सारण: जिले में मढ़ौरा प्रखंड स्तरीय बाढ़ राहत अनुस्रवण समिति सह निगरानी समिति की बैठक में हंगामा हावी रहा. बाढ़ को लेकर प्रखंड में चल रहे सरकारी राहत को लेकर जनप्रतिनिधियों में गंभीर शिकायत रही. इसके साथ ही बैठक में लगातार हंगामा चलता रहा.
लोगों ने जताया आक्रोश
इस बैठक में जनप्रतिनिधियों के हंगामें में सीओ सह आपदा प्रभारी ओमप्रकाश निशाने पर रहे. जनप्रतिनिधियों के मुख्य शिकायतों में सीओ ने मनमाने ढंग से कम्युनिटी किचन खोलने, लोगों के विस्थापित रहने के दौरान ही कम्युनिटी किचन बंद कर देने, शिकायतों को गंभीरता से न लेने, मोबाइल बंद रखने, बाढ़ पीड़ितों तक प्लास्टिक सीट उपलब्ध न कराने की शिकायतें प्रमुख थी.
कईं अधिकारी रहें उपस्थित
कम्युनिटी किचन के माध्यम से राजनीति करने और सोशल साइटस पर प्रचारित करने का मामला भी सामने आया है. हालांकि इस मामले में बीडीओ मनोज कुमार अग्रवाल के हस्तक्षेप से स्थिति समान्य बनी रही और बैठक पुरा हुआ. अनुमंडल जन शिकायत कोषांग में आयोजित बैठक में स्थानीय सासंद, विधायक, प्रमुख, उपप्रमुख, सभी मुखियां, राजनीतिक दलों के अध्यक्ष सहीत सभी सरकारी विभाग के पदाधिकारियों को बुलाया गया था.
बाढ़ संबंधित कार्यों की दी गई जानकारी
इस बैठक में स्थानीय सासंद, विधायक के साथ कई पंचायत के मुखियां और विभागों के पदाधिकारी अनुपस्थित रहे. बीडीओ मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि बैठक में बाढ़ राहत की जानकारी के साथ सरकार के तरफ से बाढ़ राहत में किए गए कार्यो की जानकारी दी गई. वहीं सरकार की ओर से दी जाने वाली जीआर राशि की प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया. वहीं इस बैठक मेें प्रखंड प्रमुख अनिता देवी, सीओ ओमप्रकाश, बीडीओ मनोज कुमार अग्रवाल, चिकित्सा पदाधिकारी आरएन तिवारी, जदयू अध्यक्ष गामा सिंह, भाजपा नेता नागेन्द्र राय, मुखियां विरेन्द्र राय, मुखियां प्रतिनिधि हर्षवर्धन दीक्षित, लालबाबू गिरि सहीत अन्य पंचायतों के मुखियां और प्रतिनिधि मौजूद रहें.
सारण: बाढ़ राहत और अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक में हंगामा
जिले में बाढ़ राहत अनुस्रवण समिति सह निगरानी समिति की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में कई अधिकारी मौजूद रहें. वहीं इस बैठक में कम्युनिटी किचन के माध्यम से राजनीति करने और सोशल साइटस पर प्रचारित करने का मामला भी सामने आया.
सारण: जिले में मढ़ौरा प्रखंड स्तरीय बाढ़ राहत अनुस्रवण समिति सह निगरानी समिति की बैठक में हंगामा हावी रहा. बाढ़ को लेकर प्रखंड में चल रहे सरकारी राहत को लेकर जनप्रतिनिधियों में गंभीर शिकायत रही. इसके साथ ही बैठक में लगातार हंगामा चलता रहा.
लोगों ने जताया आक्रोश
इस बैठक में जनप्रतिनिधियों के हंगामें में सीओ सह आपदा प्रभारी ओमप्रकाश निशाने पर रहे. जनप्रतिनिधियों के मुख्य शिकायतों में सीओ ने मनमाने ढंग से कम्युनिटी किचन खोलने, लोगों के विस्थापित रहने के दौरान ही कम्युनिटी किचन बंद कर देने, शिकायतों को गंभीरता से न लेने, मोबाइल बंद रखने, बाढ़ पीड़ितों तक प्लास्टिक सीट उपलब्ध न कराने की शिकायतें प्रमुख थी.
कईं अधिकारी रहें उपस्थित
कम्युनिटी किचन के माध्यम से राजनीति करने और सोशल साइटस पर प्रचारित करने का मामला भी सामने आया है. हालांकि इस मामले में बीडीओ मनोज कुमार अग्रवाल के हस्तक्षेप से स्थिति समान्य बनी रही और बैठक पुरा हुआ. अनुमंडल जन शिकायत कोषांग में आयोजित बैठक में स्थानीय सासंद, विधायक, प्रमुख, उपप्रमुख, सभी मुखियां, राजनीतिक दलों के अध्यक्ष सहीत सभी सरकारी विभाग के पदाधिकारियों को बुलाया गया था.
बाढ़ संबंधित कार्यों की दी गई जानकारी
इस बैठक में स्थानीय सासंद, विधायक के साथ कई पंचायत के मुखियां और विभागों के पदाधिकारी अनुपस्थित रहे. बीडीओ मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि बैठक में बाढ़ राहत की जानकारी के साथ सरकार के तरफ से बाढ़ राहत में किए गए कार्यो की जानकारी दी गई. वहीं सरकार की ओर से दी जाने वाली जीआर राशि की प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया. वहीं इस बैठक मेें प्रखंड प्रमुख अनिता देवी, सीओ ओमप्रकाश, बीडीओ मनोज कुमार अग्रवाल, चिकित्सा पदाधिकारी आरएन तिवारी, जदयू अध्यक्ष गामा सिंह, भाजपा नेता नागेन्द्र राय, मुखियां विरेन्द्र राय, मुखियां प्रतिनिधि हर्षवर्धन दीक्षित, लालबाबू गिरि सहीत अन्य पंचायतों के मुखियां और प्रतिनिधि मौजूद रहें.