ETV Bharat / state

सारण में महिलाओं का दिखा रौद्र रूप, GR के पैसे नहीं मिलने पर CO को जमकर पीटा

सारण में जीआर के पैसे नहीं मिलने से नाराज महिलाओं ने अमनौर के सीओ को चप्पल से पीटा. उन्हें बचाने की कोशिश में थानाध्यक्ष विश्वमोहन राम और अन्य पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी. सीओ ने 15 दिन में सभी के खाते में पैसे भेजने का आश्वासन दिया तब महिलाएं शांत हुईं.

a
a
author img

By

Published : Nov 24, 2020, 8:17 AM IST

सारण: जीआर (सामान्य राहत) की राशि नहीं मिलने से नाराज अमनौर प्रखंड के कोरेया पंचायत की सैकड़ों महिलाओं ने अमनौर के सीओ सुशील कुमार की जमकर धुनाई कर दी. पुलिस कर्मियों ने बीच-बचाव कर सीओ को महिलाओं के बीच से निकाला.

जीआर की राशि नहीं मिलने से नाराज महिलाएं सैकड़ों की तादात में प्रखंड सह अंचल कार्यालय का घेराव और सीओ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए एसएच 104 भेल्दी-अमनौर के रास्ते आ रहीं थी. उसी रास्ते से अमनौर सीओ सुशील कुमार अपनी सरकारी गाड़ी से भेल्दी की तरफ जा रहे थे. जैसे ही महिलाओं की नजर उनपर पड़ी महिलाओं ने गाड़ी को घेर लिया.

थाने में महिलाओं ने सीओ को पीटा
महिलाएं अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए सीओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं और उन्हें जबरन अंचल कार्यालय लौटने को कहा. महिलाओं का गुस्सा देख डरे-सहमे सीओ और उनका ड्राइवर भीड़ के साथ अंचल कार्यालय लौटने लगे तभी ड्राइवर ने गाड़ी थाना परिसर में घुसा दिया. सीओ के गाड़ी से निकलते ही महिलाएं उनपर टूट पड़ीं.

Saran
अमनौर थाना में जुटी महिलाएं.

सीओ को बचाने में पुलिसवालों को भी लगी चोट
महिलाएं चप्पल व मुक्के से सीओ को पीटने लगीं. मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष विश्वमोहन राम व अन्य पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव कर सीओ को छुड़ाया. इस दौरान थानाध्यक्ष व पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं. नाराज महिलाएं जीआर की राशि को लेकर उग्र थीं. सीओ को मौके पर महिलाओं को आश्वासन देना पड़ा कि 15 दिन में सभी के खाते में जीआर की राशि भेज दी जाएगी, तब जाकर महिलाएं शांत हुईं.

दलाली के पैसे मांगे जाने से नाराज थी महिलाएं
महिलाओं का कहना था कि कोरोना और बाढ़ की त्रासदी से सबकुछ बर्बाद हो गया है. अगस्त माह में आई बाढ़ से घर क्षतिग्रस्त हो गए. हमलोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. अंचल कार्यालय के दलाल दो से तीन हजार रुपए की मांग कर रहे हैं. इस प्रकार का खुला खेल हो रहा है. दलाल को पैसे देने पर 24 घंटे के अंदर जीआर की राशि खाते में भेज दी जा रही है.

"एक ही परिवार के सभी सदस्यों का नाम दे दिया गया है, जिसकी जांच की जा रही है. इसके कारण जीआर की राशि भेजने में देर हो रही है. प्रदर्शन के नाम पर मेरे साथ इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस नहीं रहती तो मेरे साथ अनहोनी हो सकती थी."- सुशील कुमार, सीओ

"सीओ द्वारा आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा."- विश्वमोहन राम, थानाध्यक्ष, अमनौर

सारण: जीआर (सामान्य राहत) की राशि नहीं मिलने से नाराज अमनौर प्रखंड के कोरेया पंचायत की सैकड़ों महिलाओं ने अमनौर के सीओ सुशील कुमार की जमकर धुनाई कर दी. पुलिस कर्मियों ने बीच-बचाव कर सीओ को महिलाओं के बीच से निकाला.

जीआर की राशि नहीं मिलने से नाराज महिलाएं सैकड़ों की तादात में प्रखंड सह अंचल कार्यालय का घेराव और सीओ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए एसएच 104 भेल्दी-अमनौर के रास्ते आ रहीं थी. उसी रास्ते से अमनौर सीओ सुशील कुमार अपनी सरकारी गाड़ी से भेल्दी की तरफ जा रहे थे. जैसे ही महिलाओं की नजर उनपर पड़ी महिलाओं ने गाड़ी को घेर लिया.

थाने में महिलाओं ने सीओ को पीटा
महिलाएं अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए सीओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं और उन्हें जबरन अंचल कार्यालय लौटने को कहा. महिलाओं का गुस्सा देख डरे-सहमे सीओ और उनका ड्राइवर भीड़ के साथ अंचल कार्यालय लौटने लगे तभी ड्राइवर ने गाड़ी थाना परिसर में घुसा दिया. सीओ के गाड़ी से निकलते ही महिलाएं उनपर टूट पड़ीं.

Saran
अमनौर थाना में जुटी महिलाएं.

सीओ को बचाने में पुलिसवालों को भी लगी चोट
महिलाएं चप्पल व मुक्के से सीओ को पीटने लगीं. मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष विश्वमोहन राम व अन्य पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव कर सीओ को छुड़ाया. इस दौरान थानाध्यक्ष व पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं. नाराज महिलाएं जीआर की राशि को लेकर उग्र थीं. सीओ को मौके पर महिलाओं को आश्वासन देना पड़ा कि 15 दिन में सभी के खाते में जीआर की राशि भेज दी जाएगी, तब जाकर महिलाएं शांत हुईं.

दलाली के पैसे मांगे जाने से नाराज थी महिलाएं
महिलाओं का कहना था कि कोरोना और बाढ़ की त्रासदी से सबकुछ बर्बाद हो गया है. अगस्त माह में आई बाढ़ से घर क्षतिग्रस्त हो गए. हमलोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. अंचल कार्यालय के दलाल दो से तीन हजार रुपए की मांग कर रहे हैं. इस प्रकार का खुला खेल हो रहा है. दलाल को पैसे देने पर 24 घंटे के अंदर जीआर की राशि खाते में भेज दी जा रही है.

"एक ही परिवार के सभी सदस्यों का नाम दे दिया गया है, जिसकी जांच की जा रही है. इसके कारण जीआर की राशि भेजने में देर हो रही है. प्रदर्शन के नाम पर मेरे साथ इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस नहीं रहती तो मेरे साथ अनहोनी हो सकती थी."- सुशील कुमार, सीओ

"सीओ द्वारा आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा."- विश्वमोहन राम, थानाध्यक्ष, अमनौर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.