सारण: बिहार के सारण में मछली जाल में घड़ियाल फंस गया. घड़ियाल को रेस्क्यू कर फिर से नदी में छोड़ दिया गया. मामला जिले के दिघवारा धामी घाट का है. उस समय मछुआरों को काफी मशक्कत करना पड़ा जब जाल में एक विशाल घड़ियाल फंसा हुआ था. स्थानीय मछुआरों द्वारा मछली पकड़ने के लिए नदी में जाल डाला गया था. जब इस जाल को खींचा गया तो उसमें एक घड़ियाल फंसा हुआ दिखा.
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टीम ने रेस्क्यू कर नदी में छोड़ाः स्थानीय लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. वनपाल भीम कुमार और वन रक्षक मनीषा कुमारी और सुवेन्दुशेखर मौके पर पहुंचे और घड़ियाल को रेस्क्यू किया. सारण के वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि चिकित्सक की जांच पड़ताल के बाद फिर से उसे गंडक नदी में छोड़ दिया गया. इस दौरान देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही.
"पशु चिकित्सक द्वारा प्रारंभिक निरीक्षण और टैगिंग के बाद इसे वापस गंडक नदी में छोड़ दिया जाएगा. बचाया गया घड़ियाल 10 फीट लंबा है. लोग आमतौर पर इसे मगरमच्छ समझ लेते हैं. घड़ियाल प्राकृतिक रूप से गंडक नदी में पाया जाता है और यह सूर्य की रोशनी के लिए नदी से बाहर किनारों पर आता है." -रामसुंदर, वन प्रमंडल पदाधिकारी, सारण
घड़ियाल को नुकसान पहुंचने पर 3 साल की जेलः बता दें कि घड़ियाल मछली खाने वाला प्राणी है. यह आमतौर पर हानिरहित होता है और मनुष्यों पर हमला नहीं करता है. उकसाए जाने पर यह हमला कर सकता है. यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित है और घड़ियाल को नुकसान पहुंचाने पर 3 साल की जेल और जुर्माना का प्रावधान है.
गंडक नदी में पाए जाते हैं घड़ियालः गंडक नदी में पाए जाने वाला घड़ियाल मीठा पानी में बहता हुआ सरयू नदी में आ जाता है. अक्सर यहां पर दिघवारा और आसपास के इलाके में घड़ियाल दिखाई पड़ता है. आज यह घड़ियाल मछुआरों के जाल में फंस गया है, जिसे रेस्क्यू कर लिया गया है. वापस गंडक नदी में छोड़ दिया गया.