सारण: 'ऑपरेशन स्नो लेपर्ड' के दौरान शहीद सारण के लाल लांस नायक शशि कुमार पांडे देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए. उनके निधन की खबर जैसे ही पहुंची पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. क्षेत्रवासी उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचने लगे. शहीद के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शनों के लिए अपार जनसमूह उमड़ पड़ा. रविवार की देर शाम उनका अंतिम संस्कार किया गया.
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शहीद को दी गई अंतिम सलामी: लांस नायक शशि कुमार पांडेय 'ऑपरेशन स्नो लेपर्ड' में 10 मार्च 2030 को शहीद हुए थे. सारण जिला अधिकारी राजेश मीणा के द्वारा शहीद जवान की पत्नी को 11लाख रुपए की अनुदान राशि दी. जिला पदाधिकारी ने शोक संतप्त परिवार के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन किया. उनका अंतिम संस्कार पुलिस सम्मान के साथ किया गया. शहीद जवान सारण जिले के बनियापुर प्रखंड अंतर्गत मौजे गोवा, पोस्ट पिपरपाती के निवासी थे.
राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार: राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार के अवसर पर सारण जिला प्रशासन की ओर से शहीद जवान के शव पर पुष्पांजलि अर्पित की गई. उन्हें अंतिम विदाई दी गई, इस अवसर पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला, महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल समेत बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था. लोग भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे.
क्या है ऑपरेशन स्नो लेपर्ड: केंद्र शासित राज्य पूर्वी लद्दाख में यथा स्थिति बहाल रखने के लिए भारतीय सेना 'ऑपरेशन स्नो लेपर्ड' चला रही है. इस ऑपरेशन के शुरू करने से इंडियन आर्मी रणनीतिक ऊंचाइयों पर कब्जा जामाने के साथ ही बर्फ से ढंकी चोटियों की निगहबानी करने के लिए चौकन्नी रहती है, ताकि अपने क्षेत्र में भारतीय सेना की उपस्थिति को अभेद्य बनाया जा सके. कम समय में ही चीनी घुसपैठ को रोककर पलटवार किया जा सके.