्र लोजपा के जिलाध्यक्ष सह युवा नेता धीरज सिंह ने अपने ही गठबंधन के नेता व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल को जंगलराज से भी बदत्तर स्थिति वाली बताया हैं साथ ही यह भी कहा कि बिहार की बेटियां सुरक्षित नही है जब तक बहन, बेटी व माताएं सुरक्षित नहीं रहेंगी तब किसी भी राज्य या देश के विकास की बात करना बेमानी होगी.

Byte:-धीरज सिंह, युवा नेता, लोजपा, सारण

Body:वही शिक्षक नेता विश्वजीत सिंह चंदेल ने कहा कि बिहार में अपराध का ग्राफ जितनी तेजी से बढ़ा हुआ हैं शायद कभी बढ़ा होगा, अपराध बढ़ने से बिहार की शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई हैं क्योंकि स्कूली बच्चें सशंकित रहने लगे है कि हमलोगे स्कूल कॉलेज पढ़ने जाते है तो क्या सुरक्षित घर वापस आएंगे की नही यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है.

Byte:-विश्वजीत सिंह चंदेल, शिक्षक, जिला स्कूल, छपरा

वही किशोर न्याय परिषद की सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता कश्मीरा सिंह ने बताया कि बिहार के लोगों के मन से प्रशासन या पुलिस का डर व भय पूरी तरह से खत्म हो गया हैं क्योंक अपराधी अपराध करता हैं और थानों में मामलें भी दर्ज होते है लेकिन त्वरित कार्यवाई नही होने से अपराधियों द्वारा डरा धमका कर गवाही बदलवाने में कामयाब हो जाते है जिस कारण जमानत या बाइज्जत बरी हो जाते है. इतना ही नही बल्कि बड़े-बड़े अपराधी अब छोटे - छोटे बच्चों से कई तरह के आपराधिक घटनाएं कराने लगे हैं क्योंकि किशोर न्याय परिषद की ओर से उन मासूमों या कम उम्र के बच्चों को सजा मिलती ही नही हैं.

Byte:-कश्मीरा सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता सह सदस्य, किशोर न्याय परिषद, सारण
Conclusion:शहर के जाने माने शिक्षाविद विक्की आनंद का कहना है कि राज्य में किसी का शासन ही नही है तो फिर सुशासन किस बात की कही जा रही हैं यहां कोई भी सुरक्षित नही हैं सुबह टहलने जाने से भी लोग अब कतरा रहे है क्योंकि घर से निकलते तो जरूर हैं लेकिन वापसी होगा कि नही यह कहना जल्दबाजी होगी.

Byte:-विक्की आनंद, शिक्षाविद, छपरा

कोचिंग संचालक साकेत श्रीवास्तव का कहना हैं कि सच में सुशासन बाबू की सरकार में अब डर लगने लगा है और माहौल भी कुछ इसी तरह से बना हुआ है क्योंकि सुशासन बाबू की सरकार का पहला कार्यकाल तो बहुत ही अच्छा था लेकिन दूसरे व तीसरे कार्यकाल में जिस तरह से विकास कार्य धीरे-धीरे नीचे जा रहा हैं उसी तरह से अपराध का ग्राफ ऊपर जा रहा हैं, रेप, लूट, हत्या आया अन्य प्रकार की जघन्य अपराधों में भारी वृद्धि हो गई हैं.

Byte:-साकेत श्रीवास्तव,
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