छ्परा: आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की कर्मभूमि के रूप में छपरा को जाना जाता है. वहीं स्थानीय सांसद रहने के दौरान संसदीय क्षेत्र में विकास के कई कार्य किए. लालू प्रसाद सांसद रहते जेपी विश्वविद्यालय और दूसरे अन्य छात्र-छात्रों के आवागमन के लिए 70 बस उपलब्ध कराई थी. जो वर्तमान में कबाड़ के रुप में तब्दील हो चुका है.
पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने सांसद कोष से विधालय और महाविद्यालय के साथ-साथ जेपी विश्व विद्यालय को 70 बसें दी थी. जिससे छात्र-छात्राओं को आने-जाने में सहुलियत हो. विद्यार्थीयों को कम किराये में आने-जाने की सुविधा देने की कोशिश की गई थी. लेकिन लालू प्रसाद का यह बड़ा सपना परवान चढ़ने के पहले ध्वस्त हो गया.
तत्कालीन सांसद का दिया हुआ तोहफा छात्र-छात्राओं के काम नहीं आया. आलम यह है कि सभी बसें आज कबाड़ के ढेर में तब्दील होने के कगार पर है. कई बसों के शीशे टूट चुके हैं. वहीं कई बसों के टायर तक खोल दिए गए हैं.
अग्निकांड में जलकर खाक हुई बस
वहीं, छ्परा के जगदम कालेज मे खड़ी बसें अग्निकांड मे जल कर पुरी तरह से खाक हो चुकी है. वहीं, जय प्रकाश विश्व विद्यालय के छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाया कि कई बार धरना प्रदर्शन करने के बाद भी बसों का परिचालन नहीं हो पाया.
करोड़ों की बस हुई बर्बाद
वहीं, राजद उपाध्यक्ष डॉ. लाल बाबू यादव ने जिला प्रशासन को दोषी ठहराते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव के इस प्रोजेक्ट को ठीक ढंग से चलाया गया. जिसके कारण करोड़ों की लागत से खरीदी गई गाड़ियां सड़ गई. आलम यह है कि आज यह किसी काम की नहीं रही. छात्र-छात्राओं को शहर से पांच किमी दूर विश्व विद्यालय तक पहुंचने के लिये काफी पैसा खर्च करना पड़ता है.
डॉ. लाल बाबू यादव ने बताया कि लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री, सांसद और रेल मंत्री रहने के दौरान जयप्रकाश विश्व विद्यालय, दरियापुर बेला में रेल चक्का कारखाना और मढ़ौरा में जीआई कंपनी का डीजल इंजन कारखाना दे चुके हैं.