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दरभंगा ब्लास्ट मामले में सुफियान का जावेद से जुड़ा कनेक्शन, जानें पिता ने क्या कहा...

आतंकी कनेक्शन मामले में कश्मीर जेल में बंद जावेद से एक बार फिर पूछताछ की जाएगी. इस बार पूछताछ का विषय सुफियान की पहचान और दरभंगा ब्लास्ट होगा. जावेद के घर जाकर ईटीवी भारत की टीम ने जानना चाहा कि उनके घर वाले इस बारे में क्या कहते हैं. पढ़ें रिपोर्ट.

जावेद के पिता
जावेद के पिता
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Published : Jun 23, 2021, 11:10 PM IST

छपराः दरभंगा ब्लास्ट (Darbhanga Blast) में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. नए कनेक्शन की तलाश की जा रही है. इसी में से एक नाम जावेद का भी सामने आ रहा है. दरभंगा ब्लास्ट में जिस सुफियान की तलाश की जा रही है. उस सुफियान का कनेक्शन जावेद से जुड़ गया है.

जावेद वही है, जो फिलहाल आंतकी कनेक्शन के मामले में कश्मीर जेल में बंद है. ईटीवी भारत की टीम जावेद के घर छपरा के नगरा प्रखंड के देव बहुआरा गांव (Dev Bahuara Village) पहुंची.

यह भी पढ़ें - Darbhanga Blast: इंडियन मुजाहिदीन का गढ़ रहा है दरभंगा, ब्लास्ट से उठ रहे कई सवाल

बहुत बोल चुका हूं, अब नहीं बोलूंगा
आंतकी कनेक्शन के मामले में जम्मू कश्मीर जेल में बंद छपरा के जावेद के पिता महफूज आलम ने कहा कि मैं इस मामले में अब कुछ नहीं बोलूंगा. बहुत बोल चुका हूं. अब मैं बोल-बोल कर थक गया हूं. मेरी बात नहीं सुनी गई.

उन्होंने रोष जाहिर करते हुए कहा कि तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर और बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया गया. उन्होंने ऑफ द रिकार्ड कहा कि मेरा बेटा निर्दोष साबित होगा. मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.

यह भी पढ़ें- कश्मीर के जेल में बंद है जावेद, दोस्त सुफियान को ढूंढ़ रही ATS

'अब आप लोग मुझ पर रहम करें'
छपरा जिले के मरहौरा अनुमंडल के नगरा प्रखंड के देव बहुआरा गांव निवासी रिटायर्ड शिक्षक महफूज आलम ने डबडबाई आंखों से कहा, अब आप लोग मेरे ऊपर रहम करिए. मैं कुछ भी बोलने में अक्षम हूं. अब चार्जशीट दाखिल होगी, तो कोर्ट में सुनवाई होगी ही.

वहीं इस गांव के मुखिया मनोज कुमार सिंह ने कहा कि महफूज आलम (शिक्षक) के दो पुत्र अल्ताफ और दूसरा पुत्र जावेद को हमने बहुत कम समय के लिए देखा है. क्योंकि यह गांव मे रहते ही नहीं थे.

नहीं शुरू हुई सुनवाई
जावेद का छोटा भाई पंजाब में इंजीनियरिंग करता था. जावेद भी वहीं रहता था. जब पुलिस आकर उसे ले गयी तो पता चला कि पुलिस उसे आंतकी कनेक्शन के सिलसिले में गिरफ्तार कर ले गयी है. फिलहाल इस वक्त जावेद जम्मू कश्मीर की एक जेल में बंद है. और अभी तक जावेद के मुकदमे की कार्रवाई शुरू नहीं हो सकी है.

यह भी पढ़ें- दरभंगा बम ब्लास्ट का कश्मीर से जुड़ा कनेक्शन, जेल में बंद जावेद से पूछताछ करेगी ATS

अब तक का हुआ सबसे बड़ा खुलासा
दरभंगा ब्लास्ट मामले में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, इस व्लास्ट का कनेक्शन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ रहा है. फिलहाल एटीएस की टीम मामले की जांच कर रही है. सूत्रों की माने तो इस मामले में सिकंदराबाद रेल थाना पुलिस और तेलंगाना ATS के सहियोग से चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. फिलहाल सभी से पूछताछ जारी है. खबर ये भी है कि इस मामले की जांच NIA को सौंपा जा सकता है.

जानें, दरभंगा ब्लास्ट का पूरा मामला
गौरतलब है कि दरभंगा रेलवे स्टेशन (Darbhanga Railway Station) पर 17 जून को एक पार्सल में धमाका हुआ था. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. बताया जाता है कि पार्सल में कुछ कपड़े थे और इनके बीच केमिकल की एक शीशी रखी हुई थी.

