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छपरा शराबकांड: मुआवजे को लेकर पूरे वामदलों ने निकाला प्रतिवाद मार्च - Left parties protest march in Patna

Bihar News छपरा में जहरीली शराब से मौत (Death due to alcohol in Chhapra Bihar) मामले में बिहार सरकार का जमकर विरोध हो रहा है. ऐसे में मसौढ़ी में वामदलों ने पीड़ित परिवारों को 10 लाख मुआवजा देने और शराब कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करने को लेकर प्रतिवाद मार्च निकाला. पढ़ें पूरी खबर...

Left parties protest march in Chhapra for compensation in liquor case
Left parties protest march in Chhapra for compensation in liquor case
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Published : Dec 19, 2022, 3:53 PM IST

मुआवजे को लेकर भाकपा माले का बयान

पटना: बिहार में छपरा शराब कांड (Bihar Hooch Tragedy) को लेकर विरोध तेज हो गया है. पूरे बिहार में इन दिनों सियासी हलचल मची हुई है. सड़क से लेकर सदन तक लगातार एक तरफ जहां विपक्षी हमलावर हो रहे हैं वहीं महागठबंधन के घटक के लोग भी इसका विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. अब मसौढ़ी में वामदलों ने पीड़ित परिवारों को 10 लाख मुआवजा देने और शराब कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करने को लेकर प्रतिवाद मार्च (Left parties protest march in Patna) निकाला.

यह भी पढ़ेंः Chapra Hooch Tragedy: जहरीली शराबकांड में अब तक 73 की गई जान, 67 मौतों की पुष्टि

मुआवजे को लेकर निकाला गया जुलूस: दरअसल, बिहार में जहरीली शराब कांड से मौत का सिलसिला जारी है. अब तक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. जिसको लेकर वामदलों ने सड़क से लेकर सदन तक इसका विरोध जता रहे हैं. वही आज पूरे बिहार भर में इसका विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मसौढ़ी में कई जगहों पर जुलूस निकालकर इसका विरोध जताते हुए प्रतिवाद मार्च किया (Left parties protest march in Chhapra) है. सरकार से जहरीली शराब कांड के मृतकों को 10 लाख मुआवजा देने और शराब करोबारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. वहीं राज्य भर में शराबबंदी के नाम पर दलितों गरीबों पर दमन करने के साथ-साथ सारण में कथित तौर पर शराब पीने की वजह से मरने वाले लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं. कार्यालय से मेन रोड थाना रोड होते हुए कर्पूरी चौक तक जुलूस निकाला गया.

"शराब को लेकर भाजपा की चल रही साजिश की भी जांच होनी चाहिए, इसके अलावा सरकार से सभी मृतकों को ₹10 लाख मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. शराबबंदी कानून सही है लेकिन शराब माफिया पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि माफिया पर प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होती हैं." :- कमलेश कुमार, जिला कमेटी, भाकपा माले

शराब को लेकर भाजपा की चल रही है साजिश: वाम दलों के नेता ने बताया कि शराब को लेकर भाजपा की चल रही साजिश की भी जांच होनी चाहिए, इसके अलावा सरकार से सभी मृतकों को ₹10 लाख मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून सही है लेकिन शराब माफिया पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि माफिया पर प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होती हैं. जिस वजह से इन सभी शराब माफियाओं का मनोबल बढ़ता जा रहा है. इसका नतीजा है कि जहरीली शराब पीने से छपरा में कई लोगों की मौत हो चुकी हैं. सरकार और प्रशासन को इस बात पर गंभीर होना चाहिए ताकि बिहार में शराब ना आ सके.

मुआवजे को लेकर भाकपा माले का बयान

पटना: बिहार में छपरा शराब कांड (Bihar Hooch Tragedy) को लेकर विरोध तेज हो गया है. पूरे बिहार में इन दिनों सियासी हलचल मची हुई है. सड़क से लेकर सदन तक लगातार एक तरफ जहां विपक्षी हमलावर हो रहे हैं वहीं महागठबंधन के घटक के लोग भी इसका विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. अब मसौढ़ी में वामदलों ने पीड़ित परिवारों को 10 लाख मुआवजा देने और शराब कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करने को लेकर प्रतिवाद मार्च (Left parties protest march in Patna) निकाला.

यह भी पढ़ेंः Chapra Hooch Tragedy: जहरीली शराबकांड में अब तक 73 की गई जान, 67 मौतों की पुष्टि

मुआवजे को लेकर निकाला गया जुलूस: दरअसल, बिहार में जहरीली शराब कांड से मौत का सिलसिला जारी है. अब तक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. जिसको लेकर वामदलों ने सड़क से लेकर सदन तक इसका विरोध जता रहे हैं. वही आज पूरे बिहार भर में इसका विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मसौढ़ी में कई जगहों पर जुलूस निकालकर इसका विरोध जताते हुए प्रतिवाद मार्च किया (Left parties protest march in Chhapra) है. सरकार से जहरीली शराब कांड के मृतकों को 10 लाख मुआवजा देने और शराब करोबारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. वहीं राज्य भर में शराबबंदी के नाम पर दलितों गरीबों पर दमन करने के साथ-साथ सारण में कथित तौर पर शराब पीने की वजह से मरने वाले लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं. कार्यालय से मेन रोड थाना रोड होते हुए कर्पूरी चौक तक जुलूस निकाला गया.

"शराब को लेकर भाजपा की चल रही साजिश की भी जांच होनी चाहिए, इसके अलावा सरकार से सभी मृतकों को ₹10 लाख मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. शराबबंदी कानून सही है लेकिन शराब माफिया पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि माफिया पर प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होती हैं." :- कमलेश कुमार, जिला कमेटी, भाकपा माले

शराब को लेकर भाजपा की चल रही है साजिश: वाम दलों के नेता ने बताया कि शराब को लेकर भाजपा की चल रही साजिश की भी जांच होनी चाहिए, इसके अलावा सरकार से सभी मृतकों को ₹10 लाख मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून सही है लेकिन शराब माफिया पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि माफिया पर प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होती हैं. जिस वजह से इन सभी शराब माफियाओं का मनोबल बढ़ता जा रहा है. इसका नतीजा है कि जहरीली शराब पीने से छपरा में कई लोगों की मौत हो चुकी हैं. सरकार और प्रशासन को इस बात पर गंभीर होना चाहिए ताकि बिहार में शराब ना आ सके.

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