छपरा: बीते दिनों जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित युवा महोत्सव के निर्णायक मंडल से प्रसिद्ध रंगकर्मी अमियनाथ चटर्जी को मृत (Alive Theater Artist Declared Dead in Saran) बताकर नाम हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मंडल से एक रंगकर्मी के नाम हटाने के तरीके से कई सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर मृत बताकर एक रंगकर्मी को हटाने की नौबत क्यों आई.
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इस मामले को लेकर साहित्यकार और समाजसेवी कश्मीरा सिंह ने जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन भी सौंपा था. ज्ञापन में कहा गया है कि जब वरिष्ठ कलाकार स्वस्थ और जीवित हैं तो किन परिस्थितियों में उन्हें मृत बताकर निर्णायक मंडल से बाहर कर दिया है. कश्मीरा सिंह ने दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है.
उन्होंने इसे साजिश का हिस्सा बताते हुए कहा कि आगे भी कलाकारों के मान-सम्मान पर ऐसे आघात न हों, यह जिला प्रशासन सुनिश्चित करे. बता दें कि हाल ही में हुए युवा महोत्सव के निर्णायक मंडल में वरिष्ठ रंगकर्मी अमिय नाथ चटर्जी का नाम हटाकर अन्य लोगों के नाम को निर्णायक मंडल में जोड़ा गया था.
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नाम हटाने की वजह के रूप में सदर अनुमंडल कार्यालय से इस बाबत जारी आदेश में उन्हें मृत बता दिया गया था. इसके बाद से कला और साहित्य जगत के लोग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से प्रशासन के इस कृत्य का विरोध कर रहे हैं.
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