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छपरा : CM नीतीश के उद्घाटन से ठीक पहले एक और एप्रोच रोड बहा

बिहार में लगातार एप्रोच पथ ध्वस्त होने का मामला सामने आता रहा है और एक बार फिर बंगरा घाट के पास बने महासेतु का एप्रोच पथ बाढ़ के पानी में बह गया है. सारण के पानापुर के सतजोड़ा बाजार के पास गंडक की तेज धारा से उद्घाटन के पूर्व ही अचानक ध्वस्त हो गया.

बिहार की ताजा खबर
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Published : Aug 12, 2020, 2:33 PM IST

Updated : Aug 12, 2020, 4:58 PM IST

छपरा: बिहार के गोपालगंज के सत्तरघाट पर बने पुल के एप्रोच रोड बह के बाद, बिहार के छपरा में बंगरा घाट पुल का एप्रोच रोड भी बह गया है. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छपरा में बंगरा घाट मेगा ब्रिज का उद्घाटन करना था, लेकिन एप्रोच रोड उद्घाटन से पहले बाढ़ के पानी की भेंट चढ़ गया.

बताया जा रहा है कि बैकुंठपुर में सारण बांध टूटने की वजह से बंगरा घाट मेगा ब्रिज का एप्रोच रोड बह गया है. इस महासेतु का एप्रोच पथ करीब 50 मीटर के दायरे में ध्वस्त हुआ है. ध्वस्त एप्रोच पथ को दोबारा मोटरेबल करने की कवायद की जा रही है. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के आला पदाधिकारी से लेकर संवेदक मौके पर मौजूद हैं. सैकड़ों की संख्या में मजदूर लगाये गए हैं और दो-दो जीएसबी लगाकर इसे दोबारा चालू करने की कोशिश की जा रही है.

मरम्मती का कार्य शुरू

6 साल पहले हुआ था शिलान्यास
साल 2014 में इस पुल का शिलान्यास किया गया था. 6 सालों में यह पुल करीब 509 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है. बता दें कि बंगरा घाट महासेतु के छपरा साइड में करीब 11 किलोमीटर और मुजफ्फरपुर में 8 किलोमीटर लम्बा एप्रोच पथ का निर्माण किया गया है.

बताया जाता है कि गोपालगंज के बैकुंठपुर में 7 जगहों पर सारण बांध टूटा था. इसी बांध के टूटने के बाद बंगरा घाट महासेतु से करीब 05 किलोमीटर दूर एप्रोच पथ पानी के दबाव से अचानक ध्वस्त हो गया.

बता दें कि बीते 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने 264 करोड़ रुपए की लागत से गंडक नदी पर बना सत्‍तर घाट पुल का उद्घाटन किया था. इस स्थान से दो किलोमीटर एक पुलिया के पास का भी एप्रोच रोड था, जो पानी के दबाव में ध्वस्त हो गया. जिसको लेकर बिहार की सियासत में भी उबाल आ गया था.

सत्तरघाट पुल (गोपालगंज)
सत्तरघाट पुल (गोपालगंज)

सत्तरघाट महासेतु का एप्रोच पथ

  • 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोपालगंज के सत्तरघाट पुल का उद्घाटन किया.
  • इस पुल के उद्घाटन के बाद 15 जुलाई को पुल का एप्रोच पथ बह गया था.
  • ये पुल गोपालगंज को चंपारण से और इसके साथ तिरहुत के कई जिलों को जोड़ता था.
  • पुल टूटने की वजह से लालछापर, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया का संपर्क टूट गया.
  • पुल निर्माण में कुल 264 करोड़ की राशि खर्च की गई थी.

छपरा: बिहार के गोपालगंज के सत्तरघाट पर बने पुल के एप्रोच रोड बह के बाद, बिहार के छपरा में बंगरा घाट पुल का एप्रोच रोड भी बह गया है. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छपरा में बंगरा घाट मेगा ब्रिज का उद्घाटन करना था, लेकिन एप्रोच रोड उद्घाटन से पहले बाढ़ के पानी की भेंट चढ़ गया.

बताया जा रहा है कि बैकुंठपुर में सारण बांध टूटने की वजह से बंगरा घाट मेगा ब्रिज का एप्रोच रोड बह गया है. इस महासेतु का एप्रोच पथ करीब 50 मीटर के दायरे में ध्वस्त हुआ है. ध्वस्त एप्रोच पथ को दोबारा मोटरेबल करने की कवायद की जा रही है. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के आला पदाधिकारी से लेकर संवेदक मौके पर मौजूद हैं. सैकड़ों की संख्या में मजदूर लगाये गए हैं और दो-दो जीएसबी लगाकर इसे दोबारा चालू करने की कोशिश की जा रही है.

मरम्मती का कार्य शुरू

6 साल पहले हुआ था शिलान्यास
साल 2014 में इस पुल का शिलान्यास किया गया था. 6 सालों में यह पुल करीब 509 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है. बता दें कि बंगरा घाट महासेतु के छपरा साइड में करीब 11 किलोमीटर और मुजफ्फरपुर में 8 किलोमीटर लम्बा एप्रोच पथ का निर्माण किया गया है.

बताया जाता है कि गोपालगंज के बैकुंठपुर में 7 जगहों पर सारण बांध टूटा था. इसी बांध के टूटने के बाद बंगरा घाट महासेतु से करीब 05 किलोमीटर दूर एप्रोच पथ पानी के दबाव से अचानक ध्वस्त हो गया.

बता दें कि बीते 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने 264 करोड़ रुपए की लागत से गंडक नदी पर बना सत्‍तर घाट पुल का उद्घाटन किया था. इस स्थान से दो किलोमीटर एक पुलिया के पास का भी एप्रोच रोड था, जो पानी के दबाव में ध्वस्त हो गया. जिसको लेकर बिहार की सियासत में भी उबाल आ गया था.

सत्तरघाट पुल (गोपालगंज)
सत्तरघाट पुल (गोपालगंज)

सत्तरघाट महासेतु का एप्रोच पथ

  • 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोपालगंज के सत्तरघाट पुल का उद्घाटन किया.
  • इस पुल के उद्घाटन के बाद 15 जुलाई को पुल का एप्रोच पथ बह गया था.
  • ये पुल गोपालगंज को चंपारण से और इसके साथ तिरहुत के कई जिलों को जोड़ता था.
  • पुल टूटने की वजह से लालछापर, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया का संपर्क टूट गया.
  • पुल निर्माण में कुल 264 करोड़ की राशि खर्च की गई थी.
Last Updated : Aug 12, 2020, 4:58 PM IST
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