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छपरा जहरीली शराब कांड: वाराणसी में छुपकर बैठा था मुख्य आपूर्तिकर्ता, SIT ने किया गिरफ्तार

छपरा जहरीली शराबकांड में शामिल एक और शातिर अपराधी को गिरफ्तार (Criminal Involved In Chapra Spurious Liquor Case Arrested) किया गया है. इसका नाम संजीव कुमार है जो मिलावली शराब बनाने का मुख्य सूत्रधार है. ये जहरीली शराब बनाने का मुख्य आपूर्तिकर्ता था. आरोपी संजीव होम्योपैथिक दवा का मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव है और ये एक डॉक्टर को मिलावटी शराब बनाने में मदद करता था. इसकी गिरफ्तारी यूपी की वाराणसी से हुई है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Dec 28, 2022, 6:17 PM IST

सारण: छपरा जहरीली शराबकांड (Chapra Spurious Liquor Case) का एक और आरोपी गिरफ्तार हुआ है. आरोपी संजीव कुमार को पुलिस ने स्वास्तिक अपार्टमेंट, वाराणसी से गिरफ्तार किया है. अरेस्ट करने के बाद इसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया है. गिरफ्तार संजीव कुमार होम्योपैथिक दवा का एमआर है. यह राजेश सिंह उर्फ डाक्टर को मिलावटी शराब बनाने के लिए भारी मात्रा में होम्योपैथिक दवा, रसायन, ट्रान्सपोर्ट के माध्यम से उपलब्ध करा रहा था. आरोपी संजीव कुमार के पिता का नाम अशोक श्रीवास्तव है.

ये भी पढे़ं- Chapra hooch tragedy: शराब निर्माण में दूसरे केमिकल का हुआ इस्तेमाल, ADG पुलिस मुख्यालय का बड़ा खुलासा

छपरा जहरीली शराबकांड का एक और आरोपी गिरफ्तार : आरोपी डाक्टर राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर नूननगर काही, थाना जलालपुर का रहने वाला है. मिलावटी शराब बनाने (Chapra Hooch Tragedy) के लिए राजेश उर्फ डाक्टर को एमआर संजीव होम्योपैथिक दवा, रसायन उपलब्ध कराया था. बता दें कि पूर्व में इस कांड में अबतक 15 अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है. गौरतलब है कि सारण जिले के इसुआपुर, मशरख, अमनौर और कई थानों में मिलावटी शराब पीने से 13 और 14 दिसंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु और बीमार होने की सूचना पर सारण पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अंजनी कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक-सह-अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सोनपुर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर त्वरित कार्रवाई कर हैं. मामले में गठित एसआईटी आगे के अनुसंधान में आये तथ्यों के आधार पर छपरा जहरीली शराबकांड में शामिल संजीव कुमार को वाराणसी से गिरफ्तार किया है.

जहरीली शराब का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार : छपरा जहरीली शराबकांड में जिस शराब को पी कर लोग मर थे. वो मिलावटी शराब बनाने का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आपूर्तिकर्ता संजीव कुमार को वाराणसी से गिरफ्तार करने के बाद, इस घटना में अबतक 16 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले की जांच के क्रम में आये तथ्यों के आधार पर इस घटना में और कौन-कौन शामिल है, उन अपराधकर्मियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.

छपरा में जहरीली शराबकांड में अब तक 73 लोगों की मौत : गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराबकांड पर बिहार में सियासत (Bihar Hooch Tragedy) रूकने का नाम नहीं ले रही है. मुआवजे की मांग को लेकर विपक्ष लगातार धरना प्रदर्शन कर रहा है. बता दें कि छपरा के मशरख में जहरीली शराब पीने से अब तक 73 लोगों की मौत (Death due to alcohol in Bihar) हो चुकी है. हालांकि सरकारी आंकड़ा 38 है. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे बिहार में खलबली मची है.

छपरा जहरीली शराबकांड को लेकर मचा है बवाल : छपरा शराब त्रासदी को लेकर एक विशेष टीम गठित कर पूरे मामले का अनुसंधान शुरू कर दिया गया है. वहीं, पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने इस पूरे मामले पर बड़ा बयान दिया था. एडीजी के बयान से साफ होता दिख रहा था कि लोगों को जो शराब दी गई थी, वह जानलेवा थी. शराबकांड की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि रासायनिक पदार्थ से जहरीली शराब बनाई जाती थी. इसी मामले में कार्रवाई करते हुए 24 दिसंबर को मुख्य तीन आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. तीन आरोपी में अर्जुन सिंह, राजेश सिंह और शैलेंद्र राय शामिल हैं. जिससे पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही जो रासायनिक पदार्थ मिला है उसको भी जांच के लिए भेजा गया.

