सारण: बिहार के सारण में JDU के पूर्व जिलाध्यक्ष विशाल सिंह राठौड़ (Vishal Singh Rathore of JDU) पर आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने कहा कि विशाल ने 26 मार्च को प्रकाश सिंह के साथ मारपीट की थी. जिसमें वो गंभीर रूप से जख्मी हो गए. जिसके बाद उनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. 29 अप्रैल को पटना में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है. प्रकाश नारायण की बेटी और भांजी ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रताप नारायण सिंह और उनके तीनों बेटे विशाल सिंह, विकास सिंह, विक्रांत सिंह और उनकी पत्नियों ने मिलकर हत्या की है.
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पूर्व जिलाध्यक्ष ने घर पर लगाया ताला: पटना में प्रकाश नारायण सिंह की मौत हो गई. जिसके बाद उनके परिजन शव लेकर छपरा स्थित आवास पर पहुंचे लेकिन प्रताप नारायण सिंह और उनके तीनों बेटों ने घर में ताला लगा दिया और अंदर नहीं घुसने दिया. वहीं उनकी बेटी और भांजी ने आरोप लगाया है कि पुलिस द्वारा मिलीभगत है. उनका आरोप है कि हमने इस मामले में कई बार पुलिस से शिकायत की लेकिन भगवान बाजार थाना कि पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की. पटना में जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी. केस को भगवान बाजार थाना लाया गया लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
पूर्व जिलाध्यक्ष पर आरोप: पीड़ित के परिजनों ने आरोप लगाया है कि नेताओं के द्वारा जेडीयू के पूर्व जिलाध्यक्ष विशाल सिंह राठौड़ के दबाब में आकर पुलिस द्वारा कोई कारवाई नहीं की गई है. वहीं इस मामले में मृतक के परिजनों ने भगवान बाजार थाना पुलिस पर सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस के द्वारा नेताओं के दबाव में आकर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई और उनके पिता के साथ मारपीट की गई. बाद में उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई, इसके सीधे-सीधे जिम्मेदार प्रताप सिंह और उनके तीनों बेटे और परिवार के लोगों का बताया है.