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कानपुर शुगर मिल की जमीन पर भू-माफिया कर रहे अवैध कब्जा, स्थानीय लोगों में भारी रोष

तरैया और पानापुर के दर्जनों भू-माफिया फर्जी दस्तावेज के सहारे जमीन पर कब्जा जमा रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर रोका नहीं गया तो भविष्य में खूनी संघर्ष भी हो सकता है.

शुगर मिल पर भू-माफिया का कब्जा
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Published : Aug 18, 2019, 12:06 PM IST

छपरा: जिले के मढ़ौरा में तरैया स्थित शुगर मिल की जमीन को फर्जी कागजात के सहारे खरीद-फरोख्त की जा रही है. सरकारी जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर अवैध तरीके से कब्जा करने का गोरखधंधा चल रहा है. इस अवैध काम में दूसरे जिले के भू-माफिया भी सक्रिय हैं. इसके कारण स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

तरैया प्रखंड मुख्यालय स्थित रामकोला गांव में स्थित है कानपुर शुगर मिल. यहां मिल की लगभग 260 एकड़ जमीन है. इस पर तरैया और पानापुर के दर्जनों भू-माफिया सैकड़ों वर्ष पूर्व जाली कागजात बनाकर कब्जा कर रहे हैं. बंजर पड़ चुकी इस जमीन पर भू-माफियाओं ने कृषि योग्य बनाने की कोशिश की थी. हालांकि उस दौरान स्थानीय ग्रामीणों के विरोध देख भू-माफिया भाग खड़े हुए थे. इस मामले में स्थानीय लोगों ने थाना और अंचल पदाधिकारी को लिखित शिकायत भी की थी. लोगों ने क्षेत्रीय विधायक को भी इस मामले से अवगत कराया.

people
स्थानीय ग्रामीण

भविष्य में बढ़ सकता है संघर्ष
स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि इस जमीन को लेकर सरकार को कुछ कदम उठाना चाहिए. जमीन को लेकर लोगों में वाद-विवाद चल रहा है. कब्जा कर रहे लोगों को ग्रामीणों ने भगा दिया था. लेकिन भविष्य में इसको रोका नहीं गया तो खूनी संघर्ष भी हो सकता है.

sugar mil
रैया के शुगर मिल की जमीन

दूसरे जिले के भू-माफिया भी हैं सक्रिय
इस मामले को स्थानीय राजद विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय विधानसभा सत्र में उठा चुके हैं. सदन में मामला उठने के बाद स्थानीय प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा से जागी है. हालांकि स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि यहां के भू-माफियाओं का सांठ-गांठ गोपालगंज के भू माफियाओं से है. कानपुर शुगर मिल का लगभग आधे से ज्यादा जमीन को भू-माफिया ने अपने कब्जे में कर लिया है. माफिया ने जमीन पर अवैध कब्जा अपने पूर्वजों के नाम पर फर्जी दस्तावेज के आधार की है. वहीं राजद विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय ने इस जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा कर फिर से चीनी मिल स्थापित करने की मांग की है.

mudrika prasad ray
राजद विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय

शुगर मिल पर पावर ग्रिड और इंटर महाविद्यालय का निर्माण
हालांकि अभी भी उक्त जमीन पर दबंग भू मीफिया अवैध तरीके से खेती कर रहे हैं. वहीं सरकार के अधीनस्थ अधिकारी भी पीछे नहीं हैं. कानपुर मिल की जमीन पर अवैध रूप से इंटर महाविद्यालय और बिजली विभाग के पावर ग्रिड का निर्माण कराया गया है. वहीं ई-किसान भवन अभी निर्माणाधीन है. राज्य सरकार के कृषि विभाग की ओर से प्रस्तावित कृषि अनुसंधान केन्द्र के लिए लगभग 24 एकड़ जमीन अधिग्रहण भी की गयी है, जिस पर निर्माण कराना बाकी है. इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश दिख रहा है.