कई लोग अभी भी हैं बीमार : छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 73 है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 150 से ज्यादा धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है. मामले में मनवाधिकार की टीम भी लगातार जांच कर रही है.

सारण: छपरा जहरीली शराबकांड (Chapra Spurious Liquor Case) का एक और आरोपी गिरफ्तार हुआ है. आरोपी संजीव कुमार को पुलिस ने स्वास्तिक अपार्टमेंट, वाराणसी से गिरफ्तार किया है. अरेस्ट करने के बाद इसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया है. गिरफ्तार संजीव कुमार होम्योपैथिक दवा का एमआर है. यह राजेश सिंह उर्फ डाक्टर को मिलावटी शराब बनाने के लिए भारी मात्रा में होम्योपैथिक दवा, रसायन, ट्रान्सपोर्ट के माध्यम से उपलब्ध करा रहा था. आरोपी संजीव कुमार के पिता का नाम अशोक श्रीवास्तव है.

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छपरा जहरीली शराबकांड का एक और आरोपी गिरफ्तार : आरोपी डाक्टर राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर नूननगर काही, थाना जलालपुर का रहने वाला है. मिलावटी शराब बनाने (Chapra Hooch Tragedy) के लिए राजेश उर्फ डाक्टर को एमआर संजीव होम्योपैथिक दवा, रसायन उपलब्ध कराया था. बता दें कि पूर्व में इस कांड में अबतक 15 अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है. गौरतलब है कि सारण जिले के इसुआपुर, मशरख, अमनौर और कई थानों में मिलावटी शराब पीने से 13 और 14 दिसंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु और बीमार होने की सूचना पर सारण पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अंजनी कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक-सह-अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सोनपुर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर त्वरित कार्रवाई कर हैं. मामले में गठित एसआईटी आगे के अनुसंधान में आये तथ्यों के आधार पर छपरा जहरीली शराबकांड में शामिल संजीव कुमार को वाराणसी से गिरफ्तार किया है.

जहरीली शराब का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार : छपरा जहरीली शराबकांड में जिस शराब को पी कर लोग मर थे. वो मिलावटी शराब बनाने का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आपूर्तिकर्ता संजीव कुमार को वाराणसी से गिरफ्तार करने के बाद, इस घटना में अबतक 16 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले की जांच के क्रम में आये तथ्यों के आधार पर इस घटना में और कौन-कौन शामिल है, उन अपराधकर्मियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.

छपरा में जहरीली शराबकांड में अब तक 73 लोगों की मौत : गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराबकांड पर बिहार में सियासत (Bihar Hooch Tragedy) रूकने का नाम नहीं ले रही है. मुआवजे की मांग को लेकर विपक्ष लगातार धरना प्रदर्शन कर रहा है. बता दें कि छपरा के मशरख में जहरीली शराब पीने से अब तक 73 लोगों की मौत (Death due to alcohol in Bihar) हो चुकी है. हालांकि सरकारी आंकड़ा 38 है. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे बिहार में खलबली मची है.

छपरा जहरीली शराबकांड को लेकर मचा है बवाल : छपरा शराब त्रासदी को लेकर एक विशेष टीम गठित कर पूरे मामले का अनुसंधान शुरू कर दिया गया है. वहीं, पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने इस पूरे मामले पर बड़ा बयान दिया था. एडीजी के बयान से साफ होता दिख रहा था कि लोगों को जो शराब दी गई थी, वह जानलेवा थी. शराबकांड की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि रासायनिक पदार्थ से जहरीली शराब बनाई जाती थी. इसी मामले में कार्रवाई करते हुए 24 दिसंबर को मुख्य तीन आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. तीन आरोपी में अर्जुन सिंह, राजेश सिंह और शैलेंद्र राय शामिल हैं. जिससे पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही जो रासायनिक पदार्थ मिला है उसको भी जांच के लिए भेजा गया.

कई लोग अभी भी हैं बीमार : छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 73 है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 150 से ज्यादा धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है. मामले में मनवाधिकार की टीम भी लगातार जांच कर रही है.

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