सारण: मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार पंजियार और रेल संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ खान ने शनिवार को 42 किमी लम्बे दारौंदा-महाराजगंज-मशरख विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान रेलखंड के सभी स्टेशनों समपार फाटक का जायजा लिया. साथ ही कराए गए विद्युतीकरण के कार्यों के विद्युत खंभा, पावर सप्लाई वितरण प्रणाली, नियंत्रण कक्ष अर्थिंग और फीडर आइसोलेशन आदि का संज्ञान लिया.
रेलवे प्रशासन ने यात्री सुविधाओं के उन्नयन और परिचालन सुगमता के लिए मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया गया है. पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल में दुरौन्धा- महाराजगंज - मशरख रेल खंड का विद्युतीकरण पूर्ण करा लिया गया है. उन्होंने नव विद्युतीकृत दुरौन्धा- महाराजगंज-मशरख का संरक्षा परीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर पूर्वी सर्किल लखनऊ मो. लतीफ खान द्वारा किया.
विद्युतीकरण का निरीक्षण
महराजगंज स्टेशन पर रेल संरक्षा आयुक्त ने विधुतीकरण के मुताबिक रौन्धा-महाराजगंज के मध्य कर्वेचर संख्या-02 , मोटर ट्राली से ओवर हेड इलेक्ट्रिकल क्रासिंग इन्फेक्शन, महाराजगंज स्टेशन, सगहर सुतानपुर हॉल्ट स्टेशन एवं पावर सब स्टेशन और ब्रिज संख्या-71 का निरीक्षण करते हुए मशरख पहुंचे. जहां मसरख से दुरौन्धा तक विद्युत इंजन से स्पीड ट्रायल किया. पहली बार इस रेल खण्ड के रेलवे ट्रैकों एवं ओवर हेड केबिलों पर 800 किलोवाट हाई टेंशन विद्युत प्रवाहित हुई. इसके बाद रेल संरक्षा आयुक्त विद्युतीकरण का निरीक्षण करते हुए रेलवे क्रासिंग संख्या 14 सी पहुंचे और विद्युतीकृत रेल खण्ड के अनुरूप किये गए परिवर्तनों की जानकारी ली, गेट का सेफ्टी परीक्षण किया.
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उल्लेखनीय है कि 42 किमी.लम्बे दुरौन्धा-महाराजगंज-मशरख विद्युतीकरण का रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वी परिक्षेत्र, लखनऊ द्वारा किया जाना एक बड़ी उपलब्धि है. जिसके बाद इस रेल खण्ड पर चलने वाली गाड़ियों की गति को विस्तार मिलेगा तथा समयपालन में आशातीत सुधार होगा.