जानकारी के अनुसार, पार्सल भेजने वाले का नाम-पता आंध्रप्रदेश सिकंदराबाद निवासी सुफियान लिखा था. जांच के क्रम में पाया गया कि उसका मोबाइल नंबर उत्तर प्रदेश के शामली जिले का है. सूत्रों के अनुसार, एटीएस (UP ATS) की टीम शामली पहुंच गई है और मामले की जांच कर रही है.

दरभंगा ब्लास्ट का शामली कनेक्शन
जानकारी के अनुसार पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का जो मोबाइल नंबर ट्रेस हुआ है, वह यूपी के शामली से जुड़ा हुआ है. दरभंगा मामले में एटीएस, यूपी के शामली में भी जांच कर सकती है.

बताया जा रहा है कि पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का फोन नंबर और एड्रेस दोनों गलत पाया गया है. ऐसे में अब यह जांच का विषय है कि जिस व्यक्ति ने यह पार्सल भेजा है उसका नाम भी सही है या नहीं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है.

सीडीआर में विदेशी नंबर
सूत्रों की मानें तो एटीएस की टीम ने मोबाइल नंबर की सीडीआर भी निकलवाई है. जानकारी के अनुसार, कॉल डिटेल रिपोर्ट में कुछ विदेशी नंबर मिले हैं. बताया जा रहा है कि उन नंबरों पर लगातार बात हो रही थी.

मो. सुफियान की तलाश में जुटी ATS
बता दें कि दरभंगा ब्लास्ट मामले में जब से मोहम्मद सुफियान का नाम सामने आया है, तब से वह जांच एजेंसियों के रडार पर है. अब शामली में उसकी तलाश की जा रही है.

एटीएस को शक है कि ये मो. सुफियान अख्तर हो सकता है. जिसकी तलाश आतंकी कनेक्शन को लेकर साल 2016 से की जा रही है. खबर के मुताबिक 2016 में जब आतंकी सामी को गिरफ्तार किया गया था तो पहली बार मो. सुफियान का नाम सामने आया था. तब से एटीएस को उसकी तलाश है. खबर के मुताबिक आतंकी सुफियान पाकिस्तान में आतंक की ट्रेनिंग ले चुका है.

पढ़ें: दरभंगा ब्लास्ट: झारखंड के चतरा से भी जुड़े तार, सुरक्षा एजेंसियों को है इसकी तलाश

पढ़ें: Darbhanga Blast Update: हैदराबाद पहुंची दरभंगा ब्लास्ट की जांच की आंच, आज पहुंचेंगे रेल DSP

पढ़ें: Darbhanga Blast: इंडियन मुजाहिदीन का गढ़ रहा है दरभंगा, ब्लास्ट से उठ रहे कई सवाल

पढ़ें: Darbhanga Blast: तमिलनाडु एटीएस ने कंसाइनमेंट भेजने वाले का बनवाया स्केच

छपराः दरभंगा ब्लास्ट (Darbhanga Blast) में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. नए कनेक्शन की तलाश की जा रही है. इसी में से एक नाम जावेद का भी सामने आ रहा है. दरभंगा ब्लास्ट में जिस सुफियान की तलाश की जा रही है. उस सुफियान का कनेक्शन जावेद से जुड़ गया है.

जावेद वही है, जो फिलहाल आंतकी कनेक्शन के मामले में कश्मीर जेल में बंद है. ईटीवी भारत की टीम जावेद के घर छपरा के नगरा प्रखंड के देव बहुआरा गांव (Dev Bahuara Village) पहुंची.

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बहुत बोल चुका हूं, अब नहीं बोलूंगा
आंतकी कनेक्शन के मामले में जम्मू कश्मीर जेल में बंद छपरा के जावेद के पिता महफूज आलम ने कहा कि मैं इस मामले में अब कुछ नहीं बोलूंगा. बहुत बोल चुका हूं. अब मैं बोल-बोल कर थक गया हूं. मेरी बात नहीं सुनी गई.

उन्होंने रोष जाहिर करते हुए कहा कि तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर और बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया गया. उन्होंने ऑफ द रिकार्ड कहा कि मेरा बेटा निर्दोष साबित होगा. मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.

