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JPU के VC का बड़ा बयान- विवि अधिकारी कर रहे षड़यंत्र, इसलिए नहीं लग रही जेपी की प्रतिमा

जेपीयू में मेरे आने से किसी को बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही है. जिस कारण प्रशासनिक कार्यो में बेवजह व्यवधान उत्पन्न करने में लगे रहते हैं. मैंने यूनिवर्सिटी के अंदर किसी भी अधिकारी और कर्मचारियों के गलत कदम उठाए जाने पर रोकने का प्रयास करता हूं.

प्रो हरिकेश सिंह, कुलपति, जेपीयू
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Published : Aug 16, 2019, 5:05 PM IST

सारण: जेपीयू में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाने को लेकर काफी विवाद हुआ है. इसको लेकर जेपीयू के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह का बयान आया कि मुख्यमंत्री विकास योजना का पैसा अशुद्ध होता है. इस मामले को विधानसभा के मॉनसून सत्र में भी उठाया गया था. इस पर काफी हंगामा भी हुआ. वहीं, इस मामले पर जेपीयू के कुलपति ने ईटीवी भरात के सामने आकर उनके दिये बयानों का खंडन किया और कहा जिसके द्वारा भी यह बयान दिया गया है वह गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है.

विवि प्रशासन ने नहीं लगाई जेपी की प्रतिमा
कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह ने बताया कि जेपीयू के बने हुए लगभग 29 साल हो गए हैं. साल 2008 से नए भवन में संचालित भी हो रहा है. लेकिन आज तक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा विश्वविद्यालय प्रशासन ने नहीं लगाई है. जब भी प्रतिमा लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है तो जेपीयू से जुड़े प्राध्यापकों और अधिकारियों की ओर से साजिश रच कर व्यवधान कर दिया जा रहा है.

प्रो. हरिकेश सिंह, कुलपति, जेपीयू

जेपीयू में मेरे कारण किसी को हो रही तकलीफ
कुलपति ने कहा कि जेपीयू में मेरे आने से किसी को काफी तकलीफ हो रही है. जिस कारण प्रशासनिक कार्यों में बेवजह व्यवधान उत्पन्न होता है. मैंने यूनिवर्सिटी के अंदर किसी भी अधिकारी और कर्मचारियों के गलत कदम उठाए जाने पर रोकने का प्रयास करता हूं. इतना ही नहीं जब से कुलपति का प्रभार लिया हूं तब से लेकर आज तक छात्र, शिक्षक और शिक्षकोत्तर कर्मचारियों के लिए सकारात्मक कार्य करता रहता हूं.

विवि को बनाया है शोषण का साधन
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जेपीयू से जुड़े अधिकारियों ने विवि को शोषण का साधन बना दिया है. जितने भी नेता हैं वे सभी लोग बड़ा-बड़ा शिलापट्ट लगाने के अलावा कोई काम नहीं किए हैं. जबकि इतने साल हो गए लेकिन जेपीयू में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा नहीं लगी है.

विधान परिषद में दी गई गलत जानकारी
प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा कि इस मामले के बारे में विधान परिषद में गलत जानकारी दी गई. इससे विधायी प्रक्रिया को कलंकित किया गया है. मैं इसकी घोर निंदा करता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मैं इस विश्वविद्यालय में रहा तो जरूर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाऊंगा.

जेपी की प्रतिमा लगाने की हुई थी घोषणा
गौरतलब है कि 11 अक्टूबर 2018 को लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिन पर, उनके गांव सिताब दियारा में पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन ने राजनेताओं के सामने कहा था कि जयप्रकाश नारायण के नाम पर अध्ययन पीठ की स्थापना, प्रतिमा लगाना, श्रृंखला व्याख्यान होना चाहिए.

सारण: जेपीयू में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाने को लेकर काफी विवाद हुआ है. इसको लेकर जेपीयू के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह का बयान आया कि मुख्यमंत्री विकास योजना का पैसा अशुद्ध होता है. इस मामले को विधानसभा के मॉनसून सत्र में भी उठाया गया था. इस पर काफी हंगामा भी हुआ. वहीं, इस मामले पर जेपीयू के कुलपति ने ईटीवी भरात के सामने आकर उनके दिये बयानों का खंडन किया और कहा जिसके द्वारा भी यह बयान दिया गया है वह गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है.

विवि प्रशासन ने नहीं लगाई जेपी की प्रतिमा
कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह ने बताया कि जेपीयू के बने हुए लगभग 29 साल हो गए हैं. साल 2008 से नए भवन में संचालित भी हो रहा है. लेकिन आज तक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा विश्वविद्यालय प्रशासन ने नहीं लगाई है. जब भी प्रतिमा लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है तो जेपीयू से जुड़े प्राध्यापकों और अधिकारियों की ओर से साजिश रच कर व्यवधान कर दिया जा रहा है.

प्रो. हरिकेश सिंह, कुलपति, जेपीयू

जेपीयू में मेरे कारण किसी को हो रही तकलीफ
कुलपति ने कहा कि जेपीयू में मेरे आने से किसी को काफी तकलीफ हो रही है. जिस कारण प्रशासनिक कार्यों में बेवजह व्यवधान उत्पन्न होता है. मैंने यूनिवर्सिटी के अंदर किसी भी अधिकारी और कर्मचारियों के गलत कदम उठाए जाने पर रोकने का प्रयास करता हूं. इतना ही नहीं जब से कुलपति का प्रभार लिया हूं तब से लेकर आज तक छात्र, शिक्षक और शिक्षकोत्तर कर्मचारियों के लिए सकारात्मक कार्य करता रहता हूं.

विवि को बनाया है शोषण का साधन
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जेपीयू से जुड़े अधिकारियों ने विवि को शोषण का साधन बना दिया है. जितने भी नेता हैं वे सभी लोग बड़ा-बड़ा शिलापट्ट लगाने के अलावा कोई काम नहीं किए हैं. जबकि इतने साल हो गए लेकिन जेपीयू में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा नहीं लगी है.

विधान परिषद में दी गई गलत जानकारी
प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा कि इस मामले के बारे में विधान परिषद में गलत जानकारी दी गई. इससे विधायी प्रक्रिया को कलंकित किया गया है. मैं इसकी घोर निंदा करता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मैं इस विश्वविद्यालय में रहा तो जरूर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाऊंगा.

जेपी की प्रतिमा लगाने की हुई थी घोषणा
गौरतलब है कि 11 अक्टूबर 2018 को लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिन पर, उनके गांव सिताब दियारा में पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन ने राजनेताओं के सामने कहा था कि जयप्रकाश नारायण के नाम पर अध्ययन पीठ की स्थापना, प्रतिमा लगाना, श्रृंखला व्याख्यान होना चाहिए.

Intro:एक्सक्लुसिव
डे प्लान वाली ख़बर हैं
SLUG:-JPU VC
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/ SARAN/BIHAR

Anchor:- जयप्रकाश विश्वविद्यालय परिसर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाने के लिए जेपीयू के कुलपति द्वारा दिए गए बयान मुख्यमंत्री विकास योजना का पैसा अशुद्ध होता हैं के मामलें में बिहार विधान परिषद में जमकर हंगामा व नारेबाज़ी के बाद ईटीवी भारत के सामने आए कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने खंडन करते हुए कहा कि जिस सज्जन के द्वारा यह मामला उठाया गया है वह असत्य व दुर्भाग्यपूर्ण है.

जेपीयू के बने हुए लगभग 29 वर्ष हो गए है और वर्ष 2008 से नए भवन में संचालित भी हो रहा हैं लेकिन आज तक अपने कुलदेवता की प्रतिमा लगाने में विश्वविद्यालय प्रशासन नकारा साबित हुई हैं और जब लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही हैं तो जेपीयू से जुड़े प्राध्यापकों व अधिकारियों ने इसे साजिश के तहत व्यवधान किया जा रहा है जबकि यह किसी के लिए शुभ संकेत नही है.

Body:जेपीयू में मेरा आना किसी को नागवार गुजर रहा हैं जिस कारण प्रशासनिक कार्यो में बेवजह व्यवधान उत्पन्न कराने में लगे रहते है क्योंकि मेरे आने से किसी भी अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा गलत कदम उठाए जाने पर मैं रोकने का प्रयास किया करता हूं, इतना ही नही बल्कि जब से कुलपति का प्रभार लिया हूं तब से लेकर आज तक छात्र, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के लिए सकारात्मक कार्य करते रहता हूँ.

जेपीयू से जुड़े अधिकारियों ने इसें शोषण का साधन बना दिया गया है जितने भी नेता हैं वे सभी लोग बड़ा-बड़ा शिलापट्ट लगाने के अलावे कोई काम नही किया हैं जबकि इतने वर्ष हो गए लेकिन जेपीयू के कुलदेवता की प्रतिमा नही लगा पाए है और शोषण व लूट के अलावे कोई कार्य किया गया हो तो बताया जाए.

Byte:-प्रो हरिकेश सिंह, कुलपति, जेपीयू छपरा

Conclusion:वही उन्होंने बताया कि शोध से संबंधित (पीजीआरसी)
की बैठक के दौरान जेपी की प्रतिमा लगाने की बात सामने आई थी तो मैंने कहा कि प्रतिमा तो निश्चित लगेगी लेकिन किसी के निजी कोष ने नही बल्कि जन सहयोग से क्योंकि विश्वविद्यालय के कुलदेवता लोकनायक जयप्रकाश नारायण छात्र, अभिभावक, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं और इन्ही लोगों के द्वारा दिए गए अंशदान से प्रतिमा लगेगी.

कुलपति ने खुले तौर पर सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद प्रो बीरेंद्र नारायण यादव को कहा कि अपने आपको हिंदी के विद्वान कहते हैं तो फिर जेपीयू के सीनेट हॉल में राहुल सांकृत्यायन के नाम को गलत क्यों लिखा गया था उस समय कहा गई थी उनकी हिंदी प्रेम.
विधान पार्षद के द्वारा विधान परिषद में गलत जानकारी देकर विधायी प्रक्रिया को कलंकित किया है जिसका मैं घोर निंदा करता हूं..

हालांकि विगत 11 अक्टूबर 2018 को लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिन पर उनके गांव सिताब दियरा में तत्कालीन महामहिम लालजी टंडन ने राजनेताओं के सामने कहा था कि जयप्रकाश नारायण के नाम पर अध्ययन पीठ की स्थापना, प्रतिमा लगाना, श्रृंखला व्याख्यान होना चाहिए और जब मैं कर रहा हूँ तो इनलोगों को बेचैनी हो रही हैं..
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