ETV Bharat / state

सारण: मढ़ौरा में दारोगा-सिपाही हत्याकांड के आरोपियों के घर की हुई कुर्की

दारोगा-सिपाही हत्याकांड में सारण जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण का भतीजा सुबोध सिंह के फरार होने के कारण मीना अरुण के घर की कुर्की के दौरान सैकड़ों पुलिस बल को तैनात किया गया.

हत्याकांड के आरोपियों के घर की गई कुर्की जब्ती
author img

By

Published : Aug 30, 2019, 11:48 PM IST

छपरा: मढ़ौरा में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपियों के घर की पुलिस ने कुर्की जब्ती की. दारोगा-सिपाही हत्याकांड में सारण जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण का भतीजा सुबोध सिंह के फरार होने के कारण मीना अरुण के घर की कुर्की के दौरान सैकड़ों पुलिस बल को तैनात किया गया.

आरोपियों के घर की हुई कुर्की

रोके गए दोनों तरफ के रास्ते
सुबोध सिंह के घर की जब्ती की कार्रवाई देर रात तक चली. इस दौरान वहां भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही. घर के परिजन बिना किसी प्रतिरोध के घर से बाहर निकल आए. पुलिस ने स्टेशन रोड स्थित जिप अध्यक्ष के घर के दोनों तरफ के रास्तों को रोक दिया. साथ ही घर के भीतर से सभी सामानों को जब्त करने की कारवाई में जुट गई.

saran
सारण जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण के घर की कुर्की

भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती
कुर्की के दौरान पुलिस ने घर के भीतर मौजूद सभी सामानों को जब्त कर लिया. कुर्की की जानकारी मिलते ही लोगों की भीड़ जिप अध्यक्ष के घर के पास जमा हो गई. जिसे हटाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. कारवाई के दौरान मढ़ौरा के डीएसपी धीरेन्द्र कुमार साह, पुलिस लाइन डीएसपी मेजर, मढ़ौरा थाने के थानाध्यक्ष राम बालेश्वर राय, अंचल पदाधिकारी ओमप्रकाश सहित भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती रही.

saran
मढ़ौरा में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपियों के घर की कुर्की

एसीजेएम ने याचिका को किया खारिज
इस मामले के नामजद आरोपी और काराबन्दी जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण की नियमित जमानत याचिका को न्यायालय ने खारिज कर दिया है. गुरुवार को आरोपी के अधिवक्ता की ओर से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नूर सुल्ताना के न्यायालय में याचिका को दाखिल किया था. जिसमें शुक्रवार को प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अनुराग कुमार त्रिपाठी द्वारा याचिका में सुनवाई की गयी है. दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद एसीजेएम ने याचिका को खारिज कर दिया है.

saran
हिमांशु रंजन, जिला लोक अभियोजन पदाधिकारी

क्या था मामला
बता दें कि 20 अगस्त 2019 की संध्या अपराधियों ने एसआईटी की टीम के वाहन पर हमला कर दिया था. वाहन पर सवार टीम के दारोगा मिथिलेश कुमार साह और फारूक आलम की मौत हो थी. जबकि एक अन्य सिपाही रजनीश कुमार गम्भीर रूप से घायल हो गए थे. कुमार को उपचार के लिए पीएमसीएच भेजा गया था. इस मामले में मौके पर मौजूद टीम के दारोगा विकास कुमार ने जिप अध्यक्ष के और उनके पति समेत अन्य पांच को नामजद अभियुक्त बनाते हुए मढौरा थाना कांड संख्या 596/19 में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस ने 26 अगस्त को इस मामले में मीना को गिरफ्तार कर लिया जब वे सरेंडर करने के लिये कोर्ट जा रही थी.

छपरा: मढ़ौरा में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपियों के घर की पुलिस ने कुर्की जब्ती की. दारोगा-सिपाही हत्याकांड में सारण जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण का भतीजा सुबोध सिंह के फरार होने के कारण मीना अरुण के घर की कुर्की के दौरान सैकड़ों पुलिस बल को तैनात किया गया.

आरोपियों के घर की हुई कुर्की

रोके गए दोनों तरफ के रास्ते
सुबोध सिंह के घर की जब्ती की कार्रवाई देर रात तक चली. इस दौरान वहां भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही. घर के परिजन बिना किसी प्रतिरोध के घर से बाहर निकल आए. पुलिस ने स्टेशन रोड स्थित जिप अध्यक्ष के घर के दोनों तरफ के रास्तों को रोक दिया. साथ ही घर के भीतर से सभी सामानों को जब्त करने की कारवाई में जुट गई.

saran
सारण जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण के घर की कुर्की

भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती
कुर्की के दौरान पुलिस ने घर के भीतर मौजूद सभी सामानों को जब्त कर लिया. कुर्की की जानकारी मिलते ही लोगों की भीड़ जिप अध्यक्ष के घर के पास जमा हो गई. जिसे हटाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. कारवाई के दौरान मढ़ौरा के डीएसपी धीरेन्द्र कुमार साह, पुलिस लाइन डीएसपी मेजर, मढ़ौरा थाने के थानाध्यक्ष राम बालेश्वर राय, अंचल पदाधिकारी ओमप्रकाश सहित भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती रही.

saran
मढ़ौरा में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपियों के घर की कुर्की

एसीजेएम ने याचिका को किया खारिज
इस मामले के नामजद आरोपी और काराबन्दी जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण की नियमित जमानत याचिका को न्यायालय ने खारिज कर दिया है. गुरुवार को आरोपी के अधिवक्ता की ओर से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नूर सुल्ताना के न्यायालय में याचिका को दाखिल किया था. जिसमें शुक्रवार को प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अनुराग कुमार त्रिपाठी द्वारा याचिका में सुनवाई की गयी है. दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद एसीजेएम ने याचिका को खारिज कर दिया है.

saran
हिमांशु रंजन, जिला लोक अभियोजन पदाधिकारी

क्या था मामला
बता दें कि 20 अगस्त 2019 की संध्या अपराधियों ने एसआईटी की टीम के वाहन पर हमला कर दिया था. वाहन पर सवार टीम के दारोगा मिथिलेश कुमार साह और फारूक आलम की मौत हो थी. जबकि एक अन्य सिपाही रजनीश कुमार गम्भीर रूप से घायल हो गए थे. कुमार को उपचार के लिए पीएमसीएच भेजा गया था. इस मामले में मौके पर मौजूद टीम के दारोगा विकास कुमार ने जिप अध्यक्ष के और उनके पति समेत अन्य पांच को नामजद अभियुक्त बनाते हुए मढौरा थाना कांड संख्या 596/19 में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस ने 26 अगस्त को इस मामले में मीना को गिरफ्तार कर लिया जब वे सरेंडर करने के लिये कोर्ट जा रही थी.

Intro:SLUG:-DOHRE HATYAKAND KE AROPI KE GHAR KA HUA KURKI
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/ SARAN/BIHAR

Anchor:-मढ़ौरा में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपियों के घर की सारण पुलिस ने लिया कुर्की, दारोग़ा-सिपाही हत्याकांड में सारण ज़िला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण का भतीजा सुबोध सिंह के फरार होने के कारण मीना अरुण के मढ़ौरा स्थित घर की कुर्की के दौरान सैकड़ो की संख्या पुलिस बल को तैनात किया गया था.


मढ़ौरा में एसआइटी के दारोगा मिथिलेश कुमार साह व सिपाही फारूक आलम हत्याकांड में नामजद अभियुक्त ज़िला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण की गिरफ्तारी
के बाद गुरुवार को एक अन्य आरोपी उनके भतीजा सुबोध सिंह के फरारी में उनके मढ़ौरा स्टेशन रोड स्थित घर की पुलिस ने कुर्की की कारवाई की गई.

भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में शाम को शुरू हुई कुर्की जब्ती की कारवाई देर रात तक चलती रही, इस दौरान घर में मौजूद परिजन बिना किसी प्रतोरोध के घर से बाहर निकल आये और स्टेशन रोड स्थित जिप अध्यक्ष के घर के दोनों तरफ के रास्ते पर पुलिस ने रास्ते को रोक दिया और घर के भीतर से सभी सामानों को जब्त करने की कारवाई में जुट गई.


Body:कुर्की के दौरान पुलिस ने घर के भीतर मौजूद सभी कीमती इलेक्ट्रोनिक समान टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, ग्राइंडर, एसी, पंखा, कूलर पलंग, सोफा, अलमीरा, फर्नीचर, खिड़की, दरवाजा, मेन गेट सहित अन्य सामानों को जब्त कर लिया. कुर्की की बात की जानकारी के बाद बाजार की भीड़ जिप अध्यक्ष के घर के करीब जमा हो गई जिसे हटाने में पुलिस को कई बार काफ़ी मशक्कतों का सामना भी करना पड़ा.

कुर्की की कारवाई के दौरान मढ़ौरा के डीएसपी धीरेन्द्र कुमार साह, पुलिस लाइन डीएसपी मेजर, मढ़ौरा थाने के थानाध्यक्ष सह मामले के अनुसंधानकर्ता राम बालेश्वर राय, दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त अंचल पदाधिकारी ओमप्रकाश सहित भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी.

वही इस मामलें के नामजद आरोपी व काराबन्दी जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण की नियमित जमानत याचिका को न्यायालय ने खारिज कर दिया है. गुरुवार को आरोपी के अधिवक्ता की ओर से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नूर सुलताना के न्यायालय में याचिका को दाखिल किया था जिसमें शुक्रवार को प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अनुराग कुमार त्रिपाठी द्वारा याचिका में सुनवाई की गयी हैं.

Byte:-हिमांशु रंजन, ज़िला लोक अभियोजन पदाधिकारी, व्यवहार न्यायालय, छपरा


Conclusion:जमानत कि विंदु पर बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता पुण्डरीक बिहारी सहाय ने बहस करते हुए आरोपी को निर्दोष बताते हुए याचिका को मंजूर किये जाने को लेकर बहस किया तो वहीं अभियोजन की ओर से जिला अभियोजन पदाधिकारी हिमांशु रंजन ने जमानत याचिका का विरोध किया. दोनो पक्षो की बहस सुनने के बाद एसीजेएम ने याचिका को खारिज कर दिया है.

मालूम हो कि 20 अगस्त 2019 की संध्या अपराधियों ने एसआईटी की टीम के वाहन पर हमला कर दिया और वाहन पर सवार टीम के दारोगा मिथिलेश कुमार साह और फारूक आलम को मौत के घाट उतार दिया था जबकि एक अन्य सिपाही रजनीश कुमार को गम्भीर रूप से घायल कर दिया गया था जिन्हें बेहतर उपचार के लिए पीएमसीएच भेजा गया था.

इस मामले में मौके पर मौजूद टीम के दारोगा विकास कुमार ने जीप अध्यक्ष के अलावा उनके पति समेत अन्य पांच को नामजद अभियुक्त बनाते हुये मढौरा थाना कांड संख्या 596/19 में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस ने 26 अगस्त को इस मामले में मीना को गिरफ्तार कर लिया जब वे सरेंडर करने के लिये कोर्ट जा रही थी.



ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.