ETV Bharat / state

बुजुर्ग रंगकर्मी को मृत बताने के मामले ने पकड़ा तूल, DM से कलाकारों के सम्मान को सुनिश्चित करने की अपील - छपरा लेटेस्ट न्यूज

छपरा में आयोजित युवा महोत्सव के निर्णायक मंडल के सदस्य को मृत घोषित कर दूसरे लोगों के नाम शामिल करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसे लेकर समाजसेवी कश्मीरा सिंह ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. पढ़ें पूरी खबर..

रंगकर्मी अमियनाथ चटर्जी
रंगकर्मी अमियनाथ चटर्जी
author img

By

Published : Jan 2, 2022, 7:51 AM IST

छपरा: बीते दिनों जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित युवा महोत्सव के निर्णायक मंडल से प्रसिद्ध रंगकर्मी अमियनाथ चटर्जी को मृत (Alive Theater Artist Declared Dead in Saran) बताकर नाम हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मंडल से एक रंगकर्मी के नाम हटाने के तरीके से कई सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर मृत बताकर एक रंगकर्मी को हटाने की नौबत क्यों आई.

इसे भी पढ़ें- सारण में नसबंदी के 10 साल बाद हुआ बच्चा, पिता ने सरकार से मांगा हर्जाना

इस मामले को लेकर साहित्यकार और समाजसेवी कश्मीरा सिंह ने जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन भी सौंपा था. ज्ञापन में कहा गया है कि जब वरिष्ठ कलाकार स्वस्थ और जीवित हैं तो किन परिस्थितियों में उन्हें मृत बताकर निर्णायक मंडल से बाहर कर दिया है. कश्मीरा सिंह ने दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है.

प्रसिद्ध रंगकर्मी को मृत बताने का मामला तूल पकड़ा

उन्होंने इसे साजिश का हिस्सा बताते हुए कहा कि आगे भी कलाकारों के मान-सम्मान पर ऐसे आघात न हों, यह जिला प्रशासन सुनिश्चित करे. बता दें कि हाल ही में हुए युवा महोत्सव के निर्णायक मंडल में वरिष्ठ रंगकर्मी अमिय नाथ चटर्जी का नाम हटाकर अन्य लोगों के नाम को निर्णायक मंडल में जोड़ा गया था.

इसे भी पढ़ें- लापरवाही की हद! 2 माह की गर्भवती महिला की डॉक्टरों ने कर दी नसबंदी

नाम हटाने की वजह के रूप में सदर अनुमंडल कार्यालय से इस बाबत जारी आदेश में उन्हें मृत बता दिया गया था. इसके बाद से कला और साहित्य जगत के लोग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से प्रशासन के इस कृत्य का विरोध कर रहे हैं.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

छपरा: बीते दिनों जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित युवा महोत्सव के निर्णायक मंडल से प्रसिद्ध रंगकर्मी अमियनाथ चटर्जी को मृत (Alive Theater Artist Declared Dead in Saran) बताकर नाम हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मंडल से एक रंगकर्मी के नाम हटाने के तरीके से कई सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर मृत बताकर एक रंगकर्मी को हटाने की नौबत क्यों आई.

इसे भी पढ़ें- सारण में नसबंदी के 10 साल बाद हुआ बच्चा, पिता ने सरकार से मांगा हर्जाना

इस मामले को लेकर साहित्यकार और समाजसेवी कश्मीरा सिंह ने जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन भी सौंपा था. ज्ञापन में कहा गया है कि जब वरिष्ठ कलाकार स्वस्थ और जीवित हैं तो किन परिस्थितियों में उन्हें मृत बताकर निर्णायक मंडल से बाहर कर दिया है. कश्मीरा सिंह ने दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है.

प्रसिद्ध रंगकर्मी को मृत बताने का मामला तूल पकड़ा

उन्होंने इसे साजिश का हिस्सा बताते हुए कहा कि आगे भी कलाकारों के मान-सम्मान पर ऐसे आघात न हों, यह जिला प्रशासन सुनिश्चित करे. बता दें कि हाल ही में हुए युवा महोत्सव के निर्णायक मंडल में वरिष्ठ रंगकर्मी अमिय नाथ चटर्जी का नाम हटाकर अन्य लोगों के नाम को निर्णायक मंडल में जोड़ा गया था.

इसे भी पढ़ें- लापरवाही की हद! 2 माह की गर्भवती महिला की डॉक्टरों ने कर दी नसबंदी

नाम हटाने की वजह के रूप में सदर अनुमंडल कार्यालय से इस बाबत जारी आदेश में उन्हें मृत बता दिया गया था. इसके बाद से कला और साहित्य जगत के लोग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से प्रशासन के इस कृत्य का विरोध कर रहे हैं.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.