छपरा : बिहार के सारण में आरपीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. जहां टीम ने यात्रियों को महंगे दाम पर टिकट बेचने वाले गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया है. शातिर को छपरा जंक्शन से दबोचा गया है. पूछताछ के दौरान पता चला कि उक्त शातिर रेलवे टिकट पर प्रिंट पैसों को केमिकल से मिटा देता था. फिर उस पर अधिक दाम का प्रिंट चढ़ा देता था. ऐसे में कई यात्रियों का इसपर ध्यान नहीं जाता था और वह अधिक पैसे देकर टिकट ले लेते थे. वहीं, पुलिस छापेमारी में गिरोह का दूसरा शातिर फरार हो गया है. पुलिस उसके लिए छापेमारी कर रही है. गिरफ्तार शातिर वैशाली जिले के बेलसर का निवासी प्रकाश राम है.
इसे भी पढ़े- Saran Stabbing: नाला विवाद में वार्ड पार्षद को घोंपा चाकू, फिर अस्पताल में धारदार हथियार से किया हमला
ऊंची कीमत पर बेचते थे टिकट: मामले को लेकर छपरा जंक्शन के आरपीएफ प्रभारी मुकेश कुमार सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हमे बराबर यह सूचना मिल रही थी कि एक सुसंगठित गिरोह कम दाम और कम दूरी के टिकट ज्यादा दाम में बेच रहा था. शातिरों द्वारा छपरा सूरत, मुंबई और चेन्नई जैसी जगहों का टिकट बनाकर इन्हें ऊंची कीमत पर बेच दिया जाता था. ऐसे में बाद में उन यात्रियों को दोबारा जुर्माने के साथ टिकट की राशि का भुगतान करना पड़ता था. इस बात की जानकारी आन ड्यूटी टिकट चेकिंग स्टाफ ने कमर्शियल कंट्रोल के जरिए अपने उच्च पदाधिकारी को दी. उन्होंने बताया कि छपरा सहित अन्य जगहों पर इस तरह का फर्जीवाड़ा हो रहा है. जिसके बाद हमने छापेमारी कर एक को गिरफ्तार किया है.
रोजाना 15 से 20 हजार कमाते थे: वहीं, पकड़े गए अपराधी प्रकाश ने बताया कि उनका एक सुसंगठित गिरोह है जो बिहार भर के स्टेशनों पर ये काम करता है. इसमें छपरा, पटना, बनमनखी, रक्सौल, बरौनी, दरभंगा तथा अन्य स्टेशन शामिल है. ऐस में जो कम पढ़े-लिखे लोग हैं उनको यह टिकट बेचते थे. गिरफ्तार अपराधी प्रकाश राम के पास से दर्जनों की संख्या में इरेज कर बनाए गए टिकट बरामद किए गए है. मिली जानकारी के अनुसार ये लोग प्रतिदिन 15 से 20 हजार का टिकट बेच लेते थे.