ETV Bharat / state

छपरा कचहरी का रेलवे लोको शेड बना अपराधियों का अड्डा, प्रशासन मौन - छपरा कचहरी रेलवे लोक शेड

बिहार के सारण जिले के छपरा कचहरी स्टेशन का बंद पड़ा रेलवे लोको शेड इन दिनों असामाजिक तत्वों का आरामगाह बन गया है. सैकड़ों एकड़ की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है. जिससे यहां आए दिन आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं. स्थानीय लोगों की शिकायत के बावजूद जिला प्रशासन और रेलवे की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

छपरा कचहरी का रेलवे लोक शेड बना अपराधियों का बना अड्डा,
छपरा कचहरी का रेलवे लोक शेड बना अपराधियों का बना अड्डा,
author img

By

Published : Oct 29, 2021, 7:57 PM IST

Updated : Oct 30, 2021, 7:48 PM IST

सारण: बिहार के छपरा जिले के कचहरी स्टेशन का बंद पड़ा पुराना रेलवे लोको शेड (Chhapra Railway Loco Shed) इन दिनों अपराधियों का अड्डा बन गया है. असामाजिक तत्व यहां जुआ खेलते है, शराब और अन्य मादक पदार्थों का सेवन करते हैं. वहीं, इसे रोकने के लिए आरपीएफ और जीआरपी भी यहां नहीं आना चाहती है. शहर के मध्य में स्थित इतनी बड़ी जमीन आज जंगल का रूप ले चुकी है. इसकी सुधि लेने वाला कोई भी नहीं है.

इसे भी पढ़ें : छपरा-बिशनपुरा बाईपास को आम लोगों के लिए किया गया चालू

बता दें कि छपरा कचहरी स्टेशन पर मीटर गेज लाइन के बंद हो जाने के बाद यहां का पुराना लोको शेड जो मीटर गेज के स्टीम इंजन के लिए था, वह भी बंद हो गया. इसके बाद मीटर गेज लोको शेड को ब्रॉड गेज लोको शेड के रूप में कन्वर्ट कर 1990 तक चलाया गया. जब स्टीम इंजन पूरी तरह से बंद हो गया, इसके बाद से इस लोको शेड को रेल प्रशासन ने पूरी तरह से बंद कर दिया.

देखें वीडियो

करीब 30 साल के बाद भी सैकड़ों एकड़ में फैले इस रेलवे की जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है. यह जंगल का रूप ले चुका है. यहां किसी के साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है. बदमाशों द्वारा यहां पर चोरी छुपे जुआ खेला जाता है. शराब और अन्य मादक पदार्थों का सेवन अपराधी गुटों द्वारा किया जाता है. स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी शिकायत रेलवे प्रशासन से की लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.

वहीं, इस लोको शेड के बगल में बसे दहियावां टोला के निवासी काफी परेशान हैं. इसके लिए उन्होंने रेलवे के वरीय अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन तक कई बार इस संबंध में कार्रवाई करने का आवेदन दिया है. लेकिन उसके बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. साथ ही रेलवे की जमीन पर लगातार अवैध कब्जा हो रहा है. जिला और रेल प्रशासन पूरी तरह से उदासीन है.

ये भी पढ़ें:डबल डेकर पुल के निर्माण से जाम की स्थिति, रोजाना हो रही है लोगों को परेशानी

स्थानीय निवासियों ने इस लोको शेड पर रेलवे द्वारा कोई परियोजना चलाने या छपरा कचहरी स्टेशन को टर्मिनल के रूप में विकसित किये जाने की मांग की है. जिसे लेकर रेलवे के महाप्रबंधक गोरखपुर एवं मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी से कई बार गुहार लगा चुके हैं. यहां के लोगों में रेल प्रशासन के प्रति काफी नाराजगी भी है. आवश्यकता पड़ने पर यहां के लोग धरना-प्रदर्शन पर भी उतर सकते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि स्थानीय अपराधियों का अड्डा बन जाने से आए दिन यहां आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं.