1997 से बंद पड़ी है शुगर मिल
मालूम हो कि तरैया के रामकोला गांव में कानपुर शुगर मिल का 260 एकड़ जमीन है. जिसमें पहले ईख की खेती होती थी. कानपुर शुगर मिल किसी कारणवश 1997 में बंद हो गई. तब से यह जमीन बंजर बनी हुई है. अंचल कार्यालय के अभिलेख में यह जमीन कानपुर शुगर वर्क्स कम्पनी लिमिटेड रामकोला स्टेट के नाम पर है.

छपरा: जिले के मढ़ौरा में तरैया स्थित शुगर मिल की जमीन को फर्जी कागजात के सहारे खरीद-फरोख्त की जा रही है. सरकारी जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर अवैध तरीके से कब्जा करने का गोरखधंधा चल रहा है. इस अवैध काम में दूसरे जिले के भू-माफिया भी सक्रिय हैं. इसके कारण स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

तरैया प्रखंड मुख्यालय स्थित रामकोला गांव में स्थित है कानपुर शुगर मिल. यहां मिल की लगभग 260 एकड़ जमीन है. इस पर तरैया और पानापुर के दर्जनों भू-माफिया सैकड़ों वर्ष पूर्व जाली कागजात बनाकर कब्जा कर रहे हैं. बंजर पड़ चुकी इस जमीन पर भू-माफियाओं ने कृषि योग्य बनाने की कोशिश की थी. हालांकि उस दौरान स्थानीय ग्रामीणों के विरोध देख भू-माफिया भाग खड़े हुए थे. इस मामले में स्थानीय लोगों ने थाना और अंचल पदाधिकारी को लिखित शिकायत भी की थी. लोगों ने क्षेत्रीय विधायक को भी इस मामले से अवगत कराया.

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स्थानीय ग्रामीण

भविष्य में बढ़ सकता है संघर्ष
स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि इस जमीन को लेकर सरकार को कुछ कदम उठाना चाहिए. जमीन को लेकर लोगों में वाद-विवाद चल रहा है. कब्जा कर रहे लोगों को ग्रामीणों ने भगा दिया था. लेकिन भविष्य में इसको रोका नहीं गया तो खूनी संघर्ष भी हो सकता है.

sugar mil
रैया के शुगर मिल की जमीन

दूसरे जिले के भू-माफिया भी हैं सक्रिय
इस मामले को स्थानीय राजद विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय विधानसभा सत्र में उठा चुके हैं. सदन में मामला उठने के बाद स्थानीय प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा से जागी है. हालांकि स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि यहां के भू-माफियाओं का सांठ-गांठ गोपालगंज के भू माफियाओं से है. कानपुर शुगर मिल का लगभग आधे से ज्यादा जमीन को भू-माफिया ने अपने कब्जे में कर लिया है. माफिया ने जमीन पर अवैध कब्जा अपने पूर्वजों के नाम पर फर्जी दस्तावेज के आधार की है. वहीं राजद विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय ने इस जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा कर फिर से चीनी मिल स्थापित करने की मांग की है.

mudrika prasad ray
राजद विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय

शुगर मिल पर पावर ग्रिड और इंटर महाविद्यालय का निर्माण
हालांकि अभी भी उक्त जमीन पर दबंग भू मीफिया अवैध तरीके से खेती कर रहे हैं. वहीं सरकार के अधीनस्थ अधिकारी भी पीछे नहीं हैं. कानपुर मिल की जमीन पर अवैध रूप से इंटर महाविद्यालय और बिजली विभाग के पावर ग्रिड का निर्माण कराया गया है. वहीं ई-किसान भवन अभी निर्माणाधीन है. राज्य सरकार के कृषि विभाग की ओर से प्रस्तावित कृषि अनुसंधान केन्द्र के लिए लगभग 24 एकड़ जमीन अधिग्रहण भी की गयी है, जिस पर निर्माण कराना बाकी है. इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश दिख रहा है.

