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छपरा: एम्बुलेंस चालक की कोरोना से मौत, संध ने की 50 लाख मुआवजा देने की मांग - छपरा एम्बुलेंस चालक मौत

छपरा में एम्बुलेंस चालक की कोरोना से मौत हो गई. जिसके बाद संध के कर्मियों ने सरकार से 50 लाख मुआवजा देने की मांग की है.

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Published : May 11, 2021, 7:56 PM IST

छपरा: राम एकबाल राम की आज कोरोना से मौत हो गई. वो दिघवारा में ईएमटी के पद पर तैनात थे. वे लगातार संक्रमित मरीजों को घर से अस्पताल ले जाने का कार्य कर रहे थे. आज छपरा सदर अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गयी. इसके बाद भी सदर अस्पताल के कर्मियों ने कोई रिस्पांस नहीं लिया. इसकी वजह से साथी एम्बुलेंस कर्मियों में काफी आक्रोश है. उनका कहना है कि इमरजेंसी में शव रखा हुआ था, लेकिन कोई स्वास्थ्य कर्मचारी या कोई सरकारी अधिकारी देखने नहीं आया.

ये भी पढ़ेंः सांसों के सौदागरों पर शिकंजा! 5 के खिलाफ FIR दर्ज, एक गिरफ्तार

50 लाख मुआवजा देने की मांग
एम्बुलेंस संघ के प्रदेश संयोजक मोबससीर हुसैन ने इस घटना पर रोष व्यकत करते हुए बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि उन्हें कोरोना वारियर्स घोषित किया जाए. साथ ही प्रधानमंत्री गरीब परिवार योजना के पंत्राक 18016/2020 के तहत 50 लाख का मुआवजा दिया जाये. इसके अलावे राज्य सरकार के आपदा अधिनियम के तहत उनके परिवार के आश्रितों को 4 लाख का मुआवजा और उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

चक्का जाम करने की चेतावनी
प्रदेश संयोजक ने कहा कि इस पर सरकार की तरफ से उचित कार्रवाई नहीं की जाती है तो, अगले 48 घंटे में सभी एम्बुलेंस का चक्का जाम कर पटना के गांधी मैदान में एम्बुलेंस खड़ी कर दी जाएगी. साथ ही पूरे बिहार के 102 एम्बुलेंस कर्मी सामूहिक इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री को एम्बुलेंस की चाभी सौंप देंगे. हंगामा के बाद सिविल सर्जन और डीपीएम ने सभी कर्मचारी को आश्वासन देते हुए कहा कि जो भी उचित मुआवजा है, उसको उनके परिजनों को जल्द से जल्द दे दिया जाएगा.

छपरा: राम एकबाल राम की आज कोरोना से मौत हो गई. वो दिघवारा में ईएमटी के पद पर तैनात थे. वे लगातार संक्रमित मरीजों को घर से अस्पताल ले जाने का कार्य कर रहे थे. आज छपरा सदर अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गयी. इसके बाद भी सदर अस्पताल के कर्मियों ने कोई रिस्पांस नहीं लिया. इसकी वजह से साथी एम्बुलेंस कर्मियों में काफी आक्रोश है. उनका कहना है कि इमरजेंसी में शव रखा हुआ था, लेकिन कोई स्वास्थ्य कर्मचारी या कोई सरकारी अधिकारी देखने नहीं आया.

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50 लाख मुआवजा देने की मांग
एम्बुलेंस संघ के प्रदेश संयोजक मोबससीर हुसैन ने इस घटना पर रोष व्यकत करते हुए बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि उन्हें कोरोना वारियर्स घोषित किया जाए. साथ ही प्रधानमंत्री गरीब परिवार योजना के पंत्राक 18016/2020 के तहत 50 लाख का मुआवजा दिया जाये. इसके अलावे राज्य सरकार के आपदा अधिनियम के तहत उनके परिवार के आश्रितों को 4 लाख का मुआवजा और उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

चक्का जाम करने की चेतावनी
प्रदेश संयोजक ने कहा कि इस पर सरकार की तरफ से उचित कार्रवाई नहीं की जाती है तो, अगले 48 घंटे में सभी एम्बुलेंस का चक्का जाम कर पटना के गांधी मैदान में एम्बुलेंस खड़ी कर दी जाएगी. साथ ही पूरे बिहार के 102 एम्बुलेंस कर्मी सामूहिक इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री को एम्बुलेंस की चाभी सौंप देंगे. हंगामा के बाद सिविल सर्जन और डीपीएम ने सभी कर्मचारी को आश्वासन देते हुए कहा कि जो भी उचित मुआवजा है, उसको उनके परिजनों को जल्द से जल्द दे दिया जाएगा.

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