छपराः 'लक्ष्य को कदम बना दुनिया के साथ चल रहा हूं, खुद के हौसलों से अपनी पहचान बदल रहा हूं' यह किसी कविता की चंद पंक्तियां नहीं बल्कि सारण जिले के एक दिव्यांग एथलीट अमित कुमार सिंह के जीवन को यथार्थ करते शब्द हैं. जिन्हें लोकसभा चुनाव में मतदाता जागरूकता अभियान के लिए सारण जिले का आइकॉन बनाया गया है.
डोरीगंज थाना क्षेत्र के मानपुर जहांगीर गांव के रहने वाले अमित कुमार सिंह का नाम आइकॉन के लिए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने भारत निर्वाचन आयोग को अनुमोदन के लिए प्रस्तावित किया था. जिसके बाद आयोग ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर उन्हें जिले का आइकॉन बना दिया. अमित को जिले के दिव्यांग मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए जागरुक करने का जिम्मा सौंपा गया.
इतना ही नहीं कॉलेजों व शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले युवा वोटरों को भी जागरूक करने में इनकी भूमिका अहम रही है. विगत कई वर्षों से अमित एथलेटिक्स के क्षेत्र में सारण को कई बार गौरवान्वित कर चुके हैं. जिसमें कई गोल्ड व सिल्वर मैडल जीतकर जिले व राज्य का नाम रोशन किया है.
दिव्यांग युवती से की शादी
अमित ने दहेज मुक्त विवाह रचाकर जहां सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच को नया आकार दिया है, वहीं दिव्यांग युवती से शादी रचा कर एक अलग पहचान भी बनाई है. अपनी दिव्यंगता को कभी भी बोझ नहीं समझने वाले अमित का हौसला ही है कि उन्होंने वर्ष 2016-17 में आयोजित पैरा एथलेटिक्स खेलों की राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में डिसकस थ्रो के इवेंट में 22.74 मीटर थ्रो में दूसरा स्थान प्राप्त किया.
जीते कई पुरुस्कार
अमित इस प्रतियोगिता में महज 7 सेंटीमीटर से पहला स्थान लाने से चूक गए थे. खेल से इनका लगाव बचपन से ही रहा है. अमित जिले में आयोजित होने वाले दिव्यांग खेल प्रतियोगिताओं में शार्ट पुट, डिसकस थ्रो, जेवलिन थ्रो आदि इवेंट्स में इन्होंने कई पुरस्कार जीत कर दूसरे दिव्यांग युवाओं को प्रेरित कर चुके हैं.