1997 से बंद पड़ी है शुगर मिल
मालूम हो कि तरैया के रामकोला गांव में कानपुर शुगर मिल का 260 एकड़ जमीन है. जिसमें पहले ईख की खेती होती थी. कानपुर शुगर मिल किसी कारणवश 1997 में बंद हो गई. तब से यह जमीन बंजर बनी हुई है. अंचल कार्यालय के अभिलेख में यह जमीन कानपुर शुगर वर्क्स कम्पनी लिमिटेड रामकोला स्टेट के नाम पर है.

Intro:डे प्लान वाली ख़बर हैं
SLUG:-BHU MAFIYAN
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/ SARAN/BIHAR

Anchor:-नटवरलाल के ज़िले में एक बार भी नटवरलाल जन्म ले लिया है लेकिन अब के नटवरलाल सैकड़ों वर्ष पहले के जमीन का दस्तावेज फर्जी तरीक़े से बनाकर सरकारी ज़मीन को अवैध तरीक़े से कब्ज़ा करने गोरखधंधा करने में लगे हुए हैं.

तरैया प्रखंड मुख्यालय स्थित रामकोला गांव में कानपुर शुगर मिल की लगभग 260 एकड़ जमीन पर तरैया व पानापुर के दर्जनों भू-माफियाओं के द्वारा सैकड़ो वर्ष पूर्व का जाली कागजात बनाकर कब्जा किया जा रहा है. जिसको लेकर भू-माफियाओं द्वारा बंजर जमीन कृषि योग्य बनाने के लिए चढ़ाई की गई थी उस दौरान स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा विरोध करने पर भू-माफिया भाग खड़े हुए थे. हालांकि इस मामलें को स्थानीय ग्रामीणों द्वारा थाना व अंचल पदाधिकारी को लिखित शिकायत के बाद क्षेत्रीय विधायक से मिल कर इस मामले से अवगत कराया गया था.

Body:स्थानीय राजद विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय ने विधानसभा सत्र के दौरान सदन में इस मामले को उठाया था और सदन में मामला उठाये जाने के बाद स्थानीय प्रशासन की निद्रा टुटी है लेकिन ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही हैं क्योंकि इस मामले में स्थानीय ग्रामीण विजय कुमार यादव ने बताया कि भू-माफियाओं का सांठ-गांठ गोपालगंज के भू माफियाओं से भी है जिससे मिली भगत कर कानपुर सुगर मिल के लगभग 260 एकड़ जमीन में से आधे जमीन को अपने पूर्वजो के नाम पर फर्जी दस्तावेज़ को अधार बनाकर उक्त जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है.

Byte:-मुंद्रिका प्रसाद राय, विधायक, तरैया


Conclusion:अभी भी उक्त जमीन पर दबंग भू मीफियाओं द्वारा अवैध तरीके से खेती की जा रही है तो वही सरकार के अधीनस्थ अधिकारी भी पिछे नही है क्योंकि कानपुर सुगर मिल के जमीन पर अवैध रूप से इंटर महाविद्यालय व बिजली विभाग के द्वारा पावर ग्रिड का निर्माण कराया गया है जबकि ई-किसान भवन अभी भी निर्माणाधीन है इतना ही नही राज्य सरकार के कृषि विभाग द्वारा प्रस्तावित कृषि अनुसंधान केन्द्र के लिए लगभग 24 एकड़ जमीन अधिग्रहण भी किया गया है जिस पर निर्माण कराना बाकी है. इसे लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश दिख रहा है तो दुसरी तरफ प्रशासन द्वारा कान बंद कर सब देखा जा रहा है.

Byte:-वॉक थ्रू
विजय कुमार यादव व कुंदन कुमार
धर्मेन्द्र कुमार रस्तोगी

मालूम हो कि तरैया के रामकोला गांव में कानपुर सुगर मिल का 260 एकड़ ज़मीन जिसमें पहले ईंख की खेती होती थी कानपुर सुगर मिल के किसी कारण से 1997 में बंद हो गई तब से यह ज़मीन बंजर बनी हुई हैं अंचल कार्यालय के अभिलेख में यह ज़मीन कानपुर सुगर वर्क्स कम्पनी लिमिटेड रामकोला स्टेट के नाम से है.
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