सारण(छपरा): मकर संक्रांति के मौके पर छपरा की नदियों में नावों के परिचालन पर पूर्णतया रोक लगा दी गई है. जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचन्द्र देवरे के द्वारा आगामी 14 जनवरी को होने वाले मकर संक्रांति पर नदियों में नावों के परिचालन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. इस आदेश का उल्लंघन करने वाले नाविकों पर कारवाई की भी बात कही गई है. वहीं जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए नदी घाटों पर स्नान न करके अपने घरों पर ही स्नान करें. अगर नदी घाटों पर स्नान करने जाते हैं तो सोशल डिस्टेंस का पालन जरूर करें.
तालाबों में स्नान कर होती है पूजा
इस वर्ष मकर संक्रान्ति का त्योहार 14 अथवा 15 जनवरी को मनाए जाने की संभावना है. इस त्योहार में काफी संख्या में लोग विभिन्न नदियों अथवा तालाबों में स्नान कर पूजा अर्चना करते हैं. इस अवसर पर पतंगबाजी का आयोजन भी होता है. इस त्योहार पर कुछ लोगों द्वारा नदियों में नाव के माध्यम से प्रचार-प्रसार, नदियों में परिभ्रमण अथवा मनोरंजन के लिए नावों का परिचालन होता है. जिससे स्नानार्थियों को असुविधा के साथ-साथ विधि व्यवस्था संधारण में कठिनाई का सामना करना पड़ता है.
नावों में बैठ जाते हैं अधिक सवारी
प्रायः ऐसा देखा गया है कि नावों पर क्षमता से अधिक लोगों के बैठने के कारण नावों को अनियंत्रित होना या दुर्घटनागस्त होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसी परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्रों में गंगा, गंडक एवं अन्य नदियों में नावों के परिचालन दिनांक 14 जनवरी से 15 जनवरी तक पूर्णरूप से बंद रखने का निर्देश दिया गया है. ताकि त्योहार को उल्लासपूर्वक वातावरण में मनाया जा सके.