यह भी पढ़ें- कश्मीर के जेल में बंद है जावेद, दोस्त सुफियान को ढूंढ़ रही ATS

'अब आप लोग मुझ पर रहम करें'
छपरा जिले के मरहौरा अनुमंडल के नगरा प्रखंड के देव बहुआरा गांव निवासी रिटायर्ड शिक्षक महफूज आलम ने डबडबाई आंखों से कहा, अब आप लोग मेरे ऊपर रहम करिए. मैं कुछ भी बोलने में अक्षम हूं. अब चार्जशीट दाखिल होगी, तो कोर्ट में सुनवाई होगी ही.

वहीं इस गांव के मुखिया मनोज कुमार सिंह ने कहा कि महफूज आलम (शिक्षक) के दो पुत्र अल्ताफ और दूसरा पुत्र जावेद को हमने बहुत कम समय के लिए देखा है. क्योंकि यह गांव मे रहते ही नहीं थे.

नहीं शुरू हुई सुनवाई
जावेद का छोटा भाई पंजाब में इंजीनियरिंग करता था. जावेद भी वहीं रहता था. जब पुलिस आकर उसे ले गयी तो पता चला कि पुलिस उसे आंतकी कनेक्शन के सिलसिले में गिरफ्तार कर ले गयी है. फिलहाल इस वक्त जावेद जम्मू कश्मीर की एक जेल में बंद है. और अभी तक जावेद के मुकदमे की कार्रवाई शुरू नहीं हो सकी है.

यह भी पढ़ें- दरभंगा बम ब्लास्ट का कश्मीर से जुड़ा कनेक्शन, जेल में बंद जावेद से पूछताछ करेगी ATS

अब तक का हुआ सबसे बड़ा खुलासा
दरभंगा ब्लास्ट मामले में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, इस व्लास्ट का कनेक्शन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ रहा है. फिलहाल एटीएस की टीम मामले की जांच कर रही है. सूत्रों की माने तो इस मामले में सिकंदराबाद रेल थाना पुलिस और तेलंगाना ATS के सहियोग से चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. फिलहाल सभी से पूछताछ जारी है. खबर ये भी है कि इस मामले की जांच NIA को सौंपा जा सकता है.

जानें, दरभंगा ब्लास्ट का पूरा मामला
गौरतलब है कि दरभंगा रेलवे स्टेशन (Darbhanga Railway Station) पर 17 जून को एक पार्सल में धमाका हुआ था. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. बताया जाता है कि पार्सल में कुछ कपड़े थे और इनके बीच केमिकल की एक शीशी रखी हुई थी.

जानकारी के अनुसार, पार्सल भेजने वाले का नाम-पता आंध्रप्रदेश सिकंदराबाद निवासी सुफियान लिखा था. जांच के क्रम में पाया गया कि उसका मोबाइल नंबर उत्तर प्रदेश के शामली जिले का है. सूत्रों के अनुसार, एटीएस (UP ATS) की टीम शामली पहुंच गई है और मामले की जांच कर रही है.

दरभंगा ब्लास्ट का शामली कनेक्शन
जानकारी के अनुसार पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का जो मोबाइल नंबर ट्रेस हुआ है, वह यूपी के शामली से जुड़ा हुआ है. दरभंगा मामले में एटीएस, यूपी के शामली में भी जांच कर सकती है.

बताया जा रहा है कि पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का फोन नंबर और एड्रेस दोनों गलत पाया गया है. ऐसे में अब यह जांच का विषय है कि जिस व्यक्ति ने यह पार्सल भेजा है उसका नाम भी सही है या नहीं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है.

सीडीआर में विदेशी नंबर
सूत्रों की मानें तो एटीएस की टीम ने मोबाइल नंबर की सीडीआर भी निकलवाई है. जानकारी के अनुसार, कॉल डिटेल रिपोर्ट में कुछ विदेशी नंबर मिले हैं. बताया जा रहा है कि उन नंबरों पर लगातार बात हो रही थी.

मो. सुफियान की तलाश में जुटी ATS
बता दें कि दरभंगा ब्लास्ट मामले में जब से मोहम्मद सुफियान का नाम सामने आया है, तब से वह जांच एजेंसियों के रडार पर है. अब शामली में उसकी तलाश की जा रही है.

एटीएस को शक है कि ये मो. सुफियान अख्तर हो सकता है. जिसकी तलाश आतंकी कनेक्शन को लेकर साल 2016 से की जा रही है. खबर के मुताबिक 2016 में जब आतंकी सामी को गिरफ्तार किया गया था तो पहली बार मो. सुफियान का नाम सामने आया था. तब से एटीएस को उसकी तलाश है. खबर के मुताबिक आतंकी सुफियान पाकिस्तान में आतंक की ट्रेनिंग ले चुका है.

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