गौरतलब है कि इस लोको शेड के पास सैकड़ों एकड़ जमीन है. इस पर अपराधियों ने अपना कब्जा कर रखा है. इन दिनों यह अपराधियों का आरामगाह बना हुआ है. वहीं, अभी कुछ दिन पहले तरैया से गायब हुए एक किशोर का चप्पल, चश्मा और टोपी इस लोको शेड के प्रांगण से मिला है. स्थानीय पुलिस उस युवक को बरामद करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन अभी तक उसको कोई सफलता नहीं मिली है.

सारण: बिहार के छपरा जिले के कचहरी स्टेशन का बंद पड़ा पुराना रेलवे लोको शेड (Chhapra Railway Loco Shed) इन दिनों अपराधियों का अड्डा बन गया है. असामाजिक तत्व यहां जुआ खेलते है, शराब और अन्य मादक पदार्थों का सेवन करते हैं. वहीं, इसे रोकने के लिए आरपीएफ और जीआरपी भी यहां नहीं आना चाहती है. शहर के मध्य में स्थित इतनी बड़ी जमीन आज जंगल का रूप ले चुकी है. इसकी सुधि लेने वाला कोई भी नहीं है.

इसे भी पढ़ें : छपरा-बिशनपुरा बाईपास को आम लोगों के लिए किया गया चालू

बता दें कि छपरा कचहरी स्टेशन पर मीटर गेज लाइन के बंद हो जाने के बाद यहां का पुराना लोको शेड जो मीटर गेज के स्टीम इंजन के लिए था, वह भी बंद हो गया. इसके बाद मीटर गेज लोको शेड को ब्रॉड गेज लोको शेड के रूप में कन्वर्ट कर 1990 तक चलाया गया. जब स्टीम इंजन पूरी तरह से बंद हो गया, इसके बाद से इस लोको शेड को रेल प्रशासन ने पूरी तरह से बंद कर दिया.

देखें वीडियो

करीब 30 साल के बाद भी सैकड़ों एकड़ में फैले इस रेलवे की जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है. यह जंगल का रूप ले चुका है. यहां किसी के साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है. बदमाशों द्वारा यहां पर चोरी छुपे जुआ खेला जाता है. शराब और अन्य मादक पदार्थों का सेवन अपराधी गुटों द्वारा किया जाता है. स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी शिकायत रेलवे प्रशासन से की लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.

वहीं, इस लोको शेड के बगल में बसे दहियावां टोला के निवासी काफी परेशान हैं. इसके लिए उन्होंने रेलवे के वरीय अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन तक कई बार इस संबंध में कार्रवाई करने का आवेदन दिया है. लेकिन उसके बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. साथ ही रेलवे की जमीन पर लगातार अवैध कब्जा हो रहा है. जिला और रेल प्रशासन पूरी तरह से उदासीन है.

ये भी पढ़ें:डबल डेकर पुल के निर्माण से जाम की स्थिति, रोजाना हो रही है लोगों को परेशानी

स्थानीय निवासियों ने इस लोको शेड पर रेलवे द्वारा कोई परियोजना चलाने या छपरा कचहरी स्टेशन को टर्मिनल के रूप में विकसित किये जाने की मांग की है. जिसे लेकर रेलवे के महाप्रबंधक गोरखपुर एवं मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी से कई बार गुहार लगा चुके हैं. यहां के लोगों में रेल प्रशासन के प्रति काफी नाराजगी भी है. आवश्यकता पड़ने पर यहां के लोग धरना-प्रदर्शन पर भी उतर सकते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि स्थानीय अपराधियों का अड्डा बन जाने से आए दिन यहां आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं.

गौरतलब है कि इस लोको शेड के पास सैकड़ों एकड़ जमीन है. इस पर अपराधियों ने अपना कब्जा कर रखा है. इन दिनों यह अपराधियों का आरामगाह बना हुआ है. वहीं, अभी कुछ दिन पहले तरैया से गायब हुए एक किशोर का चप्पल, चश्मा और टोपी इस लोको शेड के प्रांगण से मिला है. स्थानीय पुलिस उस युवक को बरामद करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन अभी तक उसको कोई सफलता नहीं मिली है.

Last Updated : Oct 30, 2021, 7:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.