छपरा: बिहार में शराबबंदी विगत कई वर्षों से है, लेकिन आज भी बिहार में प्रचुर मात्रा में देसी और विदेशी शराब उपलब्ध है. बशर्ते दुगने-चौगुने दाम में. बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब तस्कर आसानी से शराब की तस्करी कर रहे हैं. हालांकि इसको रोकने के लिए बिहार उत्पाद विभाग, स्थानीय पुलिस और एंटी लिकर स्क्वाड लगातार सक्रिय है और बड़ी मात्रा में शराब की धर-पकड़ भी हो रही है.
छपरा में शराब बरामद: बिहार का छपरा जिला उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है. इसलिए इस जिले में बड़ी मात्रा में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से शराब रेल, सड़क और जल मार्ग से भी आ रही है. वाहनों में तहखाना बनाकर ट्रेनों से और यहां तक की नाव से भी शराब की सप्लाई की जा रही है. सारण उत्पाद विभाग की तीन स्थाई चौकी है, जहां पर स्कैनर से शराब लदे वाहनों की जांच होती है. इसके बावजूद सारण जिले में लगातार शराब की बड़ी खेप पकड़ी जा रही है.
भारी मात्रा में शराब बरामद: इसी क्रम में आज सारण जिले में गुप्त सुचना के अधार पर गरखा बसंत इलाके में टेंपो से बड़ी मात्रा में शराब जब्त की गई, बताया गया कि लगभग 450 बोतल बरामद की गई है. इस मामले की जानकारी सारण के उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि वाहन चालक जितेंद्र कुमार चकमा देकर फरार हो गया, जिसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है. बताया कि बरामद शराब की कीमत लगभग 2 लाख रूपए से ज्यादा है.
"गुप्त सुचना के अधार पर गरखा बसंत इलाके में एक टेंपो से भारी मात्रा में शराब जब्त की गई. वहीं शराब तस्कर भागने में सफल रहा."- रजनीश कुमार, उत्पाद अधीक्षक
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