सारणः छपरा के जय प्रकाश विश्वविद्यालय में शुक्रवार को सम्पूर्ण क्रांति के प्रणेता लोक नायक जेपी की 117वीं जयंती मनाई गई. विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस मौके पर कई विद्वानों ने जेपी को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
जेपी के सम्पूर्ण जीवन पर हुई चर्चा
विश्वविद्यालय के कुलपति ने जेपी के सम्पूर्ण जीवन की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि जेपी ने अपने जीवन में कई अनोखे काम किये हैं. जिससे उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया जाएगा. जेपी ने भू-दान आंदोलन से लेकर चंबल के बिहड़ौ के कुख्यात माधो और मोहर सिंह के आत्मसमर्पण में भी अपनी अहम भूमिका निभाई थी. वहीं कुलपति ने कहा कि जेपी जिस सिद्धांतों पर चले आज उनके अनुयाइयों ने सत्ता में आने के बाद उन सिद्धांतों की तिलांजलि दे दी है. अब वे अपनी स्वार्थ की राजनीति करने में लगे हैं. अगर आज जेपी जिंदा होते तो उन्हें बहुत दुख होता.