सारण(छपरा) : सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र में मंगलवार को स्थानीय लोगों का नीम के पेड़ की पूजा करने का मामला सुर्खियों में है. आज के इस वैज्ञानिक युग में जहां लोग मंगल पर जाने की सोच रहे हैं, वहीं अशिक्षा के कारण अंधविश्वास की आज भी अपनी जड़ें फैलाने में लगा है. सुबह में यहां नीम के पेड़ से दूध गिरने (rumor of falling of milk from neem tree In Saran)और देवी माता के आगमन की अफवाह से जनसैलाब उमड़ पड़ा.
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गहरी हैं अंधविश्वास की जड़ें : आज के आधुनिक दौर में भी अंधविश्वास की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका बड़ा उदहारण मंगलवार को सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र के जजौली गांव में स्थित दुर्गा मंदिर के प्रांगण में देखने को मिला. इस गांव में सुबह ही नीम के पेड़ से दूध गिरने और साक्षात देवी के आने की अफवाह फैली. ये सुनते ही सैकड़ों लोग पहुंचने लगे और उन लोगों ने पूजा-अर्चना शुरू कर दी. महिलाएं इसे देवी का अवतार मान पूजा-अर्चना करने लगीं और मंगल गीत गाने लगीं.
दूर दराज से पहुंच रही हैं महिलाएं : मशरक का जंजौली गांव पाश्चात्य और आधुनिक संस्कृति के इस दौर में भी पुरानी और अंधविश्वास की परंपरा के कारण मंगलवार को पूरे जिले में आस्था का केंद्र बन गया है. स्थानीय लोग खासकर महिलाएं इसे देवी का अवतार मानकर लगातार पूजा पाठ में जुटी हुई हैं. ये बात जंगल की आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई है और दूर दराज के इलाके से महिलाएं यहां पहुंचना शुरू हो गई हैं और सभी माता का दर्शन कर पूजा अर्चना कर रही